लखनऊ: जहां एक ओर सीबीआई लगातार छापेमारी कर रही है तो वहीं ईडी ने भी गायत्री प्रजापति पर शिकंजा कसा है. लंबे समय से केजीएमयू में भर्ती गायत्री प्रजापति को खनन घोटाले का आरोपी माना जा रहा है, जिसको लेकर उनके घर पर छापेमारी भी की गई थी. खनन घोटाले को लेकर ईडी ने पूर्व खनन मंत्री गायत्री प्रजापति से केजीएमयू में पूछताछ की. ईडी की इस पूछताछ के बाद कई अन्य अधिकारी और वर्तमान सरकार के मंत्रियों पर कार्रवाई हो सकती है.
ईडी ने गायत्री प्रजापति से की पूछताछ
- पिछले दिनों दिल्ली सहित यूपी के 22 ठिकानों पर सीबीआई ने छापेमारी की थी.
- गायत्री प्रजापति के तीन ठिकानों पर छापेमारी की गई थी.
- फिलहाल गायत्री प्रजापति महिला के साथ गैंगरेप की घटना के आरोपी हैं.
- 2012-13 में प्रदेश के 13 जिलों में एक साथ खनन घोटाले को अंजाम दिया गया था.
- ईडी ने गायत्री प्रजापति से खनन के पट्टे कैसे लिए और दूसरों को कैसे दिलाए इस बारे में पूछताछ की.
- ईडी ने पूर्व खनन मंत्री गायत्री प्रजापति से डेढ़ घंटे तक केजीएमयू में पूछताछ की.
- सीबीआई ने जांच में संदिग्ध छह आईएएस ऑफिसर और तात्कालिक खनन मंत्री के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी.
पहले ही कई अधिकारियों पर हो चुकी है कार्रवाई
आईएएस ऑफिसर अभय सिंह के यहां से सीबीआई ने 50 लाख रुपये बरामद किए. अभय के यहां से प्रॉपर्टी के दस्तावेज भी जप्त किए गए हैं. जिस समय खनन घोटाले किए गए उस समय अभय सिंह फतेहपुर के डीएम थे. इन पर आरोप है कि वर्ष 2012 में फतेहपुर के डीएम रहते हुए अवैध खनन कराने और नियमों को ताक पर रखकर पांच पट्टों का आवंटन किया था. सीबीआई ने आईएएस ऑफिसर विवेक कुमार के लखनऊ स्थित आवास पर छापेमारी की. यहां से 3 प्लॉट के कागजात मिले हैं. आरोप है कि 4 मार्च 2013 से 10 जून 2013 तक देवरिया के जिलाधिकारी रहते हुए उन्होंने अवैध तरीके से खनन पट्टा दिया था. सीबीआई ने आईएएस ऑफिसर डीएस उपाध्याय के यहां भी छापेमारी की. आजमगढ़ स्थित आवाज से 10 लाख रुपये बरामद किए गए. आरोप है कि देवरिया में 3 नवंबर 2012 से 15 अप्रैल 2013 तक एडीएम प्रशासन और खनन प्रभारी पद के दौरान नियमों को ताक पर रखकर खनन के पट्टे दिए थे.
गायत्री से पूछताछ के बाद कई और अधिकारियों पर कार्रवाई हो सकती है. सीबीआई के बाद ईडी ने भी खनन घोटाले को लेकर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. मंगलवार को ईडी ने पूर्व खनन मंत्री गायत्री प्रजापति से पूछताछ की.