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लखनऊ: सिविल अस्पताल में महिलाओं के लिए अलग से बना ईसीजी परीक्षण बूथ - ecg test booth in uttar pradesh

राजधानी लखनऊ में स्थित डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल में महिलाओं के लिए अलग से ईसीजी परीक्षण बूथ बनाया गया है. डायरेक्टर सुभाष चंद्र सुंद्रियाल ने बताया अस्पताल में पुरुष के बीच रहकर महिलाएं ईसीजी करवाने में हिचकिचाती थीं, जिसे देखते हुए अस्पताल प्रशासन ने महिलाओं के लिए ईसीजी परीक्षण बूथ बनवाया गया है.

सिविल अस्पताल में महिलाओं के लिए अलग से बना ईसीजी परीक्षण बूथ.
सिविल अस्पताल में महिलाओं के लिए अलग से बना ईसीजी परीक्षण बूथ.
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Published : Aug 31, 2021, 2:11 PM IST

Updated : Aug 31, 2021, 2:24 PM IST

लखनऊ: हजरतगंज स्थित डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल में महिलाओं के लिए अलग से ईसीजी परीक्षण बूथ बनाया गया है. अस्पताल के डायरेक्टर सुभाष चंद्र सुंद्रियाल के मुताबिक महिलाओं को पुरुष के बीच में रहकर ईसीजी करवाने में असहजता होती थी, जिसकी वजह से यह पहल की गई. अब महिलाओं को ईसीजी करवाने में कोई समस्या नहीं होगी. पहले दिक्कतें होती थीं. महिलाएं अस्पताल में आती थीं, जिसके बाद वह देखती थीं कि पुरुषों के बीच में रहकर उन्हें ईसीजी जांच करवानी पड़ती थी. कई बार वह बिना जांच करवाए ही वापस लौट जाती थीं. इसे देखते हुए अस्पताल प्रशासन ने महिलाओं के लिए ईसीजी परीक्षण बूथ बनाया. महिलाओं के जांच के लिए महिला नर्सों को ईसीजी की ट्रेनिंग दी जा रही है.


3 दिन बाद शुरू होगा महिला ईसीजी बूथ

डॉ. सुभाष चंद्र सुंद्रियाल ने बताया कि महिला ईसीजी परीक्षण बूथ बन के तैयार हो चुका है. शुरू होने में अभी 2-3 दिन लगेंगे. महिला ईसीजी परीक्षण बूथ बनने से महिलाओं को सहूलियत हो जाएगी. पहले पीडियाट्रिशियन डिपार्टमेंट में ब्रेस्टफीडिंग बूथ बनाया गया था, जिसको देखते हुए यह लगा कि महिलाओं को पुरुषों के बीच में ईसीजी करवाना पड़ता है. क्यों न ब्रेस्टफीडिंग बूथ की तरह ही महिला ईसीजी परीक्षण बूथ भी बनाया जाए. इससे महिलाओं को जांच कराने में कोई समस्या नहीं होगी. अपना पर्चा बनवाकर आसानी से महिला ईसीजी बूथ में चेकअप करवा सकेगी. 3 दिन के अंदर महिला ईसीजी परीक्षण बूथ में महिलाओं का ईसीजी जांच होने लगेगा.

जानकारी देते डायरेक्टर डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल सुभाष चंद्र सुंद्रियाल.

शहर के अन्य अस्पतालों में नहीं हुई ऐसी पहल

जिला स्तरीय अस्पताल जैसे बलरामपुर, भाऊराव देवरस अस्पताल में सिविल अस्पताल जैसी महिलाओं को कोई भी सुविधा नहीं दी गई है. मालूम हो कि जिला स्तरीय अन्य अस्पतालों में महिलाओं को इस तरह की सुविधा नहीं दी गई है. बलरामपुर और बीआरडी अस्पताल में महिला एवं पुरुष दोनों को एक ही ईसीजी परीक्षण बूथ में चेकअप कराना पड़ता है, जहां पुरुष कर्मचारी ही जांच करते हैं.


महिला नर्सों को दी जा रही ईसीजी ट्रेनिंग

डॉ. सुभाष सुंद्रियाल ने बताया कि अभी तक ईसीजी जांच केंद्र में पुरुष कर्मचारी महिला-पुरुष दोनों की जांच करते हैं. अब महिला नर्स को भी ईसीजी ट्रेनिंग दी जा रही है, ताकि महिला ईसीजी परीक्षण बूथ में महिला नर्स ही महिलाओं का जांच करें. जब तक यह ट्रेनिंग पूरी नहीं हो जाती है, तब तक के लिए पुरुष कर्मचारी ही महिलाओं की जांच करेंगे. जांच के दौरान एक महिला कर्मचारी महिला ईसीजी परीक्षण बूथ में तैनात रहेगी.

इसे भी पढे़ं- लखनऊ: ट्रांसपोर्ट की कमी ने हृदय रोगियों को किया अस्पताल से दूर

लखनऊ: हजरतगंज स्थित डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल में महिलाओं के लिए अलग से ईसीजी परीक्षण बूथ बनाया गया है. अस्पताल के डायरेक्टर सुभाष चंद्र सुंद्रियाल के मुताबिक महिलाओं को पुरुष के बीच में रहकर ईसीजी करवाने में असहजता होती थी, जिसकी वजह से यह पहल की गई. अब महिलाओं को ईसीजी करवाने में कोई समस्या नहीं होगी. पहले दिक्कतें होती थीं. महिलाएं अस्पताल में आती थीं, जिसके बाद वह देखती थीं कि पुरुषों के बीच में रहकर उन्हें ईसीजी जांच करवानी पड़ती थी. कई बार वह बिना जांच करवाए ही वापस लौट जाती थीं. इसे देखते हुए अस्पताल प्रशासन ने महिलाओं के लिए ईसीजी परीक्षण बूथ बनाया. महिलाओं के जांच के लिए महिला नर्सों को ईसीजी की ट्रेनिंग दी जा रही है.


3 दिन बाद शुरू होगा महिला ईसीजी बूथ

डॉ. सुभाष चंद्र सुंद्रियाल ने बताया कि महिला ईसीजी परीक्षण बूथ बन के तैयार हो चुका है. शुरू होने में अभी 2-3 दिन लगेंगे. महिला ईसीजी परीक्षण बूथ बनने से महिलाओं को सहूलियत हो जाएगी. पहले पीडियाट्रिशियन डिपार्टमेंट में ब्रेस्टफीडिंग बूथ बनाया गया था, जिसको देखते हुए यह लगा कि महिलाओं को पुरुषों के बीच में ईसीजी करवाना पड़ता है. क्यों न ब्रेस्टफीडिंग बूथ की तरह ही महिला ईसीजी परीक्षण बूथ भी बनाया जाए. इससे महिलाओं को जांच कराने में कोई समस्या नहीं होगी. अपना पर्चा बनवाकर आसानी से महिला ईसीजी बूथ में चेकअप करवा सकेगी. 3 दिन के अंदर महिला ईसीजी परीक्षण बूथ में महिलाओं का ईसीजी जांच होने लगेगा.

जानकारी देते डायरेक्टर डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल सुभाष चंद्र सुंद्रियाल.

शहर के अन्य अस्पतालों में नहीं हुई ऐसी पहल

जिला स्तरीय अस्पताल जैसे बलरामपुर, भाऊराव देवरस अस्पताल में सिविल अस्पताल जैसी महिलाओं को कोई भी सुविधा नहीं दी गई है. मालूम हो कि जिला स्तरीय अन्य अस्पतालों में महिलाओं को इस तरह की सुविधा नहीं दी गई है. बलरामपुर और बीआरडी अस्पताल में महिला एवं पुरुष दोनों को एक ही ईसीजी परीक्षण बूथ में चेकअप कराना पड़ता है, जहां पुरुष कर्मचारी ही जांच करते हैं.


महिला नर्सों को दी जा रही ईसीजी ट्रेनिंग

डॉ. सुभाष सुंद्रियाल ने बताया कि अभी तक ईसीजी जांच केंद्र में पुरुष कर्मचारी महिला-पुरुष दोनों की जांच करते हैं. अब महिला नर्स को भी ईसीजी ट्रेनिंग दी जा रही है, ताकि महिला ईसीजी परीक्षण बूथ में महिला नर्स ही महिलाओं का जांच करें. जब तक यह ट्रेनिंग पूरी नहीं हो जाती है, तब तक के लिए पुरुष कर्मचारी ही महिलाओं की जांच करेंगे. जांच के दौरान एक महिला कर्मचारी महिला ईसीजी परीक्षण बूथ में तैनात रहेगी.

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Last Updated : Aug 31, 2021, 2:24 PM IST
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