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लखनऊः बारिश के मौसम में कैसे रखें अपना ख्याल, केजीएमयू के डॉक्टरों ने बताए उपाए

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Published : Jun 11, 2020, 10:17 AM IST

उत्तर प्रदेश में प्री मानसून के बारिश की शुरुआत हो चुकी है. लेकिन बदलते मौसम में अपनी इम्यून सिस्टम को कैसे मजबूत रखना है, साथ ही बारिश की सीजन में होने वाली बीमारियों से कैसे बचना है, इसको लेकर इटीवी भारत ने केजीएमयू के विशेषज्ञों से बातचीत की.

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बारिश के मौसम में कैसे रखें अपना ख्याल, डॉक्टरों ने बताए उपाए

लखनऊ: प्री मानसून सीजन ने राजधानी में दस्तक दे दी है. बारिश के मौसम में कई तरह की बीमारियां भी शरीर में घर करने लगती हैं. इसके अलावा वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण का खतरा अभी थमा नहीं है. जिसके कारण लोगों को ऐसे मौसम में और अधिक सजग रहने की आवश्यकता है. इसी मुद्दे को लेकर ईटीवी भारत ने विशेषज्ञों से खास बातचीत की.

यूपी के अधिकतम शहरों में प्री मानसून की बारिश शुरू हो चुकी है. ऐसे मौसम में लोगों को बारिश से होने वाली तमाम बीमारियों का सामना करना पड़ता है. इसी बात को लेकर ईटीवी भारत ने केजीएमयू के कई विशेषज्ञों से बातचीत की. बातचीत के दौरान केजीएमयू के डॉ. सुधीर सिंह ने तमाम महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की. डॉ. सुधीर सिंह बताते हैं कि इस मौसम में स्किन पर परजीवी या पैरासाइट का इंफेक्शन होने का खतरा रहता है. इसके अलावा मच्छर इस मौसम में अधिक पनपते हैं. जिसके कारण मलेरिया, डेंगू, स्वाइन फ्लू जैसी बीमारियों की आशंका भी काफी रहती है. इस सीजन में सबसे ज्यादा हाई रिस्क पर मधुमेह, क्रॉनिक डिसीज, फेफड़े, गुर्दे, उच्च रक्तचाप आदि के मरीज शामिल होते हैं.

बारिश के मौसम में कैसे रखें अपना ख्याल, डॉक्टरों ने बताए उपाए

स्ट्रांग इम्यूनिटी से रोगों को दे सकते हैं मात
विशेषज्ञ बताते हैं कि बारिश की सीजन में लोगों को अपनी इम्यूनिटी को स्ट्रांग रखना बेहद जरूरी होता है. शरीर की स्ट्रांग इम्यूनिटी से सीजनल बीमारियां नहीं होंगी. केजीएमयू के डॉ. सुधीर सिंह का कहना है कि लोगों को इम्यूनिटी के अलावा साफ पानी व साफ खाने पर भी ध्यान देने की जरूरत होती है. प्री मानसून से मानसून तक का सीजन अक्टूबर तक चलता है. ऐसे में लोगों और अधिक सजग रहने की जरूरत है.

इस वर्ष प्री मॉनसून सीजन है अधिक खतरनाक
यूपी के कई इलाकों में प्री मानसून ने दस्तक दे दी है. मानसून की बारिश शुरूआत होते ही तमाम बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है. बारिश की सीजन में होने वाली तमाम बीमारियों के मुद्दे पर केजीएमयू के डॉ. सुधीर सिंह ने ईटीवी भारत से बातचीत की. इस दौरान डॉ. सिंह ने कहा कि इस वर्ष प्री मॉनसून सीजन पहले से ज्यादा खतरनाक है. क्योंकि इस समय कोविड-19 का संक्रमण अपने जोर पर है. ऐसे में मॉनसून सीजन में वायरल इन्फेक्शन से ख्याल रखने की जरूरत है. साथ ही कोविड-19 के संक्रमण के लक्षणों के बारे में भी खास ध्यान रखना होगा. इसी कड़ी में केजीएमयू के डॉ. संतोष कुमार बताते हैं कि प्री मानसून सीजन में एलर्जी से जुड़ी हुई बीमारियां सबसे अधिक होती हैं. इसके बारे में लोगों को पहले से ही पता होता है कि उन्हें किस तरह की एलर्जी है.

बैक्टीरिया और वायरल इनफेक्शन का रहता है खतरा
केजीएमयू के डॉ. संतोष कुमार ने ईटीवी के माध्यम से लोगों को तमाम महत्वपूर्ण जानकारी दी. डॉ. संतोष कुमार ने कहा कि इस मौसम में बैक्टीरिया और वायरल के इनफेक्शन होते हैं. इन सभी से बचाव के उपाय लगभग एक ही है. ऐसे में एलर्जी के रोगी पहले से ही ध्यान रखें और बीमारी से बचने के हर संभव प्रयास करें. डॉ. कुमार कहते हैं कि इस मौसम में एलर्जी से तमाम बीमारियां पनपतीं हैं. जिनमें खांसी, सर्दी, जुखाम सांस फूलना जैसी समस्याएं आम हो जातीं हैं. यही लक्षण कोविड-19 के इंफेक्शन में भी होते हैं. ऐसे में हमें और अधिक सतर्क रहने की जरूरत है.

अभिवावकों की बढ़ जाती हैं जिम्मेदारियां
बारिश की सीजन में बच्चों को बीमारियां होने का खतारा अधिक होता है. जिसके कारण इस सीजन में अभिभावकों की जिम्मेदारियां ज्यादा बढ़ जाती हैं. ऐसे में अभिभावकों को ध्यान रखना चाहिए कि बच्चे अधिक लोगों के संपर्क में आएं. साथ ही बच्चे मास्क लगाएं और खेलते समय सभी बच्चे भी आसपास न बैठें.

लखनऊ: प्री मानसून सीजन ने राजधानी में दस्तक दे दी है. बारिश के मौसम में कई तरह की बीमारियां भी शरीर में घर करने लगती हैं. इसके अलावा वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण का खतरा अभी थमा नहीं है. जिसके कारण लोगों को ऐसे मौसम में और अधिक सजग रहने की आवश्यकता है. इसी मुद्दे को लेकर ईटीवी भारत ने विशेषज्ञों से खास बातचीत की.

यूपी के अधिकतम शहरों में प्री मानसून की बारिश शुरू हो चुकी है. ऐसे मौसम में लोगों को बारिश से होने वाली तमाम बीमारियों का सामना करना पड़ता है. इसी बात को लेकर ईटीवी भारत ने केजीएमयू के कई विशेषज्ञों से बातचीत की. बातचीत के दौरान केजीएमयू के डॉ. सुधीर सिंह ने तमाम महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की. डॉ. सुधीर सिंह बताते हैं कि इस मौसम में स्किन पर परजीवी या पैरासाइट का इंफेक्शन होने का खतरा रहता है. इसके अलावा मच्छर इस मौसम में अधिक पनपते हैं. जिसके कारण मलेरिया, डेंगू, स्वाइन फ्लू जैसी बीमारियों की आशंका भी काफी रहती है. इस सीजन में सबसे ज्यादा हाई रिस्क पर मधुमेह, क्रॉनिक डिसीज, फेफड़े, गुर्दे, उच्च रक्तचाप आदि के मरीज शामिल होते हैं.

बारिश के मौसम में कैसे रखें अपना ख्याल, डॉक्टरों ने बताए उपाए

स्ट्रांग इम्यूनिटी से रोगों को दे सकते हैं मात
विशेषज्ञ बताते हैं कि बारिश की सीजन में लोगों को अपनी इम्यूनिटी को स्ट्रांग रखना बेहद जरूरी होता है. शरीर की स्ट्रांग इम्यूनिटी से सीजनल बीमारियां नहीं होंगी. केजीएमयू के डॉ. सुधीर सिंह का कहना है कि लोगों को इम्यूनिटी के अलावा साफ पानी व साफ खाने पर भी ध्यान देने की जरूरत होती है. प्री मानसून से मानसून तक का सीजन अक्टूबर तक चलता है. ऐसे में लोगों और अधिक सजग रहने की जरूरत है.

इस वर्ष प्री मॉनसून सीजन है अधिक खतरनाक
यूपी के कई इलाकों में प्री मानसून ने दस्तक दे दी है. मानसून की बारिश शुरूआत होते ही तमाम बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है. बारिश की सीजन में होने वाली तमाम बीमारियों के मुद्दे पर केजीएमयू के डॉ. सुधीर सिंह ने ईटीवी भारत से बातचीत की. इस दौरान डॉ. सिंह ने कहा कि इस वर्ष प्री मॉनसून सीजन पहले से ज्यादा खतरनाक है. क्योंकि इस समय कोविड-19 का संक्रमण अपने जोर पर है. ऐसे में मॉनसून सीजन में वायरल इन्फेक्शन से ख्याल रखने की जरूरत है. साथ ही कोविड-19 के संक्रमण के लक्षणों के बारे में भी खास ध्यान रखना होगा. इसी कड़ी में केजीएमयू के डॉ. संतोष कुमार बताते हैं कि प्री मानसून सीजन में एलर्जी से जुड़ी हुई बीमारियां सबसे अधिक होती हैं. इसके बारे में लोगों को पहले से ही पता होता है कि उन्हें किस तरह की एलर्जी है.

बैक्टीरिया और वायरल इनफेक्शन का रहता है खतरा
केजीएमयू के डॉ. संतोष कुमार ने ईटीवी के माध्यम से लोगों को तमाम महत्वपूर्ण जानकारी दी. डॉ. संतोष कुमार ने कहा कि इस मौसम में बैक्टीरिया और वायरल के इनफेक्शन होते हैं. इन सभी से बचाव के उपाय लगभग एक ही है. ऐसे में एलर्जी के रोगी पहले से ही ध्यान रखें और बीमारी से बचने के हर संभव प्रयास करें. डॉ. कुमार कहते हैं कि इस मौसम में एलर्जी से तमाम बीमारियां पनपतीं हैं. जिनमें खांसी, सर्दी, जुखाम सांस फूलना जैसी समस्याएं आम हो जातीं हैं. यही लक्षण कोविड-19 के इंफेक्शन में भी होते हैं. ऐसे में हमें और अधिक सतर्क रहने की जरूरत है.

अभिवावकों की बढ़ जाती हैं जिम्मेदारियां
बारिश की सीजन में बच्चों को बीमारियां होने का खतारा अधिक होता है. जिसके कारण इस सीजन में अभिभावकों की जिम्मेदारियां ज्यादा बढ़ जाती हैं. ऐसे में अभिभावकों को ध्यान रखना चाहिए कि बच्चे अधिक लोगों के संपर्क में आएं. साथ ही बच्चे मास्क लगाएं और खेलते समय सभी बच्चे भी आसपास न बैठें.

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