लखनऊ : सपा शासनकाल में अस्पताल तबेले बन गए थे. सरकारी अस्पतालों में भैंसें बांधी जाती थीं. आज हम उच्च स्तर की स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करा रहे हैं. चिकित्सक समय से आ रहे हैं. हर दिन लाखों मरीजों का इलाज हो रहा है. पिछले 11 माह के दौरान सवा दो करोड़ से अधिक मरीजों को इलाज मुहैया कराया गया है. यह कहना है उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक का. वे गुरुवार को विधान परिषद में विपक्ष के सवालों के जवाब दे रहे थे.
विपक्ष को आड़े हाथ लेते हुए उप मुख्यमंत्री ने कहा कि 'सपा शासनकाल का हाल किसी से छिपा नहीं है. सरकारी अस्पतालों में सुविधाएं वेंटीलेटर पर पहुंच गई थीं. आज लोगों का स्वास्थ्य विभाग पर भरोसा बढ़ा है. उन्होंने कहा कि सपा शासनकाल में केंद्र सरकार द्वारा एंबुलेंस भेजी गई थीं. इन एंबुलेंसों का नाम बदल कर समाजवादी एंबुलेंस रख दिया गया था, जो लोग आज खुद को समाजवादी कहते हैं, उनका समाजवाद से दूर-दूर तक वास्ता नहीं है. उन्होंने सदन को आश्वस्त किया कि वे स्वयं प्रदेश के हर सरकारी अस्पताल का निरीक्षण करेंगे. उच्च स्तर की स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना, उनकी पहली प्राथमिकता है.'
पत्रकारों से बातचीत करते हुए उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि 'प्रदेश के हर जिले में सपा ने माफियाओं को संरक्षण दिया. सपा शासनकाल के दौरान पूरे प्रदेश में जंगलराज था. भाजपा सरकार में कानून का राज स्थापित हुआ है. आज देश-दुनिया के निवेशक यहां आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि सपा ने हर जिले में माफियाओं को पुष्पित-पल्लवित किया है. समाजवादी पार्टी के नेताओं ने हर जिले में गुंडे रखे हुए थे. इन माफियाओं के सफाए का काम भाजपा कर रही है. प्रदेश में आज कानून का राज स्थापित है.'
उन्होंने कहा कि 'प्रयागराज की घटना बहुत ही दुःखद है. दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है. किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा. इस प्रकरण में सरकार गंभीरता के साथ काम कर रही है. उच्च स्तरीय जांच जारी है. डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि विपक्ष के पास कोई एजेंडा नहीं है. उनके नेता हताश और निराश हो चुके हैं. अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं. सपा शासनकाल में जनता गुंडे और माफियाओं से त्रस्त थी. भाजपा पर जनता का लगातार ही विश्वास बढ़ रहा है. 2024 के चुनाव में प्रदेश की सभी सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों को जीत होगी.'
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि 'स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने की दिशा में अहम कदम उठाये जा रहे हैं. लगातार अस्पतालों का निरीक्षण किया जा रहा है. हम मरीजों की चिंता कर रहे हैं. उन्हें जांच, डॉक्टर की सलाह व दवा मुहैया कराने की दिशा में कदम उठा रहे हैं. इससे पहले की सरकार को मरीजों से कोई सरोकार नहीं था. विपक्षी बेवजह की बयानबाजी कर रहे हैं. बृहस्पतिवार को सदन में उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने विपक्ष को करार जवाब दिया. उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि अस्पतालों में कौन दवा सप्लाई कर रहा है? कौन मशीनें लगा रहा है? बेड, चादर व बिल्डिंग निर्माण कौन करा रहा है? इससे हमारा कोई संबंध नहीं है. यह काम हमारे अधिकारियों का है. अधिकारी इन जिम्मेदारों को निभा रहे हैं. हम मरीजों के हितों में काम कर रहे हैं. व्यवस्थाओं को देख रहे हैं. कमी मिलने पर कार्रवाई भी कर रहे हैं.'
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि 'अभी तक सरकारी अस्पताल व मेडिकल संस्थानों में खराब होने वाली मशीनों का कोई ब्यौरा नहीं होता है. सरकार ने एप तैयार कराया. इसमें खराब होने वाली मशीनों का ब्यौरा दर्ज करना होता है. उसके बाद जिम्मेदार मशीन को दुरुस्त कराते हैं. इसमें लेटलतीफी होने पर कार्रवाई तक हो रही है. जुर्माना भी ठोंका जा रहा है. इस व्यवस्था में पूरी पारदर्शिता बरती जा रही है.'