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CM Yogi ने दिए निर्देश, प्रदेश के हर जिले में खुलेंगे डेडीकेटेड अस्पताल

स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर प्रदेश सरकार गंभीर (CM Yogi) है. इसके तहत सोमवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने बैठक की. इस दौरान उन्होंने प्रदेश के सभी जिलों में डेडीकेटेड अस्पताल बनाने के निर्देश दिये हैं.

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Published : Mar 27, 2023, 2:21 PM IST

लखनऊ : प्रदेश में लगातार इस समय कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ रही है. इसके अलावा इन्फ्लूएंजा का भी खतरा मंडरा रहा है. अधिक से अधिक लोग इससे प्रभावित हो रहे हैं और बीमार पड़ रहे हैं. राजधानी लखनऊ के तमाम सरकारी अस्पतालों में इन दिनों मरीजों की संख्या बढ़ गई है, वहीं सोमवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने टीम-9 के साथ कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए बैठक की.

बैठक में उन्होंने कहा कि 'इस समय कोरोना के मरीज यूपी में तेजी से बढ़ रहे हैं. इसके अलावा एच3एन2 इन्फ्लूएंजा के मरीज भी आ रहे हैं. सीएम योगी ने बैठक में प्रदेश के सभी जिलों में डेडीकेटेड अस्पताल बनाने के निर्देश दिये हैं. इसके अलावा प्रदेश के सभी जिला अस्पताल व डेडिकेटेड अस्पताल में इन्फ्लूएंजा और कोविड के मरीजों को तत्काल प्रभाव से इलाज मुहैया हो, इसके लिए भी सीएम ने निर्देश दिया है.' आगामी पहली अप्रैल से संचारी रोग अभियान और स्कूल चलो अभियान शुरू होगा. साल में दो बार संचारी रोग अभियान चलाया जाता है. इस अभियान के तहत जिले के सभी गली मोहल्लों में आशा बहू जाकर इस मौसम में होने वाली बीमारी के बारे में लोगों को जागरूक करती हैं. इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग व नगर निगम की ओर से हर जगह साफ-सफाई करवाई जाती है. साथ ही मच्छर मारने वाली दवा का भी छिड़काव हर गली मोहल्ले में कराया जाता है, ताकि मच्छर जनित बीमारी लोगों में न फैले.


नियंत्रण में हैं कोविड : बैठक के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 'उत्तर प्रदेश में कोविड संक्रमण नियंत्रित है. कुछ केस प्रदेश के जिलों में आ रहे हैं, लेकिन वह मरीज जो संक्रमित हुए हैं उन्हें कोई गंभीर समस्या नहीं हुई है और वायरस भी कमजोर है. इसके लिए सीएम योगी आदित्यनाथ ने स्वास्थ्य विभाग को यह जिम्मेदारी सौंपी है कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में अस्पताल में आने वाले मरीजों की कोविड संक्रमण की जांच की जाए, ताकि शुरुआती दौर में ही मरीज में संक्रमण की पुष्टि हो जाएगी तो मरीज का समय पर समुचित इलाज हो पाएगा. इसलिए अस्पतालों के अलावा भी शहर के सामुदायिक केंद्रों पर भी कोविड जांच के लिए कर्मचारियों को मौजूद रखें. साथ ही सतर्कता भी बरतें और मास्क का इस्तेमाल अवश्य तौर पर करें. इस समय इन्फ्लूएंजा का भी खतरा बना हुआ है. ऐसे में सावधानी जरूर बरतें. बैठक के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 'इस समय वायरल बुखार तेजी से फैल रहा है. ऐसे में बच्चे एवं बुजुर्ग का ख्याल रखा जाए. साथ ही उन्हें भीड़ वाली जगह में आवागमन कराने से बचाएं. बाहर निकलते समय मास्क का इस्तेमाल जरूर करें और भीड़ वाले क्षेत्रों में जाने से बचें.'

यह भी पढ़ें : आलमबाग बस स्टेशन पर हुई थी एनएचआई के इंजीनियर की मौत, एसआरएन को मुख्यालय से किया संबद्ध

लखनऊ : प्रदेश में लगातार इस समय कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ रही है. इसके अलावा इन्फ्लूएंजा का भी खतरा मंडरा रहा है. अधिक से अधिक लोग इससे प्रभावित हो रहे हैं और बीमार पड़ रहे हैं. राजधानी लखनऊ के तमाम सरकारी अस्पतालों में इन दिनों मरीजों की संख्या बढ़ गई है, वहीं सोमवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने टीम-9 के साथ कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए बैठक की.

बैठक में उन्होंने कहा कि 'इस समय कोरोना के मरीज यूपी में तेजी से बढ़ रहे हैं. इसके अलावा एच3एन2 इन्फ्लूएंजा के मरीज भी आ रहे हैं. सीएम योगी ने बैठक में प्रदेश के सभी जिलों में डेडीकेटेड अस्पताल बनाने के निर्देश दिये हैं. इसके अलावा प्रदेश के सभी जिला अस्पताल व डेडिकेटेड अस्पताल में इन्फ्लूएंजा और कोविड के मरीजों को तत्काल प्रभाव से इलाज मुहैया हो, इसके लिए भी सीएम ने निर्देश दिया है.' आगामी पहली अप्रैल से संचारी रोग अभियान और स्कूल चलो अभियान शुरू होगा. साल में दो बार संचारी रोग अभियान चलाया जाता है. इस अभियान के तहत जिले के सभी गली मोहल्लों में आशा बहू जाकर इस मौसम में होने वाली बीमारी के बारे में लोगों को जागरूक करती हैं. इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग व नगर निगम की ओर से हर जगह साफ-सफाई करवाई जाती है. साथ ही मच्छर मारने वाली दवा का भी छिड़काव हर गली मोहल्ले में कराया जाता है, ताकि मच्छर जनित बीमारी लोगों में न फैले.


नियंत्रण में हैं कोविड : बैठक के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 'उत्तर प्रदेश में कोविड संक्रमण नियंत्रित है. कुछ केस प्रदेश के जिलों में आ रहे हैं, लेकिन वह मरीज जो संक्रमित हुए हैं उन्हें कोई गंभीर समस्या नहीं हुई है और वायरस भी कमजोर है. इसके लिए सीएम योगी आदित्यनाथ ने स्वास्थ्य विभाग को यह जिम्मेदारी सौंपी है कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में अस्पताल में आने वाले मरीजों की कोविड संक्रमण की जांच की जाए, ताकि शुरुआती दौर में ही मरीज में संक्रमण की पुष्टि हो जाएगी तो मरीज का समय पर समुचित इलाज हो पाएगा. इसलिए अस्पतालों के अलावा भी शहर के सामुदायिक केंद्रों पर भी कोविड जांच के लिए कर्मचारियों को मौजूद रखें. साथ ही सतर्कता भी बरतें और मास्क का इस्तेमाल अवश्य तौर पर करें. इस समय इन्फ्लूएंजा का भी खतरा बना हुआ है. ऐसे में सावधानी जरूर बरतें. बैठक के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 'इस समय वायरल बुखार तेजी से फैल रहा है. ऐसे में बच्चे एवं बुजुर्ग का ख्याल रखा जाए. साथ ही उन्हें भीड़ वाली जगह में आवागमन कराने से बचाएं. बाहर निकलते समय मास्क का इस्तेमाल जरूर करें और भीड़ वाले क्षेत्रों में जाने से बचें.'

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