लखनऊ: बुधवार को राजधानी में डॉक्टर बनने का सपना देखने युवाओं को एमबीबीएस में दाखिला दिलाने के नाम पर ठगने वाले जालसाज को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. जालसाज राजधानी के पौश इलाके में कॉरपोरेट बिल्डिंग में ऑफिस खोलकर नीट में शामिल अभ्यर्थियों की सूची निकालता था. फिर उन्हें या उनके परिजनों को झांसे में लेकर करोड़ों की ठगी करता था.
पुलिस के मुताबिक, आरोपी जालसाज बिहार का रहने वाला है. उसने विभूतिखंड में एस ग्रुप नाम की कंपनी खोल रखी थी. एडीसीपी ईस्ट सैय्यद अली अब्बास के मुताबिक, पटना के शाहजहॉपुर का रहने वाला शशि कुमार सिंह बीते कई वर्षों से लखनऊ में रह रहा है. उसने एस ग्रुप नाम की कंपनी का एक ऑफिस अपने साथी राजीव सिंह उर्फ प्रेम प्रकाश विद्यार्थी के साथ मिलकर खोली थी.
ये दोनो मिलकर नीट की परीक्षा पास कर चुके अभ्यर्थियों का डेटा इकट्ठा करते थे. इस काम में उसका एक अन्य साथ अशोक कुमार भी देता था. डेटा इकट्ठा होने पर ये तीनों अभ्यर्थियों के परिजनों को टेली कालर के माध्यम से कॉल करते थे. फिर अच्छे कॉलेज में एमबीबीएस में दाखिला करवाने का प्रलोभन देते थे. एडीसीपी ने बताया कि, इन जालसाजों के कॉन्फिडेंस को देख अभ्यर्थी के परिजन जब जाल में फंस जाते थे. ये उनसे फीस और डोनेशन चेक और आरटीजीएस के जरिए सरस्वती अम्मल चैरिटेबल ट्रस्ट, सनाका एजुकेशनल और एस ग्रुप में पैसे ट्रांसफर करा लेते थे.
जब तक लोग कुछ समझते, ये अपना आफिस बंद कर दूसरी जगह शिफ्ट हो जाते थे. इनके खिलाफ विभूति खंड थाने में दो मुकदमे दर्ज हैं. मंगलवार को आरोपी शशि को गोमती नगर स्टेशन के पास से गिरफ्तार (Man arrested for Fraud on pretext MBBS admission in Lucknow) कर लिया. (Crime News UP)