लखनऊ/बरेली : बरेली में ढाई साल के बच्चे की जीभ का ऑपरेशन करने के बजाय डॉक्टर पर उसका खतना करने का आरोप लगा था. परिजनों की ओर से मामले की शिकायत के बाद डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने जांच के आदेश दिए हैं. डिप्टी सीएम ने बरेली सीएमओ से 24 घंटे में जांच रिपोर्ट तलब की है. जांच में किसी भी तरह की शिथिलता न बरतने की हिदायत दी है. आरोप सही पाए जाने पर अस्पताल को सील करने के निर्देश दिए हैं.
बरेली के बारादरी इलाके के रहने वाले एक व्यक्ति ने आरोप लगाया था कि उनका ढाई साल का बेटा तुतलाकर बोलता है. डॉक्टरों ने जांच के बाद बच्चे की जीभ का ऑपरेशन करने की सलाह दी थी. परिजन शुक्रवार को बच्चे को लेकर एमए खान अस्पताल पहुंचे थे. परिजनों का आरोप है कि यहां डॉक्टर ने बच्चे को भर्ती कर लिया. जीभ के बजाय डॉक्टर ने बच्चे का खतना कर दिया. माता-पिता ने डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग की. आरोप लगाया कि अस्पताल प्रबंधन समझौते का दवाब डाल रहे हैं.
शिकायत का डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने संज्ञान लिया. बरेली मुख्य चिकित्साधिकारी बरेली को तत्काल अपर मुख्य चिकित्साधिकारी सहित स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर भेजकर पूरे मामले की जांच कराने के निर्देश दिए. साथ ही आरोप में सच्चाई पाए जाने पर अस्पताल का रजिस्ट्रेशन रद्द करने के साथ जिलाधिकारी से समन्वय कर अस्पताल को सील कराने, दोषी अस्पताल प्रबंधन एवं सबंधित चिकित्सक के विरुद्ध एफआईआर कराने के निर्देश दिए.
पिता बोला-चाहे जान चली जाए, फैसला नहीं करूंगा : बच्चे के पिता का कहना है कि ऑपरेशन थिएटर से बच्चा बाहर आया तो पता चला कि डॉक्टर ने जीभ का ऑपरेशन नहीं बल्कि उसका खतना कर दिया है. हिंदू संगठनों ने भी मौके पर पहुंचकर हंगामा किया था. बच्चे के पिता का कहना है कि उस पर समझौते का दबाव बनाया जा रहा है लेकिन किसी भी कीमत वह समझौता नहीं करेंगे, चाहे उनकी जान क्यों न चली जाए.
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