लखनऊः उत्तर प्रदेश सचिवालय में कोरोना से बचाव के लिए सुरक्षा चक्र बार-बार टूटता दिखाई दे रहा है. ईटीवी भारत की खबर के बाद सचिवालय प्रशासन ने गुरुवार को सचिवालय के प्रवेश द्वारों पर कोरोना से बचाव के लिए हाथ धोने की व्यवस्था की, लेकिन शुक्रवार को सभी इंतजाम फेल होते दिखाई दिए.
साबुन से हाथ धोने की व्यवस्था
सचिवालय के प्रवेश द्वारों पर आने-जाने वाले लोगों के लिए साबुन से हाथ धोने की व्यवस्था की गई थी. वहां पर एक आदमी की भी तैनाती की गई थी, जो आने वाले व्यक्ति को रोककर उसका हाथ धोने के लिए साबुन मुहैया कराता था. साथ ही हाथ धोने के लिए प्रेरित भी करता था, लेकिन शुक्रवार को यह व्यवस्था फेल होती दिखाई दी.
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हाथ धोने के लिए साबुन नहीं
लाल बहादुर शास्त्री भवन स्थित सचिवालय परिसर में कई लोग पहुंचे, तो उन्हें वाशबेसिन में हाथ धोने के लिए साबुन नहीं मिला. इससे लोग सचिवालय प्रशासन से असंतुष्ट भी दिखाई दिए. आरोप लगाया कि कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से बचाओ और लड़ने के तरीके में लापरवाही बरती जा रही है.
सचिवालय में कम से कम लोगों का आना
लोगों ने कहा कि सरकार में बैठे वरिष्ठ अधिकारियों को इस बारे में सचेत रहने की जरूरत है, जिससे कोरोना के खिलाफ लड़ाई को जीता जा सके और सुरक्षा चक्र टूटने न पाए. लोगों ने यह भी कहा कि कोरोना के खतरे को लेकर जिस तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छता की अपील की, उसे देखते हुए भी सचिवालय में बेहतर प्रबंध किए जाने चाहिए. सचिवालय में कम से कम लोगों का आना भी सुनिश्चित किया जाए.