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जांच में वायरस रहित मिला पेयजल, प्रयोगशाला भेजा गया सैंपल - जल निगम के एमडी एसके वर्मा

राजधानी लखनऊ में पानी में कोरोना वायरस मिलने की खबरों पर नगर आयुक्त ने कई स्थानों पर निरीक्षण कराकर सैंपल लिए. ये सैंपल जांच में सही पाए गए. जलकल विभाग ने भी दावा किया कि राजधानी में जो भी जलापूर्ति की जा रही है, वह पूरी तरह से स्वस्थ और वायरस रहित है. लोगों को किसी भी तरह के भ्रम से बचना चाहिए.

sewage water samples test in lucknow
जांच में जीवाणु रहित मिला पेयजल.
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Published : May 27, 2021, 2:14 PM IST

लखनऊ: राजधानी में सीवर के पानी में कोरोना वायरस मिलने की खबरें सोशल मीडिया पर चलने के बाद नगर आयुक्त अजय द्विवेदी ने राजधानी के 97 स्थानों से पेयजल के नमूने लिए. इन सभी नमूनों को टेस्ट के लिए भेजा गया, जहां पर सभी नमूने सही पाए गए.

sewage water samples test in lucknow
लखनऊ नगर निगम.

नगर आयुक्त अजय द्विवेदी ने बताया, पानी के लिए गए नमूनों को जांच के लिए राज्य स्तरीय प्रयोगशाला में भेजा जाएगा, जिससे इस बात का पता चल सके कि पीने वाले जल में तो कोरोना का संक्रमण नहीं है. नगर आयुक्त का कहना है कि जितनी भी बातें अभी तक खुलकर सामने आई हैं, उसमें से पीने वाले पानी में संक्रमण को लेकर अभी तक कोई रिपोर्ट सामने नहीं आई है.

डॉक्टर कर चुके हैं पुष्टि, पानी से नहीं फैलता संक्रमण

विगत दिनों सोशल मीडिया पर शव को नदियों में प्रवाहित किए जाने के बाद पानी में भी वायरस होने की खबरें चल रही थी. इस बारे में पीजीआई निदेशक ने स्पष्ट किया था कि पानी से कोरोना का संक्रमण नहीं फैलता.

इसे भी पढ़ें: बेसिक शिक्षा मंत्री के कारनामों ने बढ़ाई योगी सरकार की मुश्किलें, बर्खास्तगी पर अड़ी कांग्रेस

सप्लाई वाले पेयजल का प्रतिदिन होता है क्लोरीनेशन

ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए जल निगम के एमडी एसके वर्मा का कहना है कि राजधानी लखनऊ में जो भी जलापूर्ति की जाती है, उसका नियमित रूप से क्लोरीनेशन किया जाता है. इसके साथ ही जल की आपूर्ति से पहले जलकल विभाग और सीएमओ की टीम जांच करती है, जिसके बाद ही जल की आपूर्ति की जाती है. एमडी एसके वर्मा ने दावा किया कि जो भी पेयजल की आपूर्ति की जाती है, वह पूरी तरह से स्वच्छ और जीवाणु रहित है, ऐसे में राजधानी लखनऊ की जनता को चिंता करने की बात नहीं है.

लखनऊ: राजधानी में सीवर के पानी में कोरोना वायरस मिलने की खबरें सोशल मीडिया पर चलने के बाद नगर आयुक्त अजय द्विवेदी ने राजधानी के 97 स्थानों से पेयजल के नमूने लिए. इन सभी नमूनों को टेस्ट के लिए भेजा गया, जहां पर सभी नमूने सही पाए गए.

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लखनऊ नगर निगम.

नगर आयुक्त अजय द्विवेदी ने बताया, पानी के लिए गए नमूनों को जांच के लिए राज्य स्तरीय प्रयोगशाला में भेजा जाएगा, जिससे इस बात का पता चल सके कि पीने वाले जल में तो कोरोना का संक्रमण नहीं है. नगर आयुक्त का कहना है कि जितनी भी बातें अभी तक खुलकर सामने आई हैं, उसमें से पीने वाले पानी में संक्रमण को लेकर अभी तक कोई रिपोर्ट सामने नहीं आई है.

डॉक्टर कर चुके हैं पुष्टि, पानी से नहीं फैलता संक्रमण

विगत दिनों सोशल मीडिया पर शव को नदियों में प्रवाहित किए जाने के बाद पानी में भी वायरस होने की खबरें चल रही थी. इस बारे में पीजीआई निदेशक ने स्पष्ट किया था कि पानी से कोरोना का संक्रमण नहीं फैलता.

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सप्लाई वाले पेयजल का प्रतिदिन होता है क्लोरीनेशन

ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए जल निगम के एमडी एसके वर्मा का कहना है कि राजधानी लखनऊ में जो भी जलापूर्ति की जाती है, उसका नियमित रूप से क्लोरीनेशन किया जाता है. इसके साथ ही जल की आपूर्ति से पहले जलकल विभाग और सीएमओ की टीम जांच करती है, जिसके बाद ही जल की आपूर्ति की जाती है. एमडी एसके वर्मा ने दावा किया कि जो भी पेयजल की आपूर्ति की जाती है, वह पूरी तरह से स्वच्छ और जीवाणु रहित है, ऐसे में राजधानी लखनऊ की जनता को चिंता करने की बात नहीं है.

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