लखनऊ: विकास प्राधिकरण के एक ठेकेदार के ऊपर 70 लाख रुपये गबन करने का आरोप लगा है. लखनऊ विकास प्राधिकरण ने तनिष्का एसोसिएट्स के मालिक के ऊपर यह आरोप लगाया है. उन्होंने बताया कि सड़क निर्माण के लिए इनकी फर्म को नामित किया गया था, उसके बाद विभाग की तरफ से इनको भुगतान किया गया, लेकिन इन्होंने बीच में ही काम अधूरा छोड़कर बाकी के पैसे का गबन कर लिया.
इस संबंध में जब तनिष्का एसोसिएट्स के मालिक से बात की गई और कहा गया कि जो निर्माण कार्य दिया गया था, उसको तत्काल रूप से पूरा कराएं, तो इनकी तरफ से धमकी दी गई. इस मामले में गोमती नगर थाने में तनिष्का एसोसिएट्स के मालिक के ऊपर मुकदमा पंजीकृत कराया गया है.
गृह विभाग ने जांचकर आदेशित किया कि इस फर्म के खिलाफ तत्काल रूप से कार्रवाई करें. यदि किसी भी तरह की लापरवाही बरती गई, तो विभाग के खिलाफ गृह विभाग कार्रवाई करेगा. शक्ति के बाद फर्म के मालिक के ऊपर मुकदमा पंजीकृत किया गया है.
सबसे दिलचस्प बात तो यह है कि एक तरफ लखनऊ विकास प्राधिकरण के अधिकारी इस फर्म के मालिक के ऊपर गबन का आरोप लगा रहे हैं, लेकिन बड़ी बात तो यह है कि जब सड़क निर्माण कार्य पूरा ही नहीं किया गया था, तो विभाग की तरफ से पेमेंट कैसे कर दिया गया. क्या विभाग के अधिकारी बन रही सड़क का मुआयना करने नहीं गए.
वहीं प्रभारी निरीक्षक अखिलेश पांडे की मानें तो उनका साफ तौर पर कहना है कि सरस्वती रिवर अपार्टमेंट के बी ब्लॉक निवासी विजय कुमार बी एंड एस इंटरप्राइजेज नाम से कंपनी है, जो सड़क निर्माण का काम करती है. आरोप है कि तनिष्का एसोसिएट्स के मालिक सुनील कुमार सिंह से संबंध होने के कारण 2015 में सड़क निर्माण का कार्य उनकी कंपनी से लिया था. कंपनी को 10.72 करोड़ का काम मिला था. एक एग्रीमेंट तैयार कर विजय को फरवरी में 5.25 करोड़ का काम दिया, तय समय पर विजय ने काम पूरा किया, जिसका भुगतान किया गया, लेकिन 70 लाख रुपये बकाया रखा, जिसके लिए अब बार-बार दौड़ना पड़ रहा है.