लखनऊ: कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव रोमांचक मोड़ पर पहुंच गया है. अध्यक्ष पद के लिए दो दावेदार मैदान में हैं, एक शशी थरूर और दूसरे मल्लिकार्जुन खड़गे. इन दोनों के बीच कड़ा मुकाबला है. इसी कड़ी कांग्रेस अध्यक्ष पद के उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खड़गे अपना चुनाव प्रचार करने के लिए मंगलवार को लखनऊ पहुंचे. इस दौरान मीडिया को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जनता और पार्टी को साथ लेकर चलाना ही मेरी प्राथमिकता है. मैं सबके कहने पर चुनाव लड़ रहा हूं. मेरी विचारधारा पार्टी की विचारधारा एक है. बीते 55 सालों से मैं उसी पर चल रहा हूं.
मल्लिकार्जुन खड़गे ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि आज बीजेपी और आरएसएस अपनी विचारधारा को पूरे देश पर थोप रही है. वह अपने विचारधारा से पूरे समाज और देश को तोड़ने की कोशिश कर रही है. जबकि राहुल गांधी आज पूरे देश में भारत जोड़ो यात्रा द्वारा लोगों को जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं. इस दौरान वह समाज के हर वर्ग के लोगों से मिल रहे है. यही कारण है कि आज राहुल गांधी उनके सपने में आ रहे है. वह बोल रहे है कि भारत पहले से जुड़ा हुआ है. उन्होंने आगे कहा कि आरएसएस और बीजेपी ने आजादी की लड़ाई में क्या किया है? आज वही लोग लोगों को जेल में डाल कर उनको डरा रहे हैं.
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि पार्टी जिसे भी उम्मीदवार बनाएगी, उनमें आधे प्रत्याशी 50 साल से कम उम्र के होंगे. इसे लागू करना मेरी पहली प्राथमिकता और मेनोफेस्टो है. उन्होंने कहा कि हमारा संगठन अब मजबूत हो रहा हे, पहले यहां कमियां थी. पर जब से प्रियंका गांधी ने यूपी की जिम्मेदारी संभाली है. पार्टी दोबारा से खड़ी हुई हो रही है. भले ही पिछले चुनाव में हमे तैयारियों के अनुसार परिणाम नहीं मिला है. इसके बाद प्रियंका गांधी प्रदेश में महिलाओं के साथ हो रहे हिंसा को पूरे ताकत से उठा रही है. वे युवाओं से लेकर हर दलितों और पिछड़ों तक के मुद्दों को उठाने में कभी पीछे नहीं रही. उन्होंने कहा कि मैंने उदयपुर में चुनाव को लेकर जो भी घोषणा की है, वह पूरी तरह से लागू होगा. मैं इससे कभी पीछे नहीं हटूंगा.
गांधी परिवार का प्रत्याशी नहीं हूं- खड़गे
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मुझे लेकर यह भ्रम फैलाया जा रहा है कि मुझे सोनिया गांधी ने खड़ा किया है. यह सिर्फ विपक्षी पार्टियों द्वारा किया जा रहा गलत प्रचार है. सोनिया गांधी और राहुल गांधी इस समय भारत जोड़ो यात्रा में है. उन्होंने बताया कि 2005 में सोनिया गांधी ने कर्नाटक प्रदेश अध्यक्ष बनाने के लिए मेरा नाम आगे किया था. मैनें उनसे कहा था कि प्रदेश के सभी सदस्यों से पूछकर ही नाम तय किया जाए. विपक्ष आज उसी बात को बोलकर भ्रम फैला रहा है. एक सवाल के जवाब में मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि अब जी-23 नहीं है, उसमें जितने भी नेता पहले शामिल थे, वह सभी मेरे नामाकंन के समय में मौजूद थे.
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