लखनऊ : मुसलमानों के मुद्दों को लेकर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव पर उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक कांग्रेस के चेयरमैन शाहनवाज आलम लगातार प्रहार कर रहे हैं. उनका साफ कहना है कि अखिलेश कभी भी मुस्लिमों के हितैषी नहीं हो सकते. आजम खान के मुद्दे पर लगातार अखिलेश को घेरते रहने वाले शहनवाज ने एक बार फिर अखिलेश यादव पर जोरदार हमला किया है. रविवार को 24वें स्पीक अप अभियान में अल्पसंख्यक कांग्रेस के नेताओं ने समाजवादी पार्टी को आड़े हाथों लिया और अखिलेश को मुस्लिमों से चिढ़ने वाला नेता करार दिया.
दरअसल, अल्पसंख्यक कांग्रेस की तरफ से हर रविवार को फेस बुक लाइव के जरिये होने वाले स्पीक अप कैंपेन के तहत नेताओं ने ये बातें कहीं. शाहनवाज आलम ने कहा कि जब जनता के बीच जाने की जरूरत थी, तब अखिलेश यादव कहीं नजर नहीं आए. इसीलिए सपा अब आ नहीं रही है, बल्कि हमेशा के लिए जा रही है. जनता के मुद्दों पर निरंतर लड़ रही कांग्रेस ही अब सत्ता में आने वाली है.
अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश चेयरमैन शाहनवाज आलम ने कहा कि अखिलेश यादव जरूरत के समय लोगों के बीच नहीं जाते. यहां तक कि अपने संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ भी नहीं गए, जबकि सीएए-एनआरसी का विरोध करने के कारण वहां की मुस्लिम महिलाओं का पुलिस दमन द्वारा किया गया. वहां पर भी सिर्फ प्रियंका गांधी ही गईं. इसी तरह मुज़फ्फरनगर, मेरठ, बिजनौर, लखीमपुर, हाथरस, सोनभद्र भी सिर्फ प्रियंका गांधी ही पहुंचीं. एक तड़ीपार के डर से अखिलेश घर में दुबके रहे. उनका पूरा संघर्ष किसी तरह सिर्फ़ घर में अपने को नजरबंद करा लेने तक का ही रहा.
शाहनवाज ने कहा कि पिछले चुनावों से अखिलेश यादव की अपनी बिरादरी का वोट तेजी से उनसे दूर भागा है.0 यहां तक कि कन्नौज, फिरोजाबाद और बदायूं तक में वे अपनी बिरादरी को सपा में रोक नहीं पाए. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में यादव बिरादरी की कुल आबादी पांच प्रतिशत है और इसमें से भी आधा से ज़्यादा सपा को छोड़ चुका है. जो लोग बचे भी हैं वे सपा के मुस्लिम प्रत्याशियों को वोट नहीं देते. अगर भाजपा उनकी बिरादरी को टिकट दे देती है तो भी इनका वोट उधर चला जाता है. अब मुसलमान भी उन्हें वोट नहीं देगा जो उसे वोट नहीं देते.
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शाहनवाज आलम ने कहा कि अखिलेश यादव को मुस्लिम शब्द और समाज से चिढ़ है. इसीलिए वो अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के 100 साल होने पर ट्वीट करते हुए उसके नाम से मुस्लिम शब्द ही हटा देते हैं तो कभी मुस्लिम नेताओं को स्टूल पर बैठाकर अपमानित करते हैं.
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