लखनऊ: उत्तर प्रदेश की 11 विधानसभा सीटों के लिए शिक्षक और स्नातक चुनाव होने हैं. कई पार्टियों ने इन विधान परिषद सीटों के लिए होने वाले चुनाव में अपने उम्मीदवारों को उतारा है. कांग्रेस के नेता अंशु अवस्थी ने भारतीय जनता पार्टी की तरफ से बनारस और गोरखपुर में प्रत्याशी न उतारने को लेकर बीजेपी पर तंज कसा है.
वादाखिलाफी की वजह से घबरा रही है सरकार
कांग्रेस नेता अंशु अवस्थी का कहना है कि "शिक्षक/स्नातक एमएलसी चुनाव में बनारस और गोरखपुर में भाजपा की तरफ से अपना प्रत्याशी न उतारना यह दिखाता है कि सरकार उत्तर प्रदेश में फैली बेरोजगारी और नौजवानों से वादाखिलाफी से डरी हुई है. जहां पर बैलेट से चुनाव होता है आखिर वहां पर क्यों चुनाव से भाग रही है भाजपा. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने स्नातक चुनाव में बनारस में प्रत्याशी नहीं खड़ा किया किसी को समर्थन दिया. गोरखपुर तो स्वयं मुख्यमंत्री का अपना गृह जनपद क्षेत्र है. वहां पर भी स्नातक एमएलसी में अपना प्रत्याशी न उतारना ये यह दर्शाता है कि सरकार भय खाती है. योगी सरकार में जितनी भी परीक्षाएं हुई सबके पेपर लीक हो गए. शिक्षक भर्ती में जो घोटाला हुआ उससे पूर्वांचल का नौजवान नाराज बैठा है. भाजपा सरकार इस बात से डर गई है इसलिए भाजपा ने अपने स्नातक एमएलसी प्रत्याशी बनारस और गोरखपुर में नहीं उतारे हैं."
मुख्यमंत्री से किया सवाल
कांग्रेस नेता अंशु अवस्थी ने कहा कि "हिम्मत है तो भारतीय जनता पार्टी अपने प्रत्याशी उतारे तब पता चलेगा उत्तर प्रदेश का नौजवान कितना नाराज है आपसे. उत्तर प्रदेश में जंगलराज है. जहां पर भी बैलेट से चुनाव होता है. भाजपा अपने प्रत्याशी नहीं उतरती है."
'बैलेट से चुनाव में डरती है भाजपा, इसलिए नहीं उतारती प्रत्याशी': अंशु अवस्थी
उत्तर प्रदेश की 11 विधानसभा सीटों के लिए शिक्षक और स्नातक चुनाव होने हैं. कांग्रेस के नेता अंशु अवस्थी ने भाजपा की तरफ से वाराणसी और गोरखपुर में प्रत्याशी न उतारने को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की 11 विधानसभा सीटों के लिए शिक्षक और स्नातक चुनाव होने हैं. कई पार्टियों ने इन विधान परिषद सीटों के लिए होने वाले चुनाव में अपने उम्मीदवारों को उतारा है. कांग्रेस के नेता अंशु अवस्थी ने भारतीय जनता पार्टी की तरफ से बनारस और गोरखपुर में प्रत्याशी न उतारने को लेकर बीजेपी पर तंज कसा है.
वादाखिलाफी की वजह से घबरा रही है सरकार
कांग्रेस नेता अंशु अवस्थी का कहना है कि "शिक्षक/स्नातक एमएलसी चुनाव में बनारस और गोरखपुर में भाजपा की तरफ से अपना प्रत्याशी न उतारना यह दिखाता है कि सरकार उत्तर प्रदेश में फैली बेरोजगारी और नौजवानों से वादाखिलाफी से डरी हुई है. जहां पर बैलेट से चुनाव होता है आखिर वहां पर क्यों चुनाव से भाग रही है भाजपा. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने स्नातक चुनाव में बनारस में प्रत्याशी नहीं खड़ा किया किसी को समर्थन दिया. गोरखपुर तो स्वयं मुख्यमंत्री का अपना गृह जनपद क्षेत्र है. वहां पर भी स्नातक एमएलसी में अपना प्रत्याशी न उतारना ये यह दर्शाता है कि सरकार भय खाती है. योगी सरकार में जितनी भी परीक्षाएं हुई सबके पेपर लीक हो गए. शिक्षक भर्ती में जो घोटाला हुआ उससे पूर्वांचल का नौजवान नाराज बैठा है. भाजपा सरकार इस बात से डर गई है इसलिए भाजपा ने अपने स्नातक एमएलसी प्रत्याशी बनारस और गोरखपुर में नहीं उतारे हैं."
मुख्यमंत्री से किया सवाल
कांग्रेस नेता अंशु अवस्थी ने कहा कि "हिम्मत है तो भारतीय जनता पार्टी अपने प्रत्याशी उतारे तब पता चलेगा उत्तर प्रदेश का नौजवान कितना नाराज है आपसे. उत्तर प्रदेश में जंगलराज है. जहां पर भी बैलेट से चुनाव होता है. भाजपा अपने प्रत्याशी नहीं उतरती है."