लखनऊ: हाथरस गैंगरेप मामले पर योगी सरकार ने SIT को जांच रिपोर्ट दाखिल करने के लिए 10 दिन का और समय दे दिया है. इसको लेकर तमाम तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं. कांग्रेस नेता अंशू अवस्थी ने योगी सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि हाथरस की घटना में योगी सरकार, 'delay is the best policy of destroy' की नीति पर चल रही है.
कांग्रेस नेता अंशू अवस्थी ने कहा कि मामले में SIT जांच को योगी सरकार ने शीर्ष प्राथमिकता बताया था. साथ ही मामले की जांच के लिए SIT टीम गठित की थी. SIT द्वारा तय समय पर जांच पूरी न करना और सरकार द्वारा SIT को फिर से 10 दिन का समय देना पूरी तरीके से मामले में गड़बड़ी की ओर इशारा करता है.
कांग्रेस नेता अंशू अवस्थी ने कहा कि हाथरस की घटना से पूरा देश हिल गया है. इस घटना में लगातार दरिंदों और बलात्कारियों को बचाने की कोशिश उत्तर प्रदेश की योगी सरकार कर रही है. उन्होंने कहा कि आज SIT की जांच समय पर पूरी न होना बहुत कुछ कहता है. योगी सरकार द्वारा CBI जांच के लिए केंद्र सरकार को पत्र लिखे हुए 3 दिन से ज्यादा हो गया है, लेकिन अभी तक केंद्र सरकार द्वारा CBI जांच की अनुमति न देना भी बहुत कुछ कहता है.
कांग्रेस नेता अंशू अवस्थी ने सवाल करते हुए कहा कि यदि मुंबई के एक दिगवंत अभिनेता की मौत के मामले की CBI जांच के आदेश 10 घंटे में हो सकते हैं तो एक दलित महिला के लिए इतनी देरी क्यों की जा रही है? अंशू अवस्थी ने सवाल किया कि आखिर बीजेपी सरकार क्यों बलात्कारियों को बचा रही है? उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि यह भाजपा का महिला और दलित विरोधी चेहरा है. सरकार चाहे जितना प्रयास कर ले, कांग्रेस पार्टी पीड़िता को न्याय दिलाएगी.