लखनऊ: सुप्रीम कोर्ट ने उन्नाव दुष्कर्म केस को उत्तर प्रदेश से दिल्ली ट्रांसफर कर दिया है. इसे कांग्रेस ने अपनी उपलब्धि बताते हुए मांग की है कि आरोपी विधायक कुलदीप सेंगर को भी उत्तर प्रदेश से तिहाड़ जेल ट्रांसफर किया जाए. इतना ही नहीं कांग्रेस की यह भी मांग है कि आरोपी विधायक की विधान सभा से सदस्यता भी रद्द की जाए.
सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने उन्नाव रेप केस को उत्तर प्रदेश से हटाकर दिल्ली ट्रांसफर किए जाने पर सुप्रीम कोर्ट के इस कदम का स्वागत किया है, इसके साथ ही यह भी कहा है कि इससे कहीं न कहीं उत्तर प्रदेश सरकार की कार्यशैली पर सवालिया निशान भी लगे हैं. अब यह जगजाहिर हो गया है कि उत्तर प्रदेश में पूरी तरह से जंगलराज कायम है. यहां पर किसी को भी न्याय नहीं मिल सकता है.
सुप्रीम कोर्ट का फैसला स्वागत योग्य है. जिस दुष्कर्म पीड़िता मामले की 2 साल से कोई गवाही नहीं हो रही थी, कोई चार्ज सीट नहीं लगाई जा रही थी सुनवाई नहीं हो रही थी, उसकी रिपोर्ट नहीं लिखी जा रही थी उसी के लिए अब सुप्रीम कोर्ट ने 45 दिन का समय निर्धारित कर दिया है. अब 45 दिन का ट्रायल तय कर दिया है . यह हमारी उपलब्धि है, कांग्रेस की उपलब्धि है. हम पीड़िता के साथ खड़े हैं जब तक उसे पूर्ण न्याय नहीं मिल जाता है.
-प्रमोद तिवारी, वरिष्ठ नेता कांग्रेस