लखनऊ: कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक दिन पहले मायावती पर विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस से गठबंधन न करने को लेकर और दलितों के मुद्दे पर निशाना साधा. इस पर रविवार को मायावती ने प्रेसवार्ता कर राहुल के बयान पर पलटवार किया. बसपा सुप्रीमो के पलटवार करते ही कांग्रेस फिर से उनपर हमलावर हो गई. दिनभर दलितों के मुद्दे को लेकर कांग्रेस ने ट्विटर पर "बहन जी कहां थीं" का अभियान चलाया.
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प्रयागराज में एक दलित परिवार के 4 लोगों की हत्या कर दी गई, तब @priyankagandhi जी ने उस परिवार के आँसू पोंछे, हाथ थामा।
— Congress (@INCIndia) April 10, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
दलितों के साथ अन्याय पर मायावती जी की चुप्पी के कारण ही दलित समाज सवाल पूछ रहा है कि बहन जी उस वक़्त कहाँ थीं? pic.twitter.com/j4CQ81yeRO
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— Congress (@INCIndia) April 10, 2022
दलितों के साथ अन्याय पर मायावती जी की चुप्पी के कारण ही दलित समाज सवाल पूछ रहा है कि बहन जी उस वक़्त कहाँ थीं? pic.twitter.com/j4CQ81yeROप्रयागराज में एक दलित परिवार के 4 लोगों की हत्या कर दी गई, तब @priyankagandhi जी ने उस परिवार के आँसू पोंछे, हाथ थामा।
— Congress (@INCIndia) April 10, 2022
दलितों के साथ अन्याय पर मायावती जी की चुप्पी के कारण ही दलित समाज सवाल पूछ रहा है कि बहन जी उस वक़्त कहाँ थीं? pic.twitter.com/j4CQ81yeRO
कांग्रेस ने मायावती पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया कि हाथरस में दलित बेटी के साथ जो हुआ, वह मंजर आज तक देश को याद है. देश के दलित वर्ग को यह भी याद है कि उस बेटी को न्याय दिलाने के लिए राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने किस तरह संघर्ष किया. इसलिए दलित वर्ग पूछ रहा है कि उस वक्त 'बहन जी कहां थीं'? रोहित वेमुला की संस्थागत हत्या के मामले में कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी ही वो नेता थे जिन्होंने मजबूती से आवाज उठाई.
दलित भाई-बहन भी जानते हैं कि राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी उनके हितों से समझौता नहीं करेगी. इसलिए वह पूछ रहे हैं कि उस वक्त 'बहन जी कहां थीं? दिल्ली के कैंट में दलित मासूम के साथ हुई घटना को कौन भूल सकता है. देश के दलितों को पता है कि उन पर आंच जाएगी तो राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी उनके साथ खड़े मिलेंगे. अब वही दलित समाज पूछ रहा है कि उस वक्त 'बहन जी कहां थीं?
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उन्नाव में तीन दलित बहनों के साथ जघन्य अपराध, आगरा में एक दलित की हिरासत में मौत, प्रयागराज में एक दलित परिवार के चार लोगों की हत्या आदि मुद्दों को लेकर भी कांग्रेस ने मायावती पर निशाना साधा. गौरतलब है कि राहुल गांधी पर मायावती ने निशाना साधते हुए कहा था कि पहले अपने गिरेबान में झांकें. उनके अपने लोग ही पार्टी से भाग रहे हैं. बहुजन समाज पार्टी हमेशा से दलितों की हितैषी रही है. दलितों को लेकर कांग्रेस को फिक्र करने की जरूरत नहीं है.
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