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Agnipath Scheme Protest: UP में कांग्रेस का सत्याग्रह शुरू,अग्निपथ को बताया युवाओं के भविष्य का संकट

कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के आदेश पर सोमवार को पार्टी के नेता/कार्यकर्ता देश भर में सेना भर्ती की नई स्कीम अग्निपथ के विरोध में धरने पर बैठ गए. कांग्रेस के देशव्यापी इस प्रदर्शन का असर उत्तर प्रदेश में बड़े स्तर पर देखने को मिला,पढ़िए पूरी खबर...

अग्निपथ योजना को लेकर कांग्रेस का विरोध शुरू
अग्निपथ योजना को लेकर कांग्रेस का विरोध शुरू
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Published : Jun 27, 2022, 12:30 PM IST

Updated : Jun 27, 2022, 10:47 PM IST

लखनऊ/अयोध्या/झांसी(ईटीवी भारत डेस्क) : कांग्रेस पार्टी ने एक दिन पहले सेना भर्ती की नई स्कीम अग्निपथ के खिलाफ देश व्यापी विरोध प्रदर्शन करने का एलान किया था. कांग्रेस पार्टी की प्लानिंग के मुताबिक, सोमवार को पार्टी ने यूपी में विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. कांग्रेस की तरफ से देश के सभी राज्यों के विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी के वरिष्ठ नेता और पदाधिकारी सोमवार को शांतिपूर्ण सत्याग्रह करने पर बैठ गए.

पार्टी के पूर्व केन्द्रीय मंत्री व राष्ट्रीय महासचिव अजय माकन ने कहा कि हम अग्निवीर योजना को तुरंत प्रभाव से वापस लेने की मांग करते हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री युवाओं की बात क्यों नहीं सुन रहे हैं? वह चुप क्यों हैं? हम उनसे उनके अहंकार को त्यागने का निवेदन करते हैं. उनके इसी अहंकार ने किसान आंदोलन के दौरान 700 किसानों की जान ली थी. देश हित में, हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा और युवाओं के भविष्य को ध्यान में रखते हुए इस इतिहास को दोहराया नहीं जाना चाहिए. प्रधानमंत्री द्वारा अपनी गलती मानते हुए इस युवा और राष्ट्रविरोधी योजना को वापस लिया जाए.

अजय मकान ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अग्निपथ योजना पर सवाल खड़े किए थे. उन्होंने कहा था कि यह तुगलकी सरकार पहले फैसला करती है और बाद में सोचती है. अग्निपथ योजना के मामले में भी कई बदलाव आ चुके हैं. लेकिन, भारत के युवा इसे वापस लेने की मांग कर रहे हैं. आज देश को बचाने की जरूरत है. लेकिन, यह सरकार पैसे बचाने में लगी है. युवा, पूर्व सैनिक तथा रक्षा विशेषज्ञ सभी हितधारकों ने मोदी सरकार की इस अग्निपथ योजना को नकार कर दिया है. कई सेवारत अधिकारियों ने निजी तौर पर इस संबंध में अपनी चिंता व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि वे सेना के विरुद्ध एक शब्द भी नहीं कहते. वे अपने सशस्त्र बलों के कल्याण और राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति चिंतित हैं.

राष्ट्रीय महासचिव अजय माकन ने कहा कि अग्निपथ योजना अभी तक भाजपा सरकार द्वारा बनाई गई एक और नई गलत योजना है, जो मौजूदा समस्याओं का समाधान किए बिना भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए नई समस्याएं पैदा करेगी. अग्निवीरों के लिए प्रशिक्षण की अल्प अवधि (6 महीने) का हमारे सशस्त्र बलों की गुणवत्ता, दक्षता और प्रभावशीलता पर नकारात्मक असर पड़ेगा. व्यवहार और वेतन/लाभ के दो पैमाने निष्पक्षता के सभी मानदंडों का उल्लंघन है. यह भेदभाव सशस्त्र बलों और उनमें अनुशासन के लिए कई अप्रत्याशित और गंभीर समस्याएं पैदा करेगा.

अजय माकन ने कहा कि सेना में सबसे बड़ा एस्सेट सैनिक हैं, जो यूनिट के जुड़ाव के आधार पर लड़ता है और देश की रक्षा करता है. सैनिक के बलिदान की भावना, जिसे 'नाम, नमक व निशान' से जाना जाता है, वह सालों के जुड़ाव से पैदा होता है. एक अनुशासित कमान में हर कुबार्नी देने वाला फौज के लिए परंपराओं का यह जुड़ाव उन्हें एक परिवार बनाता है तथा उस मार्ग पर चलकर वह देश के लिए सर्वाेच्च कुबार्नी करने को सदैव तत्पर रहते हैं.

कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव माकन ने कहा कि देश में निवेश नहीं हो रहा है, उद्योग नहीं लग रहे हैं, अर्थव्यवस्था चौपट हो ही है. लोगों को रोजगार नहीं मिल पा रहा है. देश के करोड़ों युवा बेरोजगारी झेल रहे हैं. लेकिन सरकार बिल्कुल बेपरवाह है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार आज देश में 62 लाख से ज्यादा सरकारा नौकरियों के पद खाली पड़े हैं. इनमें से 26 लाख तो केवल केंद्र सरकार की नौकरियां हैं.

सच्चाई यह है कि कॉन्ट्रैक्ट की नौकरी पर 17 से 21 साल के जवानों को रखने से औसत आयु तो कम हो जाएगी. लेकिन, क्या वास्तव में इसकी जरूरत थी? अगर 30 साल का फौजी लड़ने लायक नहीं बचता तो 30 से अधिक उम्र के इतने सैनिकों को बहादुरी के लिए परमवीर चक्र कैसे मिला? जवानों को चार साल की कच्ची नौकरा पर रखने और उसके बाद एक चौथाई को निकाल देने से सेना का मनोबल मजबूत कैसे होगा? तकनीकी रूप से सक्षम होने के लिए लंबी ट्रेनिंग की जरूरत होगी. दसवीं पास जवान को सिर्फ चार साल के लिए भर्ती करने से तकनीकी क्षमता कैसे बढ़ेगी?

यह भी पढ़ें: भीम आर्मी में फूट: मंजीत नौटियाल ने चंद्रशेखर पर लगाया संगठन तोड़ने का आरोप, खुद को बताया राष्ट्रीय अध्यक्ष

उन्होंने कहा कि सरकार बोल रही है कि 25 प्रतिशत अग्निवीरों की सेना में भर्ती की जाएगी. यानी सच्चाई यह है कि उसमें 25 प्रतिशत लोगों को 25 प्रतिशत नहीं, 25 प्रतिशत तक ध्यान रखिएगा. ये हैं सेल्समैन, मेगा बम्पर ऑफर की मानसिकता. उन्होंने कहा कि 25 प्रतिशत तक क्या होता है, मतलब 25 प्रतिशत की भी गारंटी नहीं है.

लखनऊ में अग्निपथ योजना के विरोध में शुरू हुआ हस्ताक्षर अभियान
केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के विरोध में शिक्षण संस्थानों में भी विरोध शुरू हो गया है. बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय (BBAU) लखनऊ में National Students Union of India (NSUI) के द्वारा अग्निपथ योजना के विरोध में हस्ताक्षर अभियान चलाया गया. एनएसयूआई के बीबीएयू इकाई के अध्यक्ष एलएलबी छात्र अमय सोनकर के नेतृत्व में सोमवार को सेंट्रल कैंटीन पर हस्ताक्षर अभियान चलाया गया.

एलएलबी की छात्रा अनन्या मंगलम ने बताया कि इस योजना को लाकर सरकार ने सेना में भर्ती के लिए सालों से तैयारी कर रहे अभियर्थियों के साथ धोखा किया है. सेना में भर्ती सिर्फ एक नौकरी नहीं एक भावना होती, जो कि नौजवान अपनी जिदगी तक दांव पर लगाने के लिए प्रेरित करती है. अमय सोनकर की मांग है कि सरकार इस योजना को जल्द से जल्द वापस ले.

अयोध्या में अग्निवीर के खिलाफ सड़कों पर उतरे कांग्रेसी
केंद्र सरकार की नई सेना भर्ती योजना अग्निवीर के खिलाफ कांग्रेस ने सोमवार को अयोध्या में विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. कांग्रेस इस योजना के खिलाफ आज देश भर में सत्याग्रह कर रही है. इसी क्रम में अयोध्या कांग्रेस कमेटी के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने शहर के गांधी पार्क में बैठकर सत्याग्रह कर अपना विरोध जताया. सत्याग्रह के दौरान कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष निर्मल खत्री ने कहा कि शीर्ष नेतृत्व के निर्देश पर जिला मुख्यालय सहित सभी विधानसभा क्षेत्रों में अग्निपथ योजना का विरोध किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि यह योजना युवाओं के भविष्य के लिए संकट है.

अयोध्या में अग्निपथ के खिलाफ कांग्रेस का प्रदर्शन

झांसी में पूर्व केन्द्रीय मंत्री बोले- मोदी सरकार का नारा है, मर जवान-मर किसान
सेना भर्ती की नई योजना अग्निपथ के विरोध में सोमवार को कांग्रेस के नेताओं/कार्यकर्ताओं ने सत्याग्रह आंदोलन किया. विरोध प्रदर्शन के समय सेना भर्ती की अग्निपथ योजना को वापस लेने की मांग की गई. प्रदर्शन में शामिल पूर्व केन्द्रीय मंत्री प्रदीप जैन ने अग्निपथ योजना को केंन्द्र सरकार का तुगलकी फरमान बताया. पूर्व केन्द्रीय मंत्री प्रदीप जैन ने कहा कि देश में एक नारा था 'जय जवान, जय किसान' लेकिन मोदी सरकार में नारा है 'मर जवान, मर किसान'. विरोध प्रदर्शन का आयोजन झांसी जिले के गांधी उद्यान में हुआ.

झांसी में अग्निपथ के खिलाफ कांग्रेस ने खोला मोर्चा

कानपुर देहात में अग्निपथ के विरोध में कांग्रेस ने किया प्रदर्शन
कांग्रेस पार्टी के प्रदेश सचिव अम्बरीष सिंह गौर के नेतृत्व में कानपुर देहात में अग्निपथ के विरोध में प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शन का कार्यक्रम अकबरपुर स्थित गांधी पार्क में हुआ. इस दौरान कांग्रेस के प्रदेश सचिव अम्बरीष सिंह गौर ने ऐलान किया कि जब तक केंद्र सरकार अग्निपथ योजना वापस नहीं लेगी, तब तक वह 24 घंटे में सिर्फ एक बार ही खाना खाएंगे.

कानपुर देहात में कांग्रेसियों ने अग्निवीर योजना के खिलाफ खोला मोर्चा

कानपुर के बिल्हौर में कांग्रेसियों ने अग्निपथ के खिलाफ किया प्रदर्शन, सौंपा ज्ञापन
सेना भर्ती स्कीम अग्निपथ के विरोध में आज कांग्रेसियों ने कानपुर के बिल्हौर में विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बिल्हौर तहसील में ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में अग्निपथ योजना को वापस लेने के लिए केंन्द्र सरकार से मांग की गई.

अमेठी में अग्निपथ के विरोध में कांग्रेसियों ने भरी हुंकार
अग्निपथ योजना के विरोध में सोमवार को कांग्रेस पाटी के नेता/कार्यकर्ताओं में हुंकार भरी. कांग्रेसियों ने पार्टी के जिला कार्यालय पर अग्निपथ योजना के विरोध में सत्याग्रह आंदोलन किया. प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने केंन्द्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. जिला कांग्रेस कमेटी अमेठी के अध्यक्ष प्रदीप सिंघल के नेतृत्व में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान कांग्रेस के जिला अध्यक्ष प्रदीप सिंघल ने कहा कि सेना में 4 साल की भर्ती के लिए लागू की गई योजना से युवाओं का मनोबल गिरेगा. अग्निपथ योजना युवाओं के लिए किसी भी तरीके से ठीक नहीं है.

मुजफ्फरनगर में अग्निपथ योजना के विरोध में कांग्रेसियों ने दिया धरना
सोमवार को कांग्रेस पार्टी ने नेताओं और कार्यकर्ताओं ने देश भर में अग्निपथ योजना के खिलाफ प्रदर्शन किया. इसी कड़ी में आज मुजफ्फरनगर में भी कांग्रेसियो ने सेना भर्ती के लिए लागू की गई योजना अग्निपथ के विरोध में आवाज उठाई. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अग्निपथ योजना को वापस लेने की मांग करते हुए सदर विधानसभा क्षेत्र स्थित जिला कलेक्ट्रेट पर पहुंचकर धरना प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस के जिलाध्यक्ष सुबोध शर्मा ने कहा कि अग्निपथ योजना के तहत 4 साल में युवा ट्रेनिंग लेकर घर आ जाएगा. इसके बाद वह बेरोजगार होकर इधर-उधर भटकेगा. उन्होंने कहा कि अग्निपथ योजना देश के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ है.

संतकबीरनगर में कांग्रेस पार्टी के जिलाध्यक्ष को पुलिस ने किया नजरबंद
संतकबीरनगर जिले में कांग्रेस पार्टी के जिला अध्यक्ष प्रवीण चंद्र पांडेय को पुलिस ने नजरबंद कर दिया. पुलिस ने पार्टी कार्यालय व कांग्रेस जिलाध्यक्ष के घर पर पहरा लगा दिया. दरअसल, कांग्रेस पार्टी ने सोमवार को पूरे देश में सेना भर्ती योजना अग्निवीर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया था. कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के ऐलान के बाद यूपी के कई जिलों में आज अग्निवीर योजना के विरोध में प्रदर्शन किया गया. इसी कड़ी में संतकबीरनगर जनपद में कांग्रेस के जिलाध्यक्ष प्रवीण चंद्र पांडेय विरोध प्रदर्शन करने का प्लान बना रहे थे.

इसी बीच प्रशासन ने कांग्रेस जिलाध्यक्ष को नजरबंद कर दिया. वहीं कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रवीण चंद्र पांडेय ने कहा कि भाजपा सरकार की इस योजना से युवाओं का सपना टूट रहा है. उन्होंने कहा कि यह सरकार अग्निवीर योजना चलाकर बेरोजगार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है. चार साल बाद जब युवा सेना की नौकरी करके लौटेगा, तो उसके पास अन्य रोजगार प्राप्ति का भी कोई साधन नहीं बचेगा. जिससे युवाओं का आगे का जीवन मुश्किल हो जाएगा. प्रवीण चंद्र पांडेय ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार अन्य कंपनियों की तर्ज पर सेना को भी निजी हाथों में सौंपने का प्रयास कर रही है.

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लखनऊ/अयोध्या/झांसी(ईटीवी भारत डेस्क) : कांग्रेस पार्टी ने एक दिन पहले सेना भर्ती की नई स्कीम अग्निपथ के खिलाफ देश व्यापी विरोध प्रदर्शन करने का एलान किया था. कांग्रेस पार्टी की प्लानिंग के मुताबिक, सोमवार को पार्टी ने यूपी में विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. कांग्रेस की तरफ से देश के सभी राज्यों के विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी के वरिष्ठ नेता और पदाधिकारी सोमवार को शांतिपूर्ण सत्याग्रह करने पर बैठ गए.

पार्टी के पूर्व केन्द्रीय मंत्री व राष्ट्रीय महासचिव अजय माकन ने कहा कि हम अग्निवीर योजना को तुरंत प्रभाव से वापस लेने की मांग करते हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री युवाओं की बात क्यों नहीं सुन रहे हैं? वह चुप क्यों हैं? हम उनसे उनके अहंकार को त्यागने का निवेदन करते हैं. उनके इसी अहंकार ने किसान आंदोलन के दौरान 700 किसानों की जान ली थी. देश हित में, हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा और युवाओं के भविष्य को ध्यान में रखते हुए इस इतिहास को दोहराया नहीं जाना चाहिए. प्रधानमंत्री द्वारा अपनी गलती मानते हुए इस युवा और राष्ट्रविरोधी योजना को वापस लिया जाए.

अजय मकान ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अग्निपथ योजना पर सवाल खड़े किए थे. उन्होंने कहा था कि यह तुगलकी सरकार पहले फैसला करती है और बाद में सोचती है. अग्निपथ योजना के मामले में भी कई बदलाव आ चुके हैं. लेकिन, भारत के युवा इसे वापस लेने की मांग कर रहे हैं. आज देश को बचाने की जरूरत है. लेकिन, यह सरकार पैसे बचाने में लगी है. युवा, पूर्व सैनिक तथा रक्षा विशेषज्ञ सभी हितधारकों ने मोदी सरकार की इस अग्निपथ योजना को नकार कर दिया है. कई सेवारत अधिकारियों ने निजी तौर पर इस संबंध में अपनी चिंता व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि वे सेना के विरुद्ध एक शब्द भी नहीं कहते. वे अपने सशस्त्र बलों के कल्याण और राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति चिंतित हैं.

राष्ट्रीय महासचिव अजय माकन ने कहा कि अग्निपथ योजना अभी तक भाजपा सरकार द्वारा बनाई गई एक और नई गलत योजना है, जो मौजूदा समस्याओं का समाधान किए बिना भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए नई समस्याएं पैदा करेगी. अग्निवीरों के लिए प्रशिक्षण की अल्प अवधि (6 महीने) का हमारे सशस्त्र बलों की गुणवत्ता, दक्षता और प्रभावशीलता पर नकारात्मक असर पड़ेगा. व्यवहार और वेतन/लाभ के दो पैमाने निष्पक्षता के सभी मानदंडों का उल्लंघन है. यह भेदभाव सशस्त्र बलों और उनमें अनुशासन के लिए कई अप्रत्याशित और गंभीर समस्याएं पैदा करेगा.

अजय माकन ने कहा कि सेना में सबसे बड़ा एस्सेट सैनिक हैं, जो यूनिट के जुड़ाव के आधार पर लड़ता है और देश की रक्षा करता है. सैनिक के बलिदान की भावना, जिसे 'नाम, नमक व निशान' से जाना जाता है, वह सालों के जुड़ाव से पैदा होता है. एक अनुशासित कमान में हर कुबार्नी देने वाला फौज के लिए परंपराओं का यह जुड़ाव उन्हें एक परिवार बनाता है तथा उस मार्ग पर चलकर वह देश के लिए सर्वाेच्च कुबार्नी करने को सदैव तत्पर रहते हैं.

कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव माकन ने कहा कि देश में निवेश नहीं हो रहा है, उद्योग नहीं लग रहे हैं, अर्थव्यवस्था चौपट हो ही है. लोगों को रोजगार नहीं मिल पा रहा है. देश के करोड़ों युवा बेरोजगारी झेल रहे हैं. लेकिन सरकार बिल्कुल बेपरवाह है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार आज देश में 62 लाख से ज्यादा सरकारा नौकरियों के पद खाली पड़े हैं. इनमें से 26 लाख तो केवल केंद्र सरकार की नौकरियां हैं.

सच्चाई यह है कि कॉन्ट्रैक्ट की नौकरी पर 17 से 21 साल के जवानों को रखने से औसत आयु तो कम हो जाएगी. लेकिन, क्या वास्तव में इसकी जरूरत थी? अगर 30 साल का फौजी लड़ने लायक नहीं बचता तो 30 से अधिक उम्र के इतने सैनिकों को बहादुरी के लिए परमवीर चक्र कैसे मिला? जवानों को चार साल की कच्ची नौकरा पर रखने और उसके बाद एक चौथाई को निकाल देने से सेना का मनोबल मजबूत कैसे होगा? तकनीकी रूप से सक्षम होने के लिए लंबी ट्रेनिंग की जरूरत होगी. दसवीं पास जवान को सिर्फ चार साल के लिए भर्ती करने से तकनीकी क्षमता कैसे बढ़ेगी?

यह भी पढ़ें: भीम आर्मी में फूट: मंजीत नौटियाल ने चंद्रशेखर पर लगाया संगठन तोड़ने का आरोप, खुद को बताया राष्ट्रीय अध्यक्ष

उन्होंने कहा कि सरकार बोल रही है कि 25 प्रतिशत अग्निवीरों की सेना में भर्ती की जाएगी. यानी सच्चाई यह है कि उसमें 25 प्रतिशत लोगों को 25 प्रतिशत नहीं, 25 प्रतिशत तक ध्यान रखिएगा. ये हैं सेल्समैन, मेगा बम्पर ऑफर की मानसिकता. उन्होंने कहा कि 25 प्रतिशत तक क्या होता है, मतलब 25 प्रतिशत की भी गारंटी नहीं है.

लखनऊ में अग्निपथ योजना के विरोध में शुरू हुआ हस्ताक्षर अभियान
केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के विरोध में शिक्षण संस्थानों में भी विरोध शुरू हो गया है. बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय (BBAU) लखनऊ में National Students Union of India (NSUI) के द्वारा अग्निपथ योजना के विरोध में हस्ताक्षर अभियान चलाया गया. एनएसयूआई के बीबीएयू इकाई के अध्यक्ष एलएलबी छात्र अमय सोनकर के नेतृत्व में सोमवार को सेंट्रल कैंटीन पर हस्ताक्षर अभियान चलाया गया.

एलएलबी की छात्रा अनन्या मंगलम ने बताया कि इस योजना को लाकर सरकार ने सेना में भर्ती के लिए सालों से तैयारी कर रहे अभियर्थियों के साथ धोखा किया है. सेना में भर्ती सिर्फ एक नौकरी नहीं एक भावना होती, जो कि नौजवान अपनी जिदगी तक दांव पर लगाने के लिए प्रेरित करती है. अमय सोनकर की मांग है कि सरकार इस योजना को जल्द से जल्द वापस ले.

अयोध्या में अग्निवीर के खिलाफ सड़कों पर उतरे कांग्रेसी
केंद्र सरकार की नई सेना भर्ती योजना अग्निवीर के खिलाफ कांग्रेस ने सोमवार को अयोध्या में विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. कांग्रेस इस योजना के खिलाफ आज देश भर में सत्याग्रह कर रही है. इसी क्रम में अयोध्या कांग्रेस कमेटी के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने शहर के गांधी पार्क में बैठकर सत्याग्रह कर अपना विरोध जताया. सत्याग्रह के दौरान कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष निर्मल खत्री ने कहा कि शीर्ष नेतृत्व के निर्देश पर जिला मुख्यालय सहित सभी विधानसभा क्षेत्रों में अग्निपथ योजना का विरोध किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि यह योजना युवाओं के भविष्य के लिए संकट है.

अयोध्या में अग्निपथ के खिलाफ कांग्रेस का प्रदर्शन

झांसी में पूर्व केन्द्रीय मंत्री बोले- मोदी सरकार का नारा है, मर जवान-मर किसान
सेना भर्ती की नई योजना अग्निपथ के विरोध में सोमवार को कांग्रेस के नेताओं/कार्यकर्ताओं ने सत्याग्रह आंदोलन किया. विरोध प्रदर्शन के समय सेना भर्ती की अग्निपथ योजना को वापस लेने की मांग की गई. प्रदर्शन में शामिल पूर्व केन्द्रीय मंत्री प्रदीप जैन ने अग्निपथ योजना को केंन्द्र सरकार का तुगलकी फरमान बताया. पूर्व केन्द्रीय मंत्री प्रदीप जैन ने कहा कि देश में एक नारा था 'जय जवान, जय किसान' लेकिन मोदी सरकार में नारा है 'मर जवान, मर किसान'. विरोध प्रदर्शन का आयोजन झांसी जिले के गांधी उद्यान में हुआ.

झांसी में अग्निपथ के खिलाफ कांग्रेस ने खोला मोर्चा

कानपुर देहात में अग्निपथ के विरोध में कांग्रेस ने किया प्रदर्शन
कांग्रेस पार्टी के प्रदेश सचिव अम्बरीष सिंह गौर के नेतृत्व में कानपुर देहात में अग्निपथ के विरोध में प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शन का कार्यक्रम अकबरपुर स्थित गांधी पार्क में हुआ. इस दौरान कांग्रेस के प्रदेश सचिव अम्बरीष सिंह गौर ने ऐलान किया कि जब तक केंद्र सरकार अग्निपथ योजना वापस नहीं लेगी, तब तक वह 24 घंटे में सिर्फ एक बार ही खाना खाएंगे.

कानपुर देहात में कांग्रेसियों ने अग्निवीर योजना के खिलाफ खोला मोर्चा

कानपुर के बिल्हौर में कांग्रेसियों ने अग्निपथ के खिलाफ किया प्रदर्शन, सौंपा ज्ञापन
सेना भर्ती स्कीम अग्निपथ के विरोध में आज कांग्रेसियों ने कानपुर के बिल्हौर में विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बिल्हौर तहसील में ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में अग्निपथ योजना को वापस लेने के लिए केंन्द्र सरकार से मांग की गई.

अमेठी में अग्निपथ के विरोध में कांग्रेसियों ने भरी हुंकार
अग्निपथ योजना के विरोध में सोमवार को कांग्रेस पाटी के नेता/कार्यकर्ताओं में हुंकार भरी. कांग्रेसियों ने पार्टी के जिला कार्यालय पर अग्निपथ योजना के विरोध में सत्याग्रह आंदोलन किया. प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने केंन्द्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. जिला कांग्रेस कमेटी अमेठी के अध्यक्ष प्रदीप सिंघल के नेतृत्व में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान कांग्रेस के जिला अध्यक्ष प्रदीप सिंघल ने कहा कि सेना में 4 साल की भर्ती के लिए लागू की गई योजना से युवाओं का मनोबल गिरेगा. अग्निपथ योजना युवाओं के लिए किसी भी तरीके से ठीक नहीं है.

मुजफ्फरनगर में अग्निपथ योजना के विरोध में कांग्रेसियों ने दिया धरना
सोमवार को कांग्रेस पार्टी ने नेताओं और कार्यकर्ताओं ने देश भर में अग्निपथ योजना के खिलाफ प्रदर्शन किया. इसी कड़ी में आज मुजफ्फरनगर में भी कांग्रेसियो ने सेना भर्ती के लिए लागू की गई योजना अग्निपथ के विरोध में आवाज उठाई. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अग्निपथ योजना को वापस लेने की मांग करते हुए सदर विधानसभा क्षेत्र स्थित जिला कलेक्ट्रेट पर पहुंचकर धरना प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस के जिलाध्यक्ष सुबोध शर्मा ने कहा कि अग्निपथ योजना के तहत 4 साल में युवा ट्रेनिंग लेकर घर आ जाएगा. इसके बाद वह बेरोजगार होकर इधर-उधर भटकेगा. उन्होंने कहा कि अग्निपथ योजना देश के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ है.

संतकबीरनगर में कांग्रेस पार्टी के जिलाध्यक्ष को पुलिस ने किया नजरबंद
संतकबीरनगर जिले में कांग्रेस पार्टी के जिला अध्यक्ष प्रवीण चंद्र पांडेय को पुलिस ने नजरबंद कर दिया. पुलिस ने पार्टी कार्यालय व कांग्रेस जिलाध्यक्ष के घर पर पहरा लगा दिया. दरअसल, कांग्रेस पार्टी ने सोमवार को पूरे देश में सेना भर्ती योजना अग्निवीर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया था. कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के ऐलान के बाद यूपी के कई जिलों में आज अग्निवीर योजना के विरोध में प्रदर्शन किया गया. इसी कड़ी में संतकबीरनगर जनपद में कांग्रेस के जिलाध्यक्ष प्रवीण चंद्र पांडेय विरोध प्रदर्शन करने का प्लान बना रहे थे.

इसी बीच प्रशासन ने कांग्रेस जिलाध्यक्ष को नजरबंद कर दिया. वहीं कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रवीण चंद्र पांडेय ने कहा कि भाजपा सरकार की इस योजना से युवाओं का सपना टूट रहा है. उन्होंने कहा कि यह सरकार अग्निवीर योजना चलाकर बेरोजगार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है. चार साल बाद जब युवा सेना की नौकरी करके लौटेगा, तो उसके पास अन्य रोजगार प्राप्ति का भी कोई साधन नहीं बचेगा. जिससे युवाओं का आगे का जीवन मुश्किल हो जाएगा. प्रवीण चंद्र पांडेय ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार अन्य कंपनियों की तर्ज पर सेना को भी निजी हाथों में सौंपने का प्रयास कर रही है.

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Last Updated : Jun 27, 2022, 10:47 PM IST
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