लखनऊ: यूपी को सीधे कोरोना वैक्सीन (corona vaccine) बेंचने में कंपनियों ने दिलचस्पी नहीं दिखाई. महीने भर चली ग्लोबल टेंडर प्रक्रिया में किसी कंपनी ने भाग नहीं लिया. ऐसे में ड्रग कॉर्पोरेशन ने टेंडर क्लोज कर दिया. वहीं अब केंद्र सरकार से ही वैक्सीन राज्य को मुफ्त मिलेगी.
कंपनियों ने टेंडर में नहीं दिखाई दिलचस्पी
यूपी ड्रग कॉर्पोरेशन ने कोरोना वैक्सीन की खरीद के लिए सात मई को ग्लोबल टेंडर जारी किया था. पहले इस टेंडर में ऐसी शर्तें तय कर दी गई थी, जो कि कंपनियों के लिए अड़चन बन गई. इसमें 16 करोड़ गारंटी राशि के अलावा वैक्सीन स्टोरेज जैसी शर्तें थी. ऐसे में कंपनियों ने समस्याओं को शासन तक पहुंचाया. 17 मई को सरकार ने गारंटी की राशि घटाकर आठ करोड़ रुपये कर दी. इसके अलावा वैक्सीन भंडारण की शर्त में भी लचीलापन ला दिया. बावजूद कंपनियों की बेरुखी जारी रही. ऐसे में 21 मई की तारीख को बढ़ाकर 31 मई कर दी गई. इसके बाद टेंडर की तारीख 10 दिन और बढ़ा दी गई है. बावजूद कंपनियों ने टेंडर में दिलचस्पी नहीं दिखाई है.
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उधर, गत सोमवार को प्रधानमंत्री ने राज्यों को 45 वर्ष से ऊपर वालों की तरह 18 से 44 तक के लिए भी मुफ्त वैक्सीन का एलान किया. ऐसे में अब राज्यों को वैक्सीन खरीदनी नहीं होगी. ड्रग कार्पोरेशन के जीएम क्वालिटी कंट्रोल के मुताबिक टेंडर क्लोज कर दिया गया है.
अभी तक 70 लाख डोज का ऑर्डर
स्टेट इम्यूनाइजेशन ऑफिसर डॉ. अजय घई के मुताबिक यूपी में अभी तक 18 से 44 वर्ष के लिए 50 लाख डोज आई हैं. इसमें से 30 लाख से अधिक डोज युवाओं को लग चुकी हैं. वहीं 20 जून तक 20 लाख के करीब डोज और आएंगी. 21 जून को केंद्र सरकार की गाइड लाइन आएगी. अब केंद्र सरकार ही वैक्सीन देगी. ऐसे में राज्य क्यों खरीदेगा.