लखनऊ: राजधानी लखनऊ के पीजीआई थाना क्षेत्र में विगत दिनों हुई नमकीन कारोबारी की हत्या के मामले में पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजा. पुलिस के खुलासे को लेकर व्यापारी जहां खुश हुए. वहीं तमाम नागरिक भी प्रसन्न हैं. कमिश्नर डीके ठाकुर की बेहतरीन कार्यप्रणाली से इस रहस्यमयी हत्या का खुलासा हो सका. हालांकि खुलासे के बाद पुलिस उपाधीक्षक STF पीके मिश्रा सेवानिवृत्त हो गए, लेकिन उनकी महत्वपूर्ण भूमिका थी. इस पर कमिश्नर डीके ठाकुर ने उन्हें सेवानिवृत्त के उपरांत प्रशस्ति पत्र दिया है.
प्रशस्ति पत्र में कहा गया है कि उधमी अविनाश कुमार की हत्या के सम्बन्ध में दिनांक एक फरवरी को थाना पीजीआई पर धारा 302 का मुकदमा पंजीकृत हुआ था. उक्त घटना के अनावरण में पीके मिश्रा का सराहनीय एवं उच्चकोटि का योगदान रहा. इसी कारण उक्त घटना में शामिल आरोपी सुमित कटियार, अनमोल, विशाल वर्मा उर्फ शिवम वर्मा, सुनील गुप्ता उर्फ राजन की 9 फरवरी 2021 को गिरफ्तारी की गई.
कमिश्नर ने कहा कि उक्त घटना के अनावरण एवं अभियुक्तों की त्वरित गिरफ्तारी से आम जनमानस एवं खासकर उद्यमी अविनाश कुमार के परिवार एवं लखनऊ के उद्यमियों के मन में पुलिस विभाग के प्रति एक सकारात्मक छवि बनी. आम जनता पुलिस के कार्य की भूरि-भूरि प्रशंसा की गई. आपका यह कृत्य अपने दायित्वों के निर्वहन में उच्च कोटि की कर्तव्यपरायणता, निष्ठा एवं लगन के साथ ही साथ व्यवसायिक दक्षता कोप्रदर्शित करता है.