लखनऊ : पैसों के अभाव में अब किसी विद्यार्थी को बेहतर शिक्षा प्राप्त करने से वंचित नहीं रहना पड़ेगा. उनके लिए न केवल नि:शुल्क शिक्षा देने की व्यवस्था की जाएगी, बल्कि उन्हें विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में उत्तीर्ण होने के योग्य बनाया जाएगा. इसी को ध्यान में रखते हुए राजधानी के चार डिग्री कॉलेजों में गरीब छात्रों के लिए अभ्युदय योजना के तहत नि:शुल्क कोचिंग सेंटर की शुरुआत की गई है. नेशनल पीजी कॉलेज, कालीचरण पीजी कॉलेज, नेताजी सुभाष चंद्र पीजी कॉलेज व एपी सेन मेमोरियल पीजी कॉलेज में अभ्युदय योजना के तहत कोचिंग की शुरुआत की गई है. इन सभी कोचिंग सेंटर में 100-100 छात्रों को निशुल्क कोचिंग प्रदान की जाएगी.
नेशनल पीजी कॉलेज : संस्था में अभ्युदय योजना के तहत केंद्र का शुभारंभ समाज कल्याण विभाग के उपनिदेशक जे राम ने किया. कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर देवेंद्र सिंह ने बताया कि "केंद्र में कक्षाओं की शुरुआत 16 जनवरी से होगी." इस अवसर पर उपनिदेशक जे राम ने कहा कि "यूजीपीजी में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए इसका लाभ लेने के लिए विशेष अवसर है."
कालीचरण पीजी कॉलेज : कालीचरण पीजी कॉलेज में अभ्युदय योजना के तहत नि:शुल्क कोचिंग की शुरुआत की गई. सेंटर का उद्घाटन मलिहाबाद की विधायक जय देवी ने किया. मुख्यमंत्री अभ्युदय कोचिंग केंद्र के उद्घाटन पर उन्होंने कहा कि 'इस योजना में किसी प्रकार का भेदभाव नहीं किया जाता.' कार्यक्रम में समाज कल्याण अधिकारी सुनीता सिंह ने बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिए हर संभव मदद आश्वासन दिया.
सुभाष चंद्र बोस डिग्री कॉलेज : नेताजी सुभाष चंद्र बोस गर्ल्स डिग्री कॉलेज में नि:शुल्क अभ्युदय कोचिंग केंद्र का शुभारंभ यूपीएससी प्रशासन एवं प्रबंधन एकेडमी के महानिदेशक एल वेंकटेश्वर लू ने किया. महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो अनुराधा तिवारी ने छात्राओं से कहा कि 'वह इस योजना का अधिक से अधिक लाभ उठाएं.' महानिदेशक एल वेंकटेश्वर लू ने कहा कि 'प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में रटने के स्थान पर बौद्धिक विश्लेषण की क्षमता का विकास करें.' उन्होंने कहा कि 'अभी पोर्टल पर इग्नू व एनसीईआरटी के नोट्स भी उपलब्ध है.'
एपी सेन मेमोरियल गर्ल्स पीजी कॉलेज में सीएम अभ्युदय कोचिंग का उद्घाटन मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब ने किया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि 'यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन में सफलता के लिए धैर्य बहुत जरूरी है. एक दो बार में सफलता न मिले तो हार नहीं माननी चाहिए. सफलता के लिए मजबूत इच्छाशक्ति होना बहुत जरूरी है.' मंडलायुक्त ने कहा कि 'स्नातक और यूपीएससी की तैयारी के लिए समय का सामंजस्य बैठाना होगा.'