लखनऊ : बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिरकत की. इस दौरान उन्होंने बाबा साहब की मूर्ति पर माल्यार्पण किया और उनको याद करते हुए कहा कि जब कभी सामाजिक न्याय की बात आती है तो लोग बाबा साहब को ही याद करते हैं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पूरे देश में जब सामाजिक न्याय देने की बात होती है तो बाबा साहब का नाम बड़ी श्रद्धा के साथ लिया जाता है. बड़े घर में पैदा होकर कोई व्यक्ति कुछ कर ले उसका उतना महत्व नहीं होता, जितना कि किसी गरीब घर में पैदा होकर सामाजिक कठिनाइयों को झेलते हुए व्यक्ति का, जो कि समाज के लिए कुछ करना चाहता है और बाबा साहेब उन्हीं में से एक थे. आज पूरे देश में उन्होंने सामाजिक न्याय देने के लिए जो काम किया उसके लिए उन्हें सदैव स्मरण किया जाता है.
पाकिस्तान बनने पर साथ देने वाले जोगेंद्र नाथ मंडल पाकिस्तान से मात्र 3 साल में लौट आए और भारत में गुमनामी का जीवन जीते रहे. भारत के निर्माण में योगदान देने वाले बाबा साहेब प्रेरणा के स्रोत बने और जोगेंद्र नाथ मंडल गुमनामी में जीने को मजबूर हुए. उस वक्त मुस्लिम लीग ने विभाजन की बात कही थी जिस पर बाबा ने कहा था कि मैं भारत को टूटने नहीं दूंगा. सीएम योगी ने कहा कि बाबा के नाम पर लोगों ने राजनीति की होगी पर उनके पंचतीर्थ पर किसी ने काम किया है तो वह प्रधानमंत्री मोदी ने किया है.
हम लोगों ने 40 लाख बच्चों को योजनाओं के लाभ की राशि उपलब्ध कराई है, जिसे पुरानी सरकार ने नहीं दिया था. बहुत से लोगों ने जीते जी अपनी मूर्ति लगवाना शुरू कर दी. बच्चों को अगर आगे बढ़ाना है, तो पढ़ाना होगा. इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि श्रमिकों के बच्चों को पढ़ाने के लिए आवासीय विद्यालय बनाए जाएंगे. कोई कहीं भी काम करें, उसके बच्चों को पढ़ाने की जिम्मेदारी सरकार की होगी.