लखनऊ: प्रदेश में बिजली संकट के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने त्यौहार पर बिजली आपूर्ति को सुचारू रखने का निर्देश दिया है. सीएम ने रविवार को टीम-9 के साथ समीक्षा बैठक में अधिकारियों को प्रदेश में बिजली की मांग और आपूूर्ति में समन्वय बनाने रखने को कहा है. उन्होंने कहा कि अक्षय तृतीया, परशुराम जयंती और ईद के मौके पर प्रदेश में बिजली आपूर्ति सुचारू रखें. कहीं भी अनावश्यक कटौती न हो. इसके साथ ही उन्होंने निर्देश दिया कि सभी धर्मिक स्थलों के आसपास स्वच्छता, पेयजल आदि के प्रबंध कराए जाएं. ताकि लोगों को किसी भी प्रकार की दिक्कतें पेश न आए.
इतना ही नहीं उन्होंने आगे कहा कि विगत दिवस दिल्ली यात्रा के दौरान उनकी केंद्रीय गृहमंत्री, ऊर्जा मंत्री और रेल मंत्री के साथ बिजली आपूर्ति के संबंध में सकारात्मक बातचीत हुई है. उन्होंने कहा कि तीनों केंद्रीय मंत्रियों ने पूरी तरह से मदद का आश्वासन दिया है. कोयले की ढुलाई के लिए रेलवे हमें अतिरिक्त रैक देने जा रहा है तो भारत सरकार से अतिरिक्त बिजली भी प्राप्त होगी. रोस्टर के अनुरूप निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए समुचित प्रबंध किए जाएं. फिलहाल स्थिति सामान्य है और रोस्टर के अनुरूप बिजली आपूर्ति सुनिश्चित कराएं.
सीएम ने कहा कि प्रत्येक दशा में यह सुनिश्चित किया जाए कि एक भी उपभोक्ता को गलत बिजली बिल न मिले और सभी को समय से बिल मिल जाए. ओवरबिलिंग अथवा विलंब से बिल दिया जाना उपभोक्ता को परेशान तो करती ही है, व्यवस्था के प्रति निराश भी करती है और वह बिल जमा करने के प्रति उत्साहित नहीं होता. ऐसे में समय से बिल और सही बिल दिया जाना सुनिश्चित करें. इसके लिए ठोस कार्य योजना बनाने की जरूरत है.
सीएम ने कहा कि बिजली आपूर्ति होती रहे इसके लिए बिल का भुगतान जरूरी है. बिजली का उपभोग करने वाले हर उपभोक्ता की यह ज़िम्मेदारी है कि वह समय से बिजली बिल का भुगतान करे. ऊर्जा विभाग/विद्युत निगमों को बिल के समयबद्ध संकलन के लिए ठोस प्रयास करना होगा. बकायेदारों से लगातार संपर्क करें, संवाद करें. समय से बिल भेजें, सही बिल दें। कलेक्शन सिस्टम में सुधार की जरूरत है.
इतना ही नहीं आगे कहा कि 15 करोड़ गरीब जनता के सुचारु भरण-पोषण के लिए प्रदेश सरकार मुफ्त राशन उपलब्ध करा रही है. केंद्र सरकार की ओर से भी मुफ्त राशन दिया जा रहा है. राशन के अतिरिक्त दाल, नमक और खाद्य तेल भी दिया जा रहा है. अंत्योदय कार्ड धारकों को चीनी भी मुफ्त दी जा रही है. व्यापक जनहित की यह योजना सुव्यवस्थित रूप से चलती रहे, इसके लिए वितरण सामग्री की उपलब्धता, वितरण प्रणाली आदि की नियमित अंतराल पर समीक्षा की जाती रहे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि विकासखंड स्तर पर 2000-2500 गोवंश क्षमता वाले गो आश्रय स्थल स्थापित करने की योजना बनाएं. प्रदेश के सभी गो-आश्रय स्थलों में व्यवस्था सुचारु रखी जाए. गोवंश को गर्मी अथवा धूप से सुरक्षित रखने के प्रबंध किए जाएं. हरा चारा-भूसा आदि के समुचित प्रबंध हों. इन दिनों गेहूं की कटाई चल रही है. ऐसे में पशु चारे की खरीद अभी कर लेना उचित होगा. दुग्ध समितियों के गठन की प्रक्रिया को और तेज करने की अपेक्षा है.
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