लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अटल भूजल योजना का शुभारंभ कर दिया है. इसके लिए सीएम योगी ने रविवार को मुख्यमंत्री आवास से अटल भूजल योजना के डिजिटल रथों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस मौके पर उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही और जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह समेत कई बड़े नेता और मंत्री मौजूद रहे.
अटल भूजल योजना के डिजिटल रथों को हरी झंडी दिखाने के बाद सीएम योगी ने कहा कि कैच-द-रेन(वर्षा जल संचयन) को पीएम मोदी ने शुरू किया था. 16 से 22 जुलाई तक भूजल सप्ताह का आयोजन किया गया है. इसके अंतर्गत जल संरक्षण की पद्धति को पुनर्जीवित करते हुए लोगों को जागरुक करने का काम किया जाना है. 10 जिलों में यह जागरूकता वैन जाएंगी और जल जागरूकता को आगे बढ़ाने का काम किया जाएगा.
सीएम योगी ने कहा कि इसमें झांसी, महोबा, हमीरपुर, बांदा, चित्रकूट, ललितपुर, मेरठ, मुजफ्फरनगर, शामली, और बागपत को शामिल किया गया है. जल की एक-एक बूंद के संरक्षण का काम किया जा रहा है. पुराने नलों को भी हार्वेस्टिंग के लिए प्रयोग किया जा रहा है. सभी जिलों में 75 तालाब अमृत सरोवर का काम चल रहा है. यूपी कृषि प्रधान व्यवस्था का प्रदेश है.
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सीएम ने कहा 25 विकास खंड अतिदोहन श्रेणी से बाहर आए हैं. जल है तो जीवन है, जल के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती. इसलिए हम एक एक बूंद को संरक्षित करेंगे. उन्होंने कहा कि प्रदेश में अमृत सरोवर के निर्माण का काम चल रहा है. वर्षा जल के संरक्षण के लिए रेन वाटर हार्वेस्टिंग को बढ़ावा दिया गया है. बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे पर हर 500 मीटर पर वाटर रेन हार्वेस्टिंग की व्यवस्था कर रहे हैं.
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