लखनऊ: लोकभवन में सोमवार को गन्ना समितियों (farmers of state sugarcane societies) के 50 लाख किसानों को अंश धारक प्रमाण पत्र (share holder certificates) वितरण करने का कार्यक्रम आयोजित किया गया. इसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने प्रदेश की सहकारी गन्ना विकास और सहकारी चीनी मिल समिति के सदस्यों के अंश धारक किसानों को प्रमाण पत्र वितरित किए. इस कार्यक्रम में सीएम ने कुछ किसानों को प्रमाण पत्र देकर उन्हें सम्मानित किया.
इस अवसर पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज 50 लाख 10 हजार किसानों को अंश प्रमाण पत्र वितरण किया जा रहा है. किसान सदैव से सम्मानित रहा है. उन्होंने कहा कि गन्ना किसानों ने तकनीक का स्वागत किया. लेकिन, गन्ना माफिया ने इसका विरोध किया. उत्तराखंड सरकार का बजट 61 हजार करोड़ है और उत्तर प्रदेश में 1 लाख 77 हजार करोड़ गन्ना किसानों का भुगतान कर दिया गया है.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गन्ना किसान के पास पर्ची हो या ना हो, आपके पास फोन तो है. पीएम मोदी कहते हैं कि भ्रष्टाचार को खत्म करना है तो तकनीक को अपनाओ. गन्ना विभाग तकनीक का इस्तेमाल कर रहा है. कोरोना काल में देश के कई राज्यों की चीनी मिल बंद हो गई. लेकिन, उत्तर प्रदेश में चीनी मिलें बंद नहीं हुईं. सरकार ने रिस्क लेकर चीनी मिल कोविड के दौरान चलाईं, जिससे किसानों का गन्ना मिलों तक पहुंच सके.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने चुटकी लेते हुए कहा कि आज संवाद में किसान भाइयों ने जैसे अपनी बातों को रखा. मैं कह सकता हूं कि कइयों की आप छुट्टी कर सकते हैं राजनीति में. उन्होंने कहा कि चीनी मिलों के पुनरद्धार करने का काम किया गया है. किसानों के सबसे बड़े हितैषी चौधरी चरण सिंह जी थे. उनके क्षेत्र की रमाला चीनी मिल का पुनरद्धार किया गया.
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ये चीनी मील आप सभी किसानों की है- सीएम योगी
सीएम योगी ने कहा कि समिति के अंश का पैसा आपको मिलेगा. ये चीनी मील आप सभी किसानों की है. प्रदेश के अंदर चीनी मिलों के पुनरद्धार करने का काम सरकार करने जा रही है. भारत सरकार बायोफ्यूल के साथ नए-नए कार्यक्रम करने जा रही है. चीनी मिलों में अब कोई रॉ-मटेरियल नहीं है. सबका उपयोग किया जा रहा है. अब बायोफ्यूल पर भी काम करने जा रही है. अब पराली भी जलाने की जरूरत नहीं है. बायो-डीजल को बढ़ावा देने के साथ डीजल-पेट्रोल के इस्तेमाल को कम करना होगा. इसके लिए उत्तर प्रदेश को तैयार रहना होगा. आने वाला समय गन्ना किसानों का समय है.
'आने वाला कल गन्ना किसानों का कल बनाना पड़ेगा'
उन्होंने कहा कि लागत कम हो, उत्पादन ज्यादा इस पर सरकार काम करने जा रही है. खेती में तकनीक को अपनाना पड़ेगा. नेचुरल फार्मिग से अगर आप जुड़ते हैं तो पैदावार में बढ़त होगी. आने वाला कल गन्ना किसानों का कल बनाना पड़ेगा. इससे पहले गन्ना मंत्री लक्ष्मीनारायण चौधरी ने कहा कि हर क्षेत्र में काम हुआ है. उत्तर प्रदेश में गेहूं और धान मुख्य फसल है. लेकिन, गन्ना किसान का भुगतान 1 लाख करोड़ के ऊपर हुआ है. देश के किसी राज्य में इतना भुगतान नहीं हुआ होगा. हर समिति की बैलेंस सीट सबके मोबाइल पर होगी, जिससे आपको जानकारी मिलती रहेगी. जिस दिन 24 सहकारी चीनी मिल फायदे में पहुंचेगी, उस दिन समिति के सदस्य को बोनस भी मिलेगा.
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