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केजीएमयू में बोले सीएम योगी, 'इंसेफेलाइटिस से जल्द मुक्त होगा उत्तर प्रदेश'

यूपी की राजधानी लखनऊ में बुधवार को केजीएमयू के 9वां एनुअल कॉन्फ्रेंस ऑफ इंडियन सोसाइटी फॉर ट्रामा सेंटर एंड एक्यूट केयर कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया. इस मौके पर सीएम योगी ने कहा कि यूपी को जल्द ही इंसेफ्लाइटिस से छुटकारा मिलेगा.

केजीएमयू में सीएम योगी ने लोगों को किया संबोधित.
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Published : Aug 28, 2019, 9:09 PM IST

Updated : Aug 28, 2019, 9:43 PM IST

लखनऊ: बुधवार को केजीएमयू के 9वां एनुअल कॉन्फ्रेंस ऑफ इंडियन सोसाइटी फॉर ट्रामा सेंटर एंड एक्यूट केयर कॉन्फ्रेंस का आयोजन हुआ. स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह व चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना के साथ मुख्य अतिथि के तौर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस कार्यक्रम में शिरकत की. इस कार्यक्रम में देश-प्रदेश में हो रही सड़क दुर्घटनाओं के बाद ट्रॉमा केयर और उससे संबंधित तमाम चिकित्सा प्रक्रिया पर संगोष्ठी हुई. संगोष्ठी करीब तीन दिन तक चलेगी.

सीएम योगी ने सड़क दुर्घटना पर जताई चिंता
सीएम योगी ने अपने भाषण में कहा कि प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं में बड़ी संख्या में मौतें हो रही हैं और ये मौतें कहीं न कहीं नादानी और अज्ञानता की वजह से हो रही हैं. समय से इलाज न मिलने के कारण मौतें हो रही हैं. उन्होंने कहा कि जब मैं मुख्यमंत्री बना तो विभागीय स्तर पर बैठक की और सड़क मार्गों पर लगे बोर्डों को उचित जगह पर लगाने के आदेश दिए.

केजीएमयू में सीएम योगी ने लोगों को किया संबोधित.

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इंसेफेलाइटिस से बचाव के लिए किए गए प्रयासों की दी जानकारी
ट्रामा से संबंधित चर्चा होने के बाद उन्होंने इंसेफेलाइटिस से उत्तर प्रदेश को बचाने के लिए किए गए प्रयासों के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि जब वे सांसद रहे, तब भी उन्होंने इस बीमारी पर खासा काम किया. सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल क्षेत्र में इंसेफेलाइटिस का प्रकोप काफी समय से था. इंसेफेलाइटिस बीमारी से 1977 से 2016 तक के वर्षों में भारी संख्या में लोगों की मृत्यु हो जाती थी. हमने सबसे पहले इस पर ही अपनी निगाहें जमाई और इसको जड़ से खत्म करने का निर्णय लिया. 2017 में 886 मरीज भर्ती हुए थे, जिसमें 88 मरीजों की जान चली गई थी. इसके बाद 2018 में सिर्फ 86 ही मरीज भर्ती हुए. इसमें से 6 मरीजों की मौत हुई थी.

ये भी पढ़ें: कांग्रेस और राहुल गांधी दोनों देश से मांगें माफी: बीजेपी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आने वाले सालों में इंसेफ्लाइटिस को प्रदेश से दूर भगा देंगे. इसके लिए हमने पूरा एक मैकेनिज्म तैयार किया, जिसमें हर घर में शौचालय सुनिश्चित किया गया और संचारी रोग से संबंधित बीमारियों को जड़ से खत्म करने के लिए तमाम योजनाएं चलाई गई.

हेलमेट पहनने पर दिया जोर
उत्तर प्रदेश सरकार के नए स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह व चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने भी माना कि शहरी क्षेत्रों के मुकाबले ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क दुर्घटना ज्यादा हो रही है क्योंकि शहर में पुलिस के डर से कुछ लोग हेलमेट लगा लेते हैं, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसा नहीं है. उनको भी हेलमेट पहनना चाहिए.

ये भी पढ़ें: लखनऊ: मायावती एक बार फिर बनीं बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष

चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने सबसे पहले शिक्षा और स्वास्थ्य को गंभीरता से लिया. उसी कड़ी में प्रदेश में अब तक चार मेडिकल कॉलेज बन चुके हैं. पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओपी सिंह ने अपने भाषण में कहा कि सड़क सुरक्षा को लेकर पुलिस विभाग काफी हद तक काम कर रही है. इसका नतीजा यह है कि उत्तर प्रदेश के कई महानगरों में लोग हेलमेट पहनने लगे हैं.

लखनऊ: बुधवार को केजीएमयू के 9वां एनुअल कॉन्फ्रेंस ऑफ इंडियन सोसाइटी फॉर ट्रामा सेंटर एंड एक्यूट केयर कॉन्फ्रेंस का आयोजन हुआ. स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह व चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना के साथ मुख्य अतिथि के तौर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस कार्यक्रम में शिरकत की. इस कार्यक्रम में देश-प्रदेश में हो रही सड़क दुर्घटनाओं के बाद ट्रॉमा केयर और उससे संबंधित तमाम चिकित्सा प्रक्रिया पर संगोष्ठी हुई. संगोष्ठी करीब तीन दिन तक चलेगी.

सीएम योगी ने सड़क दुर्घटना पर जताई चिंता
सीएम योगी ने अपने भाषण में कहा कि प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं में बड़ी संख्या में मौतें हो रही हैं और ये मौतें कहीं न कहीं नादानी और अज्ञानता की वजह से हो रही हैं. समय से इलाज न मिलने के कारण मौतें हो रही हैं. उन्होंने कहा कि जब मैं मुख्यमंत्री बना तो विभागीय स्तर पर बैठक की और सड़क मार्गों पर लगे बोर्डों को उचित जगह पर लगाने के आदेश दिए.

केजीएमयू में सीएम योगी ने लोगों को किया संबोधित.

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इंसेफेलाइटिस से बचाव के लिए किए गए प्रयासों की दी जानकारी
ट्रामा से संबंधित चर्चा होने के बाद उन्होंने इंसेफेलाइटिस से उत्तर प्रदेश को बचाने के लिए किए गए प्रयासों के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि जब वे सांसद रहे, तब भी उन्होंने इस बीमारी पर खासा काम किया. सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल क्षेत्र में इंसेफेलाइटिस का प्रकोप काफी समय से था. इंसेफेलाइटिस बीमारी से 1977 से 2016 तक के वर्षों में भारी संख्या में लोगों की मृत्यु हो जाती थी. हमने सबसे पहले इस पर ही अपनी निगाहें जमाई और इसको जड़ से खत्म करने का निर्णय लिया. 2017 में 886 मरीज भर्ती हुए थे, जिसमें 88 मरीजों की जान चली गई थी. इसके बाद 2018 में सिर्फ 86 ही मरीज भर्ती हुए. इसमें से 6 मरीजों की मौत हुई थी.

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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आने वाले सालों में इंसेफ्लाइटिस को प्रदेश से दूर भगा देंगे. इसके लिए हमने पूरा एक मैकेनिज्म तैयार किया, जिसमें हर घर में शौचालय सुनिश्चित किया गया और संचारी रोग से संबंधित बीमारियों को जड़ से खत्म करने के लिए तमाम योजनाएं चलाई गई.

हेलमेट पहनने पर दिया जोर
उत्तर प्रदेश सरकार के नए स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह व चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने भी माना कि शहरी क्षेत्रों के मुकाबले ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क दुर्घटना ज्यादा हो रही है क्योंकि शहर में पुलिस के डर से कुछ लोग हेलमेट लगा लेते हैं, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसा नहीं है. उनको भी हेलमेट पहनना चाहिए.

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चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने सबसे पहले शिक्षा और स्वास्थ्य को गंभीरता से लिया. उसी कड़ी में प्रदेश में अब तक चार मेडिकल कॉलेज बन चुके हैं. पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओपी सिंह ने अपने भाषण में कहा कि सड़क सुरक्षा को लेकर पुलिस विभाग काफी हद तक काम कर रही है. इसका नतीजा यह है कि उत्तर प्रदेश के कई महानगरों में लोग हेलमेट पहनने लगे हैं.

Intro:लखनऊ में आज केजीएमयू का नवा एनुअल कॉन्फ्रेंस ऑफ इंडियन सोसाइटी फॉर ट्रामा सेंटर एंड एक्यूट केयर कॉन्फ्रेंस का आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह व चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना के साथ मुख्य अतिथि के तौर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस कार्यक्रम में शिरकत की।




Body:दरअसल केजीएमयू में आज नवा एनुअल कॉन्फ्रेंस ऑफ इंडिया सोसाइटी फॉर ट्रामा सेंटर एंड एक्यूट केयर कॉन्फ्रेंस का आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम में देश प्रदेश में हो रही सड़क दुर्घटनाओं के बाद ट्रामा केयर और उससे संबंधित तमाम चिकित्सा प्रक्रिया पर संगोष्ठी हुई। संगोष्ठी करीब 3 दिन तक चलेगी। इस दौरान यहां पर मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में कहा कि हमारे प्रदेश में सड़क दुर्घटना में बड़ी संख्या में मौतें हो रही हैं और ये मौतें कहीं ना कहीं नादानी और अज्ञानता की वजह से हो रही है। समय से इलाज ना मिलने के कारण मौतें हो रही हैं। उन्होंने कहा कि जब भी मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने विभागीय स्तर पर बैठक करी और सड़क मार्गों पर लगे बोर्डो को उचित पर लगाने की आदेश दिए। ट्रामा से संबंधित चर्चा होने के बाद उन्होंने इंसेफेलाइटिस से उत्तर प्रदेश को बचाने के लिए किए गए प्रयासों के बारे में बताया उन्होंने कहा कि जब वे मुख्यमंत्री के तौर पर उन्होंने सबसे पहले इंसेफेलाइटिस जैसी बीमारी से उबरने की योजना बनाई। इसके लिए वे जब सांसद रहे तब भी उन्होंने इस बीमारी पर खासा काम किया। दरअसल उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल क्षेत्र में इंसेफेलाइटिस का प्रकोप काफी समय से था। इंसेफेलाइटिस बीमारी से 1977 से 2016 तक के वर्षों में भारी संख्या में लोगों की मृत्यु हो जाती थी। लेकिन योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने कहा कि हमने सबसे पहले इस पर ही अपनी निगाहें जमाई और उस को जड़ से खत्म करने का निर्णय लिया। 2017 में 886 मरीज भर्ती हुए थे। जिसमें 88 मरीजों की जान के चली गई थी।इसके बाद 2018 में सिर्फ 86 ही मरीज भर्ती हुए इसमें से 6 मरीजों की मौत हुई। इसी पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आने वाले सालों में इंसेफेलाइटिस को प्रदेश से दूर भगा देंगे। उन्होंने कहा कैसे फ्लाइट इसको लेकर के हमने पूरा एक मैकेनिज्म तैयार किया जिसमें हर घर में शौचालय सुनिश्चित किया गया और संचारी रोग से संबंधित तमाम बीमारियों को जड़ से खत्म करने के लिए तमाम योजनाएं चलाई गई।

स्वास्थ्य व चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने कहां कि हेलमेट और सीट बेल्ट जरूरी

उत्तर प्रदेश सरकार में आए नए स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह व चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने भी माना के शहरी क्षेत्रों के मुकाबले ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क दुर्घटना ज्यादा हो रही है क्योंकि शहर में पुलिस के डर से कुछ लोग हेलमेट लगा लेते हैं।लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसा नहीं है उनको भी हेलमेट की जागरूकता होनी चाहिए। तो वहीं चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने सबसे पहले शिक्षा और स्वास्थ्य को को गंभीरता से लिया।उसी कड़ी में प्रदेश में अब तक चार मेडिकल कॉलेज बन चुके हैं। जिनका आज उद्घाटन भी होना है।वह दूसरे फेस में मेडिकल कॉलेज पाइप लाइन में है। जो कि जल्द ही प्रदेश की सेवा में लग जाएंगे। जेपी सिंह ने अपने भाषण में कहा कि सड़क सुरक्षा को लेकर पुलिस विभाग काफी हद तक काम करा।इसका नतीजा यह है कि उत्तर प्रदेश के कई महानगरों में लोग हेलमेट पहनते हैं। जिसका फायदा हुआ है एक्सीडेंट हो जाने के बाद किसी भी को सर में चोट जब लगती है। इसकी वजह से उसकी जान जाने का खतरा भी कम हो जाता है।

बाइट-योगीआदित्यनाथ, मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश
बाइट- जय प्रताप सिंह, स्वास्थ्य मंत्री,उत्तर प्रदेश
बाइट-सुरेश खन्ना, चिकित्सा शिक्षा मंत्री,उत्तर प्रदेश
बाइट- ओ पी सिंह, पुलिस महानिदेशक, उत्तर प्रदेश




Conclusion:एन्ड
शुभम पाण्डेय
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Last Updated : Aug 28, 2019, 9:43 PM IST
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