लखनऊ: गोमतीनगर विस्तार और जानकीपुरम विस्तार कॉलोनी (Jankipuram Extension Colony) के नगर निगम को हस्तांतरित किए जाने का रास्ता साफ हो गया है. लखनऊ विकास प्राधिकरण (Lucknow Development Authority) के उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी ने इस बाबत फैसला किया है. उन्होंने अधिकारियों को जल्द ही प्रस्ताव बनाने के आदेश दिए हैं. कहा कि इन कॉलोनियों में मूल भूत सुविधाओं और मरम्मत के कार्यों को जल्द से जल्द पूरा हस्तांतरण की विधिक कार्रवाई के लिए नगर निगम को पत्र भेजा जाएगा.
प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ने शुक्रवार को इंजीनियरिंग विभाग के अफसरों के साथ बैठक की. इस दौरान प्राधिकरण की योजनाओं में कराए जा रहे इंजीनियरिंग के कार्यों की समीक्षा की गई. इस दौरान उन्होंने प्राधिकरण की विभिन्न योजनाओं का फीडबैक हासिल किया. योजनाओं की प्रगति पर चर्चा की. अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए. उपाध्यक्ष ने ठेकेदारों के कार्यों के भुगतान के लिए इंजीनियरिंग विभाग द्वारा लागू की गई. ईएमबी प्रक्रिया की प्रशंसा करते हुए कहा कि टेंडर के तकनीकी मूल्यांकन के लिए बनाए जा रहे ऑनलाइन सॉफ्टवेयर को भी जल्द तैयार कराया जाए. यह सॉफ्टवेयर ऐसा हो, जिसमें बीच का रास्ता निकालने की कोई संभावना न हो और टेंडर की प्रक्रिया में पूरी तरह पारदर्शिता आए.
बैठक में मुख्य अभियंता इन्दुशेखर सिंह ने बताया कि जानकीपुरम विस्तार और गोमतीनगर विस्तार कॉलोनियां अभी तक नगर निगम को हैंड ओवर नहीं हो सकी हैं, जबकि यह दोनों कॉलोनियां नगर निगम की सीमा में आ चुकी है. इस पर उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी ने जानकीपुरम विस्तार और गोमतीनगर विस्तार के अलावा आंशिक रूप से नगर निगम को हस्तांतरित हो चुकी कॉलोनियों में रुके हुए सभी कार्यों को जल्द पूरा कराने के निर्देश दिए गए.
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प्राधिकरण उपाध्यक्ष ने कहा कि करीब 200 पार्कों का अवस्थापना निधि से सुदृढ़िकरण और औद्योगिकीकरण का काम कराया जाना है. इसके लिए नगर निगम से समस्त औपचारिकताएं तत्काल पूरी करा ली जाएं. बताया जाता है कि यह पार्क प्राधिकरण की विभिन्न योजनाओं में स्थित हैं. इसके सुंदरीकरण से संबंधित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को लाभ मिलेगा.