लखनऊ: बेसिक शिक्षा परिषद के राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित सीएसआर कॉन्क्लेव का उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया. प्रदेश में कस्तूरबा बालिका विद्यालय उच्चीकरण योजना के तहत 350 भवन का शिलान्यास करने के मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि विद्यालयों में शिक्षकों की कमी भी नहीं रहने देंगे. उन्होंने शिक्षक भर्ती के अदालत में लंबित मामलों पर भी तंज किया और कहा कि अदालत में तारीख पर तारीख मिलने की वजह से शिक्षकों की भर्ती में देरी हो रही है, लेकिन सरकार की कोशिश है कि जल्द से जल्द शिक्षकों की कमी दूर की जाए.
डॉक्टर राम मनोहर लोहिया विधि विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने शिक्षकों को आईना दिखाते हुए उन्हें समाज और राष्ट्र निर्माण के लिए प्रेरित भी किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि जब देश के उच्च शिक्षण संस्थानों में छात्र भारत के टुकड़े करने का नारा लगाए हैं तो हमें यह सोचना होगा कि आखिर उनकी प्राथमिक शिक्षा में कहां कमी रह गई. हम उन्हें ऐसे संस्कार क्यों नहीं दे सके कि वह देश के निर्माता बनें. समान शिक्षा की वकालत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सामाजिक विषमता दूर करने के लिए जरूरी है कि शिक्षा के समान अवसर और समान पाठ्यक्रम हो. जिससे हर एक विद्यार्थी को बराबर प्रतिभा दिखाने का अवसर मिले.
लखनऊ: सीएम योगी ने 350 कस्तूरबा विद्यालयों का किया शिलान्यास, कहा- जल्द दूर होगी शिक्षकों की कमी
लखनऊ में बेसिक शिक्षा परिषद के राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित सीएसआर कॉन्क्लेव का उद्घाटन करने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया. इस दौरान उन्होंने 350 भवन का शिलान्यास करने के मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि विद्यालयों में शिक्षकों की कमी भी नहीं रहने देंगे.
लखनऊ: बेसिक शिक्षा परिषद के राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित सीएसआर कॉन्क्लेव का उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया. प्रदेश में कस्तूरबा बालिका विद्यालय उच्चीकरण योजना के तहत 350 भवन का शिलान्यास करने के मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि विद्यालयों में शिक्षकों की कमी भी नहीं रहने देंगे. उन्होंने शिक्षक भर्ती के अदालत में लंबित मामलों पर भी तंज किया और कहा कि अदालत में तारीख पर तारीख मिलने की वजह से शिक्षकों की भर्ती में देरी हो रही है, लेकिन सरकार की कोशिश है कि जल्द से जल्द शिक्षकों की कमी दूर की जाए.
डॉक्टर राम मनोहर लोहिया विधि विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने शिक्षकों को आईना दिखाते हुए उन्हें समाज और राष्ट्र निर्माण के लिए प्रेरित भी किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि जब देश के उच्च शिक्षण संस्थानों में छात्र भारत के टुकड़े करने का नारा लगाए हैं तो हमें यह सोचना होगा कि आखिर उनकी प्राथमिक शिक्षा में कहां कमी रह गई. हम उन्हें ऐसे संस्कार क्यों नहीं दे सके कि वह देश के निर्माता बनें. समान शिक्षा की वकालत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सामाजिक विषमता दूर करने के लिए जरूरी है कि शिक्षा के समान अवसर और समान पाठ्यक्रम हो. जिससे हर एक विद्यार्थी को बराबर प्रतिभा दिखाने का अवसर मिले.