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सचिवालय में नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ो की ठगी, STF ने दबोचा - Cheating in name of job in Secretariat

लखनऊ पुलिस ने सचिवालय में नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ो की ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है.

ठगी के आरोपी गिरफ्तार
ठगी के आरोपी गिरफ्तार
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Published : Jul 26, 2022, 9:02 PM IST

लखनऊ: सचिवालय में बेरोजगार युवक-युवतियों को नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ो की ठगी करने वाले गिरोह का यूपी एसटीएफ ने भंडाफोड़ किया है. एसटीएफ ने गिरोह के 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पकड़े गए एक आरोपी पर कोतवाली देहात जनपद हरदोई से 10 हजार रुपए का इनाम घोषित है.

गैंग का सरगना था का आरोपी विजय
एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपी विजय कुमार मंडल गिरोह का सरगना है. उसके साथ दो सहयोगी धर्मवीर सिंह और आकाश कुमार को गिरफ्तार किया गया है. आरोपी विजय कुमार निवासी आलमबाग थाना कृष्ण नगर, धर्मवीर सिंह उर्फ अजय बरवा द्वारिका कोटि भार और आकाश कुमार स्वरूप नगर नॉर्थ वेस्ट दिल्ली का रहने वाला है. आरोपियों के पास से 6 मोबाइल फोन, एक फर्जी आईडी कार्ड, सहायक समीक्षा अधिकारी उत्तर प्रदेश सचिवालय, आठ नियुक्त पत्र विभिन्न पदों के लिए, 22 व्यक्तियों के प्रमाण पत्र और अंक पत्र, एक फर्जी आधार कार्ड, एक फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस, दो पैन कार्ड, दो एटीएम कार्ड, दो आधार कार्ड और 4730 नगद बरामद किए हैं.

यह भी पढ़ें- परिवहन विभाग ने बढ़ाई एकमुश्त समाधान योजना की अवधि, अब 26 अगस्त तक कर सकेंगे आवेदन

भरोसे के लिए देते थे नकली दस्तावेज
एसटीएफ की पूछताछ में सरगना विजय कुमार मंडल ने बताया कि उसकी मुलाकात धर्मवीर सिंह से लखनऊ में हजरतगंज स्थित वीवीआईपी गेस्ट हाउस में हुई थी, जिसके बाद उन दोनों की दोस्ती हो गई. धर्मवीर युवकों को नौकरी का झांसा दिलाकर विजय के पास लाता था, जिसके बाद विजय उनका इंटरव्यू लेकर उनके प्रमाण पत्र और अंकपत्र अपने पास रख लेता था.

नकली दस्तावेज दिखाकर युवाओं को देते थे झांसा
पूछताछ में मंडल ने बताया कि फर्जी इंटरव्यू होने के बाद धर्मवीर फर्जी नियुक्ति पत्र और सहायक समीक्षा अधिकारी सचिवालय लखनऊ का आईडी कार्ड बनवाते थे, जिसके बाद उन पर साइन करके रजिस्ट्री के माध्यम से संबंधित अभ्यार्थी के पते पर भिजवा देते थे. इन फर्जी दस्तावेजों को दिखाकर यह लोग युवाओं को प्रभावित कर उन्हें अपने झांसे में लेते थे.

जॉइनिंग लेने पहुंचने पर हुआ ठगी का खुलासा
बेरोजगारों को ठगने का मामला तब खुला जब अभ्यार्थी अपना नियुक्ति पत्र लेकर जॉइनिंग करने के लिए सचिवालय पहुंचे थे. सचिवालय आने पर विभागीय कर्मचारियों ने अभ्यर्थियों को बताया कि उनके पास मौजूद नियुक्ति पत्र फर्जी है, जिसके बाद पीड़ित होने मामले की शिकायत पुलिस से की.

10 हजार इनामी है ठग
आरोपी धर्मवीर के खिलाफ हरदोई में थाना कोतवाली देहात में भी एक मुकदमा चल रहा है. हरदोई पुलिस ने धर्मवीर पर 10 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों को थाना हजरतगंज कमिश्नरेट लखनऊ में दाखिल कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.

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लखनऊ: सचिवालय में बेरोजगार युवक-युवतियों को नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ो की ठगी करने वाले गिरोह का यूपी एसटीएफ ने भंडाफोड़ किया है. एसटीएफ ने गिरोह के 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पकड़े गए एक आरोपी पर कोतवाली देहात जनपद हरदोई से 10 हजार रुपए का इनाम घोषित है.

गैंग का सरगना था का आरोपी विजय
एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपी विजय कुमार मंडल गिरोह का सरगना है. उसके साथ दो सहयोगी धर्मवीर सिंह और आकाश कुमार को गिरफ्तार किया गया है. आरोपी विजय कुमार निवासी आलमबाग थाना कृष्ण नगर, धर्मवीर सिंह उर्फ अजय बरवा द्वारिका कोटि भार और आकाश कुमार स्वरूप नगर नॉर्थ वेस्ट दिल्ली का रहने वाला है. आरोपियों के पास से 6 मोबाइल फोन, एक फर्जी आईडी कार्ड, सहायक समीक्षा अधिकारी उत्तर प्रदेश सचिवालय, आठ नियुक्त पत्र विभिन्न पदों के लिए, 22 व्यक्तियों के प्रमाण पत्र और अंक पत्र, एक फर्जी आधार कार्ड, एक फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस, दो पैन कार्ड, दो एटीएम कार्ड, दो आधार कार्ड और 4730 नगद बरामद किए हैं.

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भरोसे के लिए देते थे नकली दस्तावेज
एसटीएफ की पूछताछ में सरगना विजय कुमार मंडल ने बताया कि उसकी मुलाकात धर्मवीर सिंह से लखनऊ में हजरतगंज स्थित वीवीआईपी गेस्ट हाउस में हुई थी, जिसके बाद उन दोनों की दोस्ती हो गई. धर्मवीर युवकों को नौकरी का झांसा दिलाकर विजय के पास लाता था, जिसके बाद विजय उनका इंटरव्यू लेकर उनके प्रमाण पत्र और अंकपत्र अपने पास रख लेता था.

नकली दस्तावेज दिखाकर युवाओं को देते थे झांसा
पूछताछ में मंडल ने बताया कि फर्जी इंटरव्यू होने के बाद धर्मवीर फर्जी नियुक्ति पत्र और सहायक समीक्षा अधिकारी सचिवालय लखनऊ का आईडी कार्ड बनवाते थे, जिसके बाद उन पर साइन करके रजिस्ट्री के माध्यम से संबंधित अभ्यार्थी के पते पर भिजवा देते थे. इन फर्जी दस्तावेजों को दिखाकर यह लोग युवाओं को प्रभावित कर उन्हें अपने झांसे में लेते थे.

जॉइनिंग लेने पहुंचने पर हुआ ठगी का खुलासा
बेरोजगारों को ठगने का मामला तब खुला जब अभ्यार्थी अपना नियुक्ति पत्र लेकर जॉइनिंग करने के लिए सचिवालय पहुंचे थे. सचिवालय आने पर विभागीय कर्मचारियों ने अभ्यर्थियों को बताया कि उनके पास मौजूद नियुक्ति पत्र फर्जी है, जिसके बाद पीड़ित होने मामले की शिकायत पुलिस से की.

10 हजार इनामी है ठग
आरोपी धर्मवीर के खिलाफ हरदोई में थाना कोतवाली देहात में भी एक मुकदमा चल रहा है. हरदोई पुलिस ने धर्मवीर पर 10 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों को थाना हजरतगंज कमिश्नरेट लखनऊ में दाखिल कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.

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