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UPPCL पीएफ घोटाला: CBI ने शुरू की जांच, दो IAS अधिकारियों से हुई पूछताछ

उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड के कर्मचारियों के पीएफ फंड में घोटाले की जांच में तेजी आ गई है. सीबीआई ने इस मामले में दो आईएएस अधिकारियों से पूछताछ की है.

सीबीआई ने शुरू की जांच
सीबीआई ने शुरू की जांच
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Published : May 11, 2020, 12:28 AM IST

Updated : May 11, 2020, 3:55 AM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड के कर्मचारियों के पीएफ फंड घोटाले को लेकर सीबीआई ने जांच शुरू कर दी है. सीबीआई की दिल्ली यूनिट ने उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड के पूर्व चेयरमैन आईएएस आलोक कुमार और पूर्व एमडी आईएएस अपर्णा यू से पूछताछ की है. सीबीआई की टीम ने दोनों अधिकारियों से यूपीपीसीएल कर्मचारियों के पीएफ फंड के घोटाले के संदर्भ में पूछताछ की है.

मार्च 2017 में अपर्णा यू को यूपीपीसीएल में एमडी के पद पर तैनात किया गया था. वहीं आलोक कुमार 2017 से लेकर 2019 तक यूपीपीसीएल के चेयरमैन के पद पर तैनात थे. दोनों अधिकारियों के कार्यकाल के दौरान यूपीपीसीएल में तैनात कर्मचारियों के पीएफ के पैसे को नियमों को ताक पर रखते हुए दीवान हाउसिंग फाइनेंस कंपनी में निवेश किया गया था. इसके बाद कर्मचारियों के भविष्य निधि का पैसा डूबा हुआ माना जा रहा है.

उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड में तैनात कर्मचारियों के हजारों करोड़ रुपए नियमों को ताक पर रखते हुए दीवान हाउसिंग फाइनेंस कंपनी लिमिटे़ड में निवेश किए गए थे. मामला उजागर होने के बाद सीएम योगी के निर्देश पर यूपी पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने इस मामले की जांच शुरू की थी.

जांच के दौरान आर्थिक अपराध शाखा ने यूपीपीसीएल के एमडी एपी मिश्रा और तत्कालीन सचिव वित्त सुधांशु द्विवेदी को गिरफ्तार भी किया था. वहीं ईओडब्लू की जांच में इस बात का भी खुलासा हुआ था कि यूपीपीसीएल के कर्मचारियों के भविष्य निधि के पैसे को डीएचएलएफ में निवेश करने के लिए कई फर्जी फर्म बनाई गई थी. इसकी मदद से ब्लैक मनी को व्हाइट किया गया था. लेकिन बाद में इस मामले को सीबीआई को सौंप दिया गया था. जिसके बाद सीबीआई अब इस मामले की जांच कर रही है.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड के कर्मचारियों के पीएफ फंड घोटाले को लेकर सीबीआई ने जांच शुरू कर दी है. सीबीआई की दिल्ली यूनिट ने उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड के पूर्व चेयरमैन आईएएस आलोक कुमार और पूर्व एमडी आईएएस अपर्णा यू से पूछताछ की है. सीबीआई की टीम ने दोनों अधिकारियों से यूपीपीसीएल कर्मचारियों के पीएफ फंड के घोटाले के संदर्भ में पूछताछ की है.

मार्च 2017 में अपर्णा यू को यूपीपीसीएल में एमडी के पद पर तैनात किया गया था. वहीं आलोक कुमार 2017 से लेकर 2019 तक यूपीपीसीएल के चेयरमैन के पद पर तैनात थे. दोनों अधिकारियों के कार्यकाल के दौरान यूपीपीसीएल में तैनात कर्मचारियों के पीएफ के पैसे को नियमों को ताक पर रखते हुए दीवान हाउसिंग फाइनेंस कंपनी में निवेश किया गया था. इसके बाद कर्मचारियों के भविष्य निधि का पैसा डूबा हुआ माना जा रहा है.

उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड में तैनात कर्मचारियों के हजारों करोड़ रुपए नियमों को ताक पर रखते हुए दीवान हाउसिंग फाइनेंस कंपनी लिमिटे़ड में निवेश किए गए थे. मामला उजागर होने के बाद सीएम योगी के निर्देश पर यूपी पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने इस मामले की जांच शुरू की थी.

जांच के दौरान आर्थिक अपराध शाखा ने यूपीपीसीएल के एमडी एपी मिश्रा और तत्कालीन सचिव वित्त सुधांशु द्विवेदी को गिरफ्तार भी किया था. वहीं ईओडब्लू की जांच में इस बात का भी खुलासा हुआ था कि यूपीपीसीएल के कर्मचारियों के भविष्य निधि के पैसे को डीएचएलएफ में निवेश करने के लिए कई फर्जी फर्म बनाई गई थी. इसकी मदद से ब्लैक मनी को व्हाइट किया गया था. लेकिन बाद में इस मामले को सीबीआई को सौंप दिया गया था. जिसके बाद सीबीआई अब इस मामले की जांच कर रही है.

Last Updated : May 11, 2020, 3:55 AM IST
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