लखनऊ: बिहार विधानसभा चुनाव के साथ ही देशभर में उपचुनाव कराने की घोषणा की गई है. यूपी चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश की 8 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं. चुनाव आयोग ने वोटर लिस्ट पुनरीक्षण का काम शुरू कराने के निर्देश संबंधित जिलाधिकारियों को दिए हैं. जिन 8 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं, वहां के प्रशासनिक अधिकारियों के तबादलों पर भी रोक लगा दी गई है.
- उत्तर प्रदेश में उपचुनाव को लेकर तैयारियां शुरू.
- उत्तर प्रदेश की 8 रिक्त सीटों पर होने हैं उपचुनाव.
केंद्रीय चुनाव आयोग के उप सचिव पवन दीवान की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि 29 नवंबर से पहले चुनाव आयोग ने देश भर में एक साथ बिहार विधानसभा और 65 सीटों पर उपचुनाव कराए जाने का फैसला लिया है. उत्तर प्रदेश की 8 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होगा. चुनाव प्रक्रिया और चुनावी तारीखों के बारे में चुनाव आयोग की तरफ से अलग से दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे. चुनाव आयोग ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों व राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों को उपचुनाव कराने की तैयारियों को लेकर इंतजाम करने का आदेश दिया है.
शुरू हुई तैयारियां
चुनाव की घोषणा के तत्काल बाद उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय शुक्ला ने उत्तर प्रदेश की 8 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव की तैयारी से संबंधित आदेश संबंधित जिलाधिकारियों को दे दिया है. मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने मतदाता पुनरीक्षण का काम शुरू करके जल्द ही पूरा करने के निर्देश दिए हैं. जिससे चुनाव आयोग द्वारा घोषित किए जाने वाली चुनाव प्रक्रिया से जुड़ी सभी तारीखों से पहले ही मतदाता पुनरीक्षण का काम व्यवस्थित तरीके से कराया जा सके.
इन विधानसभा सीटों पर होने हैं उपचुनाव
- फिरोजाबाद की टूंडला विधानसभा सीट
- रामपुर की स्वार विधानसभा सीट
- उन्नाव की बांगरमऊ विधानसभा सीट
- बुलंदशहर की बुलंदशहर सदर विधानसभा सीट
- जौनपुर की मल्हनी विधानसभा सीट
- कानपुर की घाटमपुर विधानसभा सीट
- अमरोहा की नौगांव सादात विधानसभा सीट
- देवरिया की देवरिया सदर सीट
छह पर भाजपा दो पर सपा का था कब्जा
जिन 8 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं, इनमें छह पर बीजेपी व दो सीटों पर समाजवादी पार्टी का कब्जा था. अब भारतीय जनता पार्टी व समाजवादी पार्टी को अपना प्रदर्शन दोहराते हुए बेहतर करने की चुनौती होगी.
योगी सरकार के कामकाज की होगी परीक्षा
उत्तर प्रदेश में योगी सरकार को साढ़े 3 साल हो गए हैं. सरकार के कामकाज और कानून व्यवस्था को लेकर विपक्ष की तरफ से तमाम तरह के सवाल उठाए जा रहे हैं. ऐसी स्थिति में बीजेपी कितनी सीटों पर विजय हासिल करती है, यह भी एक बड़ा सवाल बना हुआ है, जबकि 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले सपा, बसपा, कांग्रेस व बीजेपी इस उपचुनाव को जीतने के लिए भरसक प्रयास करेंगी.