रायपुर: 8 जनवरी को सिलतरा से अगवा किए गए कारोबारी प्रवीण सोमानी को 13 दिन बाद पुलिस ने सही-सलामत छुड़ा लिया है. प्रवीण सोमानी को बिहार के कुख्यात आरोपी गिरोह से पुलिस ने सुरक्षित छुड़ाया है. साथ ही दो आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है. कारोबारी को उनके परिवार को सौंप दिया गया है. बाकी आरोपियों की तलाश जारी है.
डीजीपी डीएम अवस्थी ने देर रात प्रेस कॉन्फ्रेन्स कर बताया कि ये किडनैपिंग बेहद प्रोफेशनल ढंग से की गई थी. अगवा करने वाला गैंग कई राज्यों में सक्रिय है. छत्तीसगढ़ पुलिस की टीमें उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, ओडिशा, हरियाणा, दिल्ली, हरियाणा, आंध्र प्रदेश और गुजरात में लगातार सर्च कर रही थीं. रायपुर SSP आरिफ शेख के नेतृत्व में पूरा ऑपरेशन हुआ है. SSP आरिफ शेख खुद पटना गए थे, इनकी अगुवाई में ऑपरेशन पूरा हुआ.
डीजीपी डीएम अवस्थी की बड़ी बातें-
- गिरोह के सरगना का नाम पप्पू चौधरी था, उसके साथ 10 लोगों का गैंग है. बाकी आरोपियों की तलाश जारी है, पहचान हो गई है.
- दो गाड़ियों में कारोबारी को अगवा किया गया था. आरोपियों ने इनकम टैक्स की बात कही थी.
- सिमगा से मंडला फिर कटनी और इलाहाबाद होते हुए अंबेडकर नगर ले जाया गया था, जहां प्रवीण सोमानी को रखा गया था.
- आरोपियों ने पुलिस को बिहार के नाम पर धोखा देने की कोशिश की थी.
- सूरत जेल में इस अपहरण का पूरा प्लान बना था.
- ऑपरेशन में बिहार, उत्तर प्रदेश और गुजरात पुलिस का सहयोग मिला.
- मामले की गंभीरता को देखते हुए SSP आरिफ शेख को बिहार भेजा गया था.
- अपहरण के पहले आरोपियों ने 3 महीने तक रेकी की थी.
- फिरौती का एक पैसा नहीं दिया गया.
- 13 दिन के दौरान बीच-बीच में कारोबारी को बेहोशी का इंजेक्शन दिया गया.
- पुलिस ने कारोबारी को छुड़ाने की हर संभव कोशिश की.
- सही वक्त पर सही ऑपरेशन की वजह से कारोबारी को छुड़ाया जा सका है.
- बार-बार सिम चेंज करने की वजह से किसी भी मोबाइल नंबर की लोकेशन पुलिस नहीं पता कर पाई.
ऑपरेशन में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आरिफ शेख, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (क्राइम) पंकज चंद्रा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) तारकेश्वर पटेल एवं कर्मचारियों की टीम लगाई गई थी.
8 जनवरी को अगवा हुआ था कारोबारी
- सिलतरा चौकी के पास कारोबारी प्रवीण सोमानी का अपहरण हुआ था.
- इलाके में लगे सीसीटीवी से अपहरण की पुष्टि हुई थी.
- घटना में इस्तेमाल दो गाड़ियों की जानकारी मिली थी.
- रायपुर से लेकर प्रतापगढ़ (उत्तर प्रदेश) तक की 1500 किलोमीटर से अधिक दूरी के सीसीटीवी फुटेज की चेकिंग की गई थी.
- प्रवीण सोमानी की कार थाना विधानसभा क्षेत्र से बरामद की गई थी.
- घटना से पूर्व 3 महीने तक आरोपियों ने रेकी की थी.