लखनऊ: लखनऊ का कैसरबाग क्षेत्र जाम से जूझता ही रहता है. इस रास्ते से गुजरने वाले राहगीरों को भीषण जाम का सामना करना पड़ता है जिससे अपनी मंजिल तक पहुंचने में उन्हें काफी दिक्कतें होती है. इस इलाके से जाम खत्म करने की अब कवायद तेज की गई और जाम की वजह क्या है. यह जानने का प्रयास किया गया, तो सामने आया कि बस स्टेशन के बाहर जो भी बसें पार्क होती हैं. वहीं, जाम का कारण है. अब ऐसे 15 डिपो चिन्हित कर उन्हें नोटिस भेजा गया है. इन डिपो की बसें कैसरबाग बस अड्डे के बाहर आकर पार्किंग करती है. कहा गया है कि बस स्टेशन के बाहर डिपो की बसें किसी कीमत पर पार्क नहीं होनी चाहिए.
रोडवेज के 15 डिपो के बस चालकों की मनमानी पार्किंग से ही जाम लगता है. इससे निपटने के लिए क्षेत्रीय प्रबंधक ने दो हजार रुपये जुर्माना लगाया है. बावजूद इसके बस चालक मानने को तैयार नहीं. ऐसे में कैसरबाग स्टेशन प्रबंधन रमेश सिंह विष्ट ने 15 उन डिपो के अधिकारियों को नोटिस भेजा है जिनके बस ड्राइवरों की मनमानी से कैसरबाग में जाम की स्थिति पैदा होती है. इन बस चालकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए भेजे गए नोटिस में गुजारिश की गई है कि बस चालक बस को बस स्टेशन के अंदर ही पार्क करें जिससे कैसरबाग में सड़क पर बसों की पार्किंग न हो और जाम से आम जनता को मुक्ति मिल सके.
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जाम की वजह हैं ये डिपो:कैसरबाग से अलावा अन्य डिपो से कैसरबाग बस स्टेशन की तरफ आने वाली बसों में सहारनपुर, मेरठ, शामली, मुजफ्फरनगर, बड़ौत, बुलंदशहर, सीतापर, बरेली, बाराबंकी, हरदोई, लखीमपुर, गोला, गढ़मुक्तेश्वर, बहराइच और उत्तराखंड की बसें सड़क पर पार्किंग करती हैं. इन डिपो के अधिकारियों को नोटिस भेजकर चालकों पर एक्शन लेने के लिए कहा गया है.
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