ETV Bharat / state

मायावती ने पीएम मोदी पर साधा निशाना, कहा-गरीबी, अशिक्षा, बेरोजगारी पर कुछ नहीं बोले पीएम

बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने पीएम मोदी के लाल किले से संबोधन पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने पीएम मोदी पर विकास, बेरोजगारी और महंगाई जैसे सामाजिक मुद्दों पर कुछ नहीं बोलने का आरोप लगाया.

बसपा प्रमुख मायावती.
author img

By

Published : Aug 15, 2019, 11:23 PM IST

लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के 73वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले से देश की अवाम को संबोधित किया. पीएम मोदी के संबोधन पर बसपा अध्यक्ष मायावती ने सवाल खड़ा किये हैं. मायावती ने कहा कि पहले की तरह आज भी पीएम मोदी देश भर में छाई गरीबी, महंगाई, बेरोजगारी और अशिक्षा के साथ-साथ हिंसा, तनाव व जातिवादी घृणा आदि के संबंध में कुछ नहीं बोले.

मायावती ने पीएम मोदी पर साधा निशाना.

मायावती ने पीएम मोदी पर जमकर साधा निशाना

बसपा प्रमुख मायावती ने पीएम मोदी पर सामाजिक सरोकार से जुड़े मुद्दों पर न बोलने का आरोप लगाया. मायावती ने कहा कि पीएम मोदी का ऐसे महत्वपूर्ण विषयों पर मौन रहना और ठोस उपाय नहीं करना, यह साबित करता है कि देश की आम जनता के जीवन में बेहतर बदलाव की आशा बहुत कम ही दिखती है. हालांकि यह भी एक कड़वा सच है कि देश में जो प्रगति के दावे अब तक किए गए हैं, उससे देश के गरीबों, मजदूरों और अन्य तमाम मेहनतकश लोगों का जीवन स्तर सुधर नहीं पाया है, जोकि दुर्भाग्यपूर्ण है.

सरकारी दावे महज कागजी

बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि इसके अलावा सरकारी घोषणाएं और दावे अधिकांश कागजी ही नजर आते हैं. जमीन पर अमल होता हुआ कहीं नजर नहीं आता. इससे देश का भला कैसे हो सकता है. देश की अधिकांश जनता रोजी रोटी के लिए परेशान है. पीएम देश में भयमुक्त वातावरण बनाने के सम्बन्ध में अगर कुछ बोलते तो अच्छी बात होती. साथ ही दबे कुचले समाज के लोगों के हित व कल्याण पर देश को आश्वस्त किया गया होता, तो बेहतर होता.

मायावती ने कहा कि जहां तक जम्मू कश्मीर की बात है तो वहां के लोगों को इस बात का अहसास होना चाहिए कि सरकार उनके हित व भलाई के लिए काम कर रही है जैसा कि दावा किया जा रहा है. दूसरी तरफ, देश की आर्थिक स्थिति को लेकर हर तरफ चिंता की लहर दिखाई देती है. अर्थव्यवस्था पर मंदी के आसार मंडरा रहे हैं. ऐसे में सरकार को काफी ठोस उपायों पर काम करने की जरूरत है. हालांकि यह भी एक कड़वा सच है कि देश में जो प्रगति के दावे अब तक किए गए हैं, उससे देश के गरीबों, मजदूरों व अन्य तमाम मेहनतकश लोगों का जीवन स्तर सुधर नहीं पाया है, जोकि दुर्भाग्यपूर्ण है.

यह भी पढ़ें: अखिलेश का सीएम योगी पर तंज, रूस घूमने के बजाय प्रदेश पर दें ध्यान

मायावती ने कहा कि एक देश एक चुनाव के मामले में भी केंद्र सरकार को विश्वसनीय व ठोस मजबूत उपाय का विकल्प लेकर देश की जरूरत जनता के सामने आना चाहिए. नया विकास हमेशा बेहतर व जन हिताय का होना चाहिए.

लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के 73वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले से देश की अवाम को संबोधित किया. पीएम मोदी के संबोधन पर बसपा अध्यक्ष मायावती ने सवाल खड़ा किये हैं. मायावती ने कहा कि पहले की तरह आज भी पीएम मोदी देश भर में छाई गरीबी, महंगाई, बेरोजगारी और अशिक्षा के साथ-साथ हिंसा, तनाव व जातिवादी घृणा आदि के संबंध में कुछ नहीं बोले.

मायावती ने पीएम मोदी पर साधा निशाना.

मायावती ने पीएम मोदी पर जमकर साधा निशाना

बसपा प्रमुख मायावती ने पीएम मोदी पर सामाजिक सरोकार से जुड़े मुद्दों पर न बोलने का आरोप लगाया. मायावती ने कहा कि पीएम मोदी का ऐसे महत्वपूर्ण विषयों पर मौन रहना और ठोस उपाय नहीं करना, यह साबित करता है कि देश की आम जनता के जीवन में बेहतर बदलाव की आशा बहुत कम ही दिखती है. हालांकि यह भी एक कड़वा सच है कि देश में जो प्रगति के दावे अब तक किए गए हैं, उससे देश के गरीबों, मजदूरों और अन्य तमाम मेहनतकश लोगों का जीवन स्तर सुधर नहीं पाया है, जोकि दुर्भाग्यपूर्ण है.

सरकारी दावे महज कागजी

बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि इसके अलावा सरकारी घोषणाएं और दावे अधिकांश कागजी ही नजर आते हैं. जमीन पर अमल होता हुआ कहीं नजर नहीं आता. इससे देश का भला कैसे हो सकता है. देश की अधिकांश जनता रोजी रोटी के लिए परेशान है. पीएम देश में भयमुक्त वातावरण बनाने के सम्बन्ध में अगर कुछ बोलते तो अच्छी बात होती. साथ ही दबे कुचले समाज के लोगों के हित व कल्याण पर देश को आश्वस्त किया गया होता, तो बेहतर होता.

मायावती ने कहा कि जहां तक जम्मू कश्मीर की बात है तो वहां के लोगों को इस बात का अहसास होना चाहिए कि सरकार उनके हित व भलाई के लिए काम कर रही है जैसा कि दावा किया जा रहा है. दूसरी तरफ, देश की आर्थिक स्थिति को लेकर हर तरफ चिंता की लहर दिखाई देती है. अर्थव्यवस्था पर मंदी के आसार मंडरा रहे हैं. ऐसे में सरकार को काफी ठोस उपायों पर काम करने की जरूरत है. हालांकि यह भी एक कड़वा सच है कि देश में जो प्रगति के दावे अब तक किए गए हैं, उससे देश के गरीबों, मजदूरों व अन्य तमाम मेहनतकश लोगों का जीवन स्तर सुधर नहीं पाया है, जोकि दुर्भाग्यपूर्ण है.

यह भी पढ़ें: अखिलेश का सीएम योगी पर तंज, रूस घूमने के बजाय प्रदेश पर दें ध्यान

मायावती ने कहा कि एक देश एक चुनाव के मामले में भी केंद्र सरकार को विश्वसनीय व ठोस मजबूत उपाय का विकल्प लेकर देश की जरूरत जनता के सामने आना चाहिए. नया विकास हमेशा बेहतर व जन हिताय का होना चाहिए.

Intro:लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 73 में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले से संबोधन पर बसपा अध्यक्ष मायावती ने सवाल खड़ा किये हैं। उन्होंने कहा कि पहले की तरह आज भी पीएम मोदी देश भर में छाई गरीबी, महंगाई, बेरोजगारी और अशिक्षा के साथ साथ हिंसा, तनाव व जातिवादी घृणा आदि के संबंध में नहीं बोले। पीएम मोदी का ऐसे महत्वपूर्ण विषयों पर मौन रहना व ठोस उपाय नहीं करना। यह साबित करता है कि देश की आम जनता के जीवन में बेहतर बदलाव की आशा बहुत कम ही दिखती है।


Body:बसपा अध्यक्ष मायावती ने कहा कि इसके अलावा सरकारी घोषणाएं व दावे अधिकांश कागजी ही नजर आती है। जमीन पर अमल होता हुआ कहीं नजर नहीं आता है। इससे देश का भला कैसे हो सकता है। देश की अधिकांश जनता रोटी रोजी के लिए परेशान है। पीएम देश में भयमुक्त वातावरण बनाने के संबंध में अगर कुछ बोलते तो अच्छी बात होती। साथ ही दबे कुचले समाज के लोगों के हित व कल्याण पर देश को आश्वस्त किया गया होता, तो बेहतर होता।

जहां तक जम्मू कश्मीर की बात है तो वहां के लोगों को इस बात का अहसास होना चाहिए कि सरकार उनके हित व भलाई के लिए काम कर रही है जैसा कि दावा किया जा रहा है। दूसरी तरफ देश की आर्थिक स्थिति को लेकर हर तरफ चिंता की लहर मंदी के आसार मंडरा रहे हैं। ऐसे में सरकार को काफी ठोस उपायों पर काम करने की सख्त जरूरत है। हालांकि यह भी एक कड़वा सच है कि देश में जो प्रगति के दावे अब तक किए हैं। उससे देश के गरीबों, मजदूरों व अन्य तमाम मेहनतकश लोगों का जीवन स्तर सुधर नहीं पाया है, जोकि दुर्भाग्यपूर्ण है।

मायावती ने कहा कि एक देश एक चुनाव के मामले में भी केंद्र सरकार को विश्वसनीय व ठोस मजबूत उपाय का विकल्प लेकर देश की जरूरत जनता के सामने आना चाहिए। नया विकास हमेशा बेहतर व जन हिताय को का होना चाहिए।


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.