लखनऊ: ट्रेन के अंदर यात्रियों को खाना उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरशन की है. जब भी यात्रियों को खाने में कोई शिकायत होती है तो सीधे रेलवे से इसकी शिकायत करते हैं. ऐसी ही शिकायत विशेष ट्रेन से बिहार चुनाव ड्यूटी पर जा रहे बीएसएफ जवानों ने घटिया खाना मिलने पर रेलवे के ट्विटर हैंडल पर की. सीमा सुरक्षा बल के जवानों की तरफ से इस तरह का ट्वीट आने पर रेलवे में भी खलबली मच गई. रेल मंत्रालय ने खाना उपलब्ध कराने वाले भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) को जांच के आदेश दिए. लेकिन, आईआरसीटीसी ने अधिकारिक चैनल से किसी तरह की कोई शिकायत न मिलने की बात कही है. आईआरसीटीसी की तरफ से जवाब दिया गया कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है कि जवानों को किस स्थान पर घटिया खाना उपलब्ध कराया गया.
खाने की क्वालिटी पर उठाए सवाल
बिहार में इस माह के आखिरी सप्ताह से चुनाव शुरू होना हैं. इस सिलसिले में बीएसएफ जवानों की एक स्पेशल ट्रेन 0707 गुजरात के भुज से बिहार के आरा के लिए रवाना हुई थी. बीएसएफ जवानों के लिए इस ट्रेन के अंदर कई स्थानों पर खानपान की व्यवस्था की गई थी. राजस्थान के बाद इटावा में भी उन्हें खाना दिया गया था. बीएसएफ जवानों ने खाने की क्वालिटी पर सवाल खड़े करते हुए रेलवे के ट्विटर हैंडल पर कंप्लेंट दर्ज करा दी. शिकायत में कहा गया कि ऐसा खाना खाने के बाद जवान बीमार हो सकते हैं. रेलवे बोर्ड ने शिकायत का गंभीरता से संज्ञान लिया. आईआरसीटीसी से रिपोर्ट तलब की. शिकायत के 15 घंटे बाद आईआरसीटीसी की ओर से जानकारी दी गई कि कमांडेंट से बात हुई है. कमांडेंट के पास ऐसी कोई शिकायत नहीं मिली है. कमांडेंट में जवान को ही आधिकारिक चैनल के जरिए शिकायत करने का सुझाव दिया गया.
क्या कहते हैं चीफ रीजनल मैनेजर
जवानों के खाने की गुणवत्ता की शिकायत पर आईआरसीटीसी के रीजनल चीफ मैनेजर अनिल गुप्ता ने बता की. उन्होंने कहा कि इटावा से पहले जवानों को गुजरात में जयपुर में और फिर दिल्ली में आईआरसीटीसी के ठेकेदारों ने खानपान सामग्री सप्लाई की थी. खराब खाने की शिकायत मिलने के बाद इटावा में सप्लाई किए गए खाने के बारे में कमांडेंट से बात की. उन्होंने यूपी में दिए गए खाने की गुणवत्ता की प्रशंसा की है.