लखनऊ: अलग-अलग समाज के सम्मलेन होने के बाद भाजपा अब क्षत्रिय समाज के लोगों को जोड़ने के लिए भी सम्मेलनों का आयोजन करेगी. प्रदेश के अलग-अलग जिलों ऐसे करीब आधा दर्जन सम्मेलन किए जाएंगे. जिनको मध्य नवंबर से दिसम्बर तक करवाया जाएगा. भाजपा इससे पहले ब्राह्मण, पिछड़ा वर्ग सम्मेलन करा चुकी है. जबकि वैश्य सम्मेलन 14 को होगा. भाजपा के सम्मेलनों का यह दौर सबसे पहले प्रबुद्धजन सम्मेलन करवाया था, जो कि ब्राह्मण सम्मेलन ही थे.
इसके बाद में 17 से 31 अक्टूबर के दौरान पिछड़े वर्ग के अलग-अलग जातियों के करीब 30 सम्मेलनों का आयोजन लखनऊ में किया गया था. जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, दोनों डिप्टी सीएम समेत पार्टी के अन्य कई नेता सक्रिय रहे थे.
इस बीच भाजपा ने अनुसूचित जाति मोर्चा के कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर उत्तराखंड की पूर्व राज्यपाल बेबी रानी मौर्य मौजूद थीं. जिनके नाम के आगे पहली बार इस कार्यक्रम में उनकी जाति जाटव का उल्लेख किया गया था.
भाजपा के सूत्रों ने बताया कि इस महीने के अंत में क्षत्रिय सम्मेलनों का आयोजन किया जाएगा. जिनमें भाजपा प्रत्यक्ष तौर पर सामने नहीं होगी. विभिन्न संगठन इन आयोजनों को करेंगे और भाजपा के बड़े नेता इनमें शामिल होंगे. खासतौर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह मौजूद रहेंगे.
गौरतलब है कि क्षत्रिय भाजपा के कोर वोटर हैं, जिनको आकर्षित करने में भाजपा कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है. भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता आनंद दुबे ने बताया कि हम हर जाति वर्ग के लिए काम कर रहे हैं और हर वर्ग के बीच पहुंच रहे हैं. यह जातिवादी सम्मेलन नहीं हैं. संपर्क और समरसता बढ़ाने के आयोजन हैं, जो कि किए जाते रहेंगे.
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