लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने नगर निकाय चुनाव (municipal elections in up) में शानदार जीत दर्ज करने के लिए फुलप्रूफ प्लानिंग की है. भाजपा नेतृत्व ने तय किया है कि सभी नगर निकाय वाले क्षेत्रों में सरकार के मंत्रियों ने पार्टी के पदाधिकारिओं को जिम्मेदारी सौंपी है. दीवाली के ठीक बाद सभी नेता नगर निकाय वाले क्षेत्रों में जाएंगे.
बीजेपी (BJP preparation for municipal elections up) के अभियान में बैठक छोटे-छोटे सम्मेलन किए जाएंगे. जिससे चुनाव में जीत दर्ज करने का माहौल बनेगा. भाजपा ने तय किया है कि उत्तर प्रदेश के सभी नगर निकाय वाले क्षेत्रों में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को भेजकर बैठक और सम्मेलन कराए जाएंगे. लोगों को यह बताने की कोशिश की जाएगी कि शहरी क्षेत्रों में पार्टी ने अपने सरकार के माध्यम से कितने काम किए गए हैं. भारतीय जनता पार्टी की सरकार में हुआ है स्वच्छता अभियान से लेकर कई अन्य बड़े काम कराए गए हैं. इसके अलावा केंद्र और राज्य सरकार की उपलब्धियों को जनता के सामने रखा जाएगा और उनसे समर्थन मांगा जाएगा. लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर, वाराणसी जैसे शहरों में मेट्रो प्रोजेक्ट के कार्य को बताया जाएगा. इसके अलावा ओवर ब्रिज जैसे तमाम अन्य जो काम किए गए हैं. छोटे शहरों से लेकर बड़े शहरों में वह भी जाम से निजात दिलाने में काफी कारगर साबित हुए हैं.
पढ़ें- दिवाली मनाने वनटांगिया गांव पहुंचे CM योगी, 80 करोड़ की देंगे सौगात
भारतीय जनता पार्टी (BJP planning for municipal elections in up) की कोशिश है कि नगर निकाय वाले क्षेत्रों में जो भी काम हुए हैं और पूर्ववर्ती सरकारों के दौरान जो काम नहीं हुए हैं. उससे तुलना करते हुए जनता से समर्थन मांगा जाएगा. भाजपा की कोशिश है कि दिसंबर महीने में चुनाव प्रस्तावित हैं और अब सिर्फ दिवाली से लेकर नवंबर तक का समय ही बाकी है. दिवाली के ठीक बाद यह अभियान तेज कर दिया जाएगा. पार्टी के स्तर पर चुनाव प्रबंधन की टीम को जिम्मेदारी दी गई है. सरकार के मंत्रियों, पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों के दौरे लगाते हुए बैठक और सम्मेलन कराने का काम शुरू होगा.
भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने बताया कि निकाय चुनाव में भारतीय जनता पार्टी हमेशा से विजेता रही है. इसलिए सभी नगर निगमों में कमल का फूल खिलता रहा है. इस बार निकाय चुनाव में व्यापक तैयारियां की गई हैं. सरकार के सभी मंत्रियों और संगठन के बड़े पदाधिकारियों को नगर निकाय क्षेत्रों की जिम्मेदारी दी गई है. दीपोत्सव के पर्व के बाद भाजपा का अभियान तेज हो जाएगा.
पढ़ें- Deepotsav 2022 : अयोध्या में जले 15 लाख 76 हजार दीये, गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ नाम