लखनऊ: राजभवन में प्रदेश में बायो ऊर्जा, ऑर्गेनिक फर्टिलाइजर मशीन को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए गुजरात के बायो गैस विशेषज्ञ डॉ. भरत पटेल द्वारा प्रजेंटेशन दिया गया. इस अवसर पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद रहे.
केमिकल फर्टिलाइजर से हो रही हैं गम्भीर बीमारियां
राज्यपाल ने कहा कि "आज कैमिकल फर्टिलाइजर पेस्टीसाइड आदि का अधिक से अधिक प्रयोग होने के कारण जनसमुदाय विभिन्न गम्भीर बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं. जरूरी है कि आज हम कार्बनिक उर्वरकों के प्रयोग के लिए किसानों को प्रेरित करें. डॉ. भरत पटेल ने बताया पेरसमड, गोबर और पराली को मिलाकर बायोगैस सफलतापूर्वक तैयार किया जा सकता है, जिसका उपयोग बायो फर्टिलाइजर, बायोगैस तथा सीएनजी के रूप में प्रयोग किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि "गौशालाओं में बायोगैस प्लांट लगाए जाएं और बायोगैस से ऊर्जा के क्षेत्र में प्रदेश आत्मनिर्भर बनेगा. इसलिए इस दिशा में काम करने की आवश्यकता है.
किसानों को किया जाएगा प्रोत्साहित
इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रजेंटेशन की सराहना करते हुए कहा कि "इसे सर्वप्रथम प्रदेश के प्रत्येक जिले में स्थापित गौशालाओं में स्थापित कराया जाएगा. किसानों को अपने खेतों में आर्गेनिक खाद प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा." मुख्यमंत्री ने कहा कि "प्रदेश में आर्गेनिक मिशन के तहत ये कार्य प्रत्येक जनपद में किये जाएंगे"
'गुजरात के बायोगैस प्लांट देखकर कार्ययोजना बनाएं अधिकारी'
सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे गुजरात जाकर वहां स्थापित विभिन्न बायोगैस प्लांटों को देखें और एक कार्ययोजना तैयार करें, ताकि इस प्रभावी ढंग से प्रदेश में लागू किया जा सके. उन्होंने कहा कि हमें अपनी ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ भारत मिशन आर्गेनिक मिशन, अपशिष्ट फ्री फार्मिग, ग्रीन इनर्जी की सुविधा प्रदान करनी है. किसानों की आय दो दुगनी करने के सभी उपाय करने हैं. ऐसा करने से ग्रामीण क्षेत्रों का चौमुखी विकास हो सकेगा. इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव कृषि डॉ. देवेश चतुर्वेदी, अपर मुख्य सचिव ऊर्जा अरविन्द कुमार, अपर मुख्य सचिव पशुधन भुवनेश कुमार एवं विशेष सचिव मुख्यमंत्री सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद थे.