लखनऊ: बाबा साहब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय से नीलू नाम की छात्रा पीएचडी कर रही हैं. यूनिवर्सिटी के मास कम्युनिकेशन एंड जर्नलिज्म के हेड ऑफ डिपार्टमेंट प्रोफेसर गोविंद जी पांडे के साथ मिलकर नीलू ने तीन डॉक्यूमेंट्री फिल्म बनाई हैं. जिसमें से एक फिल्म इस माह त्रिपुरा में होने वाले राष्ट्रीय विज्ञान फिल्म फेस्टिवल के लिए चयनित की गई है. इस फिल्म को बनाने में नीलू को करीब 1 साल लगा है.
कैंसर पीड़ितों का हैसला बढ़ाने के लिए बनायी फिल्म
आप को बता दें, कि आलमबाग के इंद्रपुरी कॉलोनी में नीलू अपनी मां के साथ रहती हैं. नीलू वर्तमान में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद लखनऊ इकाई की अध्यक्ष और राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य भी हैं. शोध छात्रा नीलू ने ईटीवी भारत को बताया, कि यह फिल्म कैंसर पीड़ितों का हौसला बढ़ाने के लिए उन्होंने बनाई है. साथ ही बातचीत के दौरान नीलू ने संदेश दिया, कि युवाओं को किसी भी हालत में पेशेंस नहीं खोना चाहिए. पेशेंस रखने वालों को एक दिन सफलता जरूर मिलती है.
शोध छात्रा नीलू शर्मा ने बताया, कि जब वह मास्टर कर रहीं थीं तभी से ही मन बना लिया था, कि फिल्में बनानी हैं. पीएचडी करने के दौरान जब उन्हें प्रोफेसर गोविंद जी पांडे मिले, उसके बाद उन्होंने तय किया, कि वो ऐसी फिल्में बनाएंगी जो सोसाइटी को कंट्रीब्यूट करे.
उनका कहना था, कि वो ऐसा रिसर्च नहीं करना चाहती थीं जो लाइब्रेरी में फाइल्डअप होकर रह जाए. वो एक ऐसा ऑडियो विजुअल आउटपुट देना चाहती थीं, जिसका शोध तो खत्म हो जाए, लेकिन वह सोसाइटी में कॉन्ट्रीब्यूट करे. अब उन्होंने तीन फिल्में तैयार की है. पहली फिल्म अवेयरनेस पर है, दूसरी फिल्म कैंसर ट्रीटमेंट पर है, और तीसरी फिल्म सर्वाइवर पर बनाई है. जिनमे से तीसरी फिल्म राष्ट्रीय विज्ञान फिल्म फेस्टिवल में चयनित हुई है.