कटरा: उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक (USBRL) के कटरा से बनिहाल खंड पर बुधवार को एक हाई स्पीड ट्रेन का सफल ट्रायल रन किया गया. इसको कश्मीर के लिए सीधी ट्रेन के वास्तविक संचालन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है.
इस संबंध में रेलवे अधिकारी के बताया कि ट्रेन ने श्री माता वैष्णो देवी रेलवे स्टेशन कटरा से बनिहाल तक 110 किलोमीटर की दूरी एक घंटे 10 मिनट में पूरी की. रेलवे सुरक्षा आयुक्त (CRS) उत्तरी सर्किल दिनेश चंद देशवाल और कोंकण रेलवे तथा उत्तरी रेलवे के अन्य अधिकारी ट्रायल रन का हिस्सा थे. ट्रेन दोपहर में वापस कटरा लौटी. वापसी में ट्रेन की गति 120 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच गई.
#WATCH | J&K: The final speed trials on the Katra-Banihal section of the Udhampur-Srinagar-Baramulla Rail Link (USBRL) project were held today as part of the mandatory inspection by the Commissioner of Railway Safety (CRS).
— ANI (@ANI) January 8, 2025
Final speed trial through Anji Rail Bridge - the… pic.twitter.com/VXXUR8qEr5
मीडियाकर्मियों से बात करते हुए रेलवे सुरक्षा आयुक्त दिनेश चंद देशवाल ने हाई स्पीड ट्रायल रन पर संतोष व्यक्त किया. उन्होंने कहा, "यहां से बढ़ते ग्रेड पर ट्रेन की गति 110 किलोमीटर प्रति घंटा थी और यह एक संतोषजनक ट्रायल था. देशवाल ने कहा, "खंड तैयार है और हमने अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान जानकारी एकत्र की है तथा डेटा का विश्लेषण करेंगे. जल्द ही रेलवे के सामान्य कामकाज को संभव बनाने के लिए कदम उठाए जाएंगे." उन्होंने कहा, "हमें उम्मीद है कि जल्द ही ट्रेन सेवा संभव हो जाएगी."
इस सफल यात्रा के बाद अब सभी की निगाहें कश्मीर के लिए ट्रेन के औपचारिक उद्धाटन पर टिकी हैं. रेलवे के एक अधिकारी कहा कि यदि सब कुछ योजना के मुताबिक हुआ तो कश्मीर के लिए ट्रेन का औपचारिक उद्घाटन 25 जनवरी को हो सकता है और 26 जनवरी से कश्मीर के लिए ट्रेन सेवा का सामान्य संचालन शुरू हो जाएगा.
बता दें कि हाई स्पीड ट्रायल रन से पहले सीआरएस ने मंगलवार को कटरा से रियासी ट्रैक तक व्यापक सुरक्षा सर्वेक्षण किया और किए गए कार्यों पर संतोष व्यक्त किया. टीम ने टी-31, बहनी पुल, टी-32, टी-33, पाई खड्ड पुल, टी-34, केबल स्टे अंजी खड्ड पुल, टी-35 का निरीक्षण किया और रियासी तक गई. टीम ने शाम को दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल चिनाब पुल का भी दौरा किया था. इससे पहले 16 और 17 दिसंबर को सीआरएस ने क्षेत्र का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया था.
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