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बीबीएयू ने छात्रों को परीक्षा में शामिल होने से रोका, विरोध में धरने पर बैठे छात्र - छात्र प्रवीण कुमार

बीबीएयू के इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (यूआईईटी) के छात्रों को शैक्षणिक सत्र 2020-21 और 2021-22 के दौरान आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्रों को उत्तर प्रदेश समाज कल्याण विभाग के द्वारा छात्रवृत्ति नहीं दी गई है. छात्रवृति नहीं मिलने के कारण छात्र फीस नहीं जमा कर पाए इस कारण उन्हें परीक्षा में शामिल होने से रोक दिया गया है.

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Published : Dec 20, 2022, 7:06 AM IST

लखनऊ : बीबीएयू के इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (यूआईईटी) के छात्रों को शैक्षणिक सत्र 2020-21 और 2021-22 के दौरान आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्रों को उत्तर प्रदेश समाज कल्याण विभाग के द्वारा छात्रवृत्ति नहीं दी गई है. छात्रवृति नहीं मिलने के कारण छात्र फीस नहीं जमा कर पाए इस कारण उन्हें परीक्षा में शामिल होने से रोक दिया गया है. इसके विरोध में छात्रों ने आंबेडकर भवन पर विरोध-प्रदर्शन किया.

छात्रों का आरोप है कि स्कॉलरशिप नहीं मिलने के कारण वह समय से फीस नहीं जमा कर सके हैं. जिस कारण उन्हें संस्था द्वारा परीक्षा में शामिल नहीं होने दिया जा रहा है. बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय (बीबीएयू) में सामने आया है. यहां उत्तर प्रदेश सरकार के समाज कल्याण विभाग के द्वारा दी जाने वाली छात्रवृति नहीं मिलने के कारण परीक्षा देने में रोके जाने के बाद बहुजन छात्रों ने दो बजे से अनिश्चितकालीन विरोध- प्रदर्शन शुरू कर दिया है. इस सम्बन्ध में इंजीनियरिंग विभाग व बीबीए-एलएलबी के बहुजन छात्रों की समस्या तब शुरू हुई जब बीबीएयू प्रशासन ने 2 दिसंबर को एक नोटिस जारी कर कहा कि जिन छात्रों की फीस बकाया है. उन्हें 12 दिसंबर से शुरू होने वाली सेमेस्टर परीक्षाओं में शामिल होने की अनुमति नहीं है. इस सम्बन्ध में छात्र अंकित ने बताया कि फीस बहुत ज्यादा है जिसे हम अफोर्ड नहीं कर पा रहे हैं. पिताजी मजदूरी करते हैं और यहां हम जौनपुर से पढ़ने आए हैं. इस कठिन समय में हम अपनी पढ़ाई को लेकर सिर्फ छात्रवृति पर निर्भर हैं. हम गरीब परिवार से आते हैं जो इस बार एग्जाम से पहले नहीं मिली जिसकी वजह से हमें एग्जाम से वंचित किया गया. हमारा विरोध प्रदर्शन इस बात को लेकर हैं कि हमें एग्जाम में बैठने दिया जाए जब छात्रवृति आएगी तो हम जमा कर देंगे.

फीस के अभाव में प्रवेश कैंसिल करा कर गए वापस दर्जनों छात्र : छात्र प्रवीण कुमार (Student Praveen Kumar) ने बताया कि मैं बीटेक थर्ड ईयर का छात्र हूं, मेरा फिफ्थ सेमेस्टर है. मुझे भी एग्जाम से वंचित किया गया है. विवि प्रशासन कह रहा है कि पूरी फीस जमा करिए नहीं तो एग्जाम में बैठने को नहीं मिलेगा. प्रवीण कुमार ने बताया कि मेरी पहले साल की फीस आई थी, लेकिन दूसरे और तीसरे की अभी तक नहीं आयी, टोटल एक लाख 75 हजार जमा होने हैं. हम मेहनत मजदूरी और ट्यूशन पढ़ाकर खाना खर्चा चलाते हैं. यहां हमारी पढ़ाई छात्रवृति पर निर्भर है. जिसकी वजह से हमें एग्जाम देने से वंचित किया जा रहा है. इस सम्बन्ध में हम लोग मंत्री असीम अरुण को भी सितम्बर में ज्ञापन दे चुके हैं. उन्होंने आश्वाशन दिया था कि दो दिन में छात्रवृति आ जाएगी, लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ. बता दें, 12 दिसंबर से सेमेस्टर एग्जाम चल रहे हैं.

लखनऊ : बीबीएयू के इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (यूआईईटी) के छात्रों को शैक्षणिक सत्र 2020-21 और 2021-22 के दौरान आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्रों को उत्तर प्रदेश समाज कल्याण विभाग के द्वारा छात्रवृत्ति नहीं दी गई है. छात्रवृति नहीं मिलने के कारण छात्र फीस नहीं जमा कर पाए इस कारण उन्हें परीक्षा में शामिल होने से रोक दिया गया है. इसके विरोध में छात्रों ने आंबेडकर भवन पर विरोध-प्रदर्शन किया.

छात्रों का आरोप है कि स्कॉलरशिप नहीं मिलने के कारण वह समय से फीस नहीं जमा कर सके हैं. जिस कारण उन्हें संस्था द्वारा परीक्षा में शामिल नहीं होने दिया जा रहा है. बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय (बीबीएयू) में सामने आया है. यहां उत्तर प्रदेश सरकार के समाज कल्याण विभाग के द्वारा दी जाने वाली छात्रवृति नहीं मिलने के कारण परीक्षा देने में रोके जाने के बाद बहुजन छात्रों ने दो बजे से अनिश्चितकालीन विरोध- प्रदर्शन शुरू कर दिया है. इस सम्बन्ध में इंजीनियरिंग विभाग व बीबीए-एलएलबी के बहुजन छात्रों की समस्या तब शुरू हुई जब बीबीएयू प्रशासन ने 2 दिसंबर को एक नोटिस जारी कर कहा कि जिन छात्रों की फीस बकाया है. उन्हें 12 दिसंबर से शुरू होने वाली सेमेस्टर परीक्षाओं में शामिल होने की अनुमति नहीं है. इस सम्बन्ध में छात्र अंकित ने बताया कि फीस बहुत ज्यादा है जिसे हम अफोर्ड नहीं कर पा रहे हैं. पिताजी मजदूरी करते हैं और यहां हम जौनपुर से पढ़ने आए हैं. इस कठिन समय में हम अपनी पढ़ाई को लेकर सिर्फ छात्रवृति पर निर्भर हैं. हम गरीब परिवार से आते हैं जो इस बार एग्जाम से पहले नहीं मिली जिसकी वजह से हमें एग्जाम से वंचित किया गया. हमारा विरोध प्रदर्शन इस बात को लेकर हैं कि हमें एग्जाम में बैठने दिया जाए जब छात्रवृति आएगी तो हम जमा कर देंगे.

फीस के अभाव में प्रवेश कैंसिल करा कर गए वापस दर्जनों छात्र : छात्र प्रवीण कुमार (Student Praveen Kumar) ने बताया कि मैं बीटेक थर्ड ईयर का छात्र हूं, मेरा फिफ्थ सेमेस्टर है. मुझे भी एग्जाम से वंचित किया गया है. विवि प्रशासन कह रहा है कि पूरी फीस जमा करिए नहीं तो एग्जाम में बैठने को नहीं मिलेगा. प्रवीण कुमार ने बताया कि मेरी पहले साल की फीस आई थी, लेकिन दूसरे और तीसरे की अभी तक नहीं आयी, टोटल एक लाख 75 हजार जमा होने हैं. हम मेहनत मजदूरी और ट्यूशन पढ़ाकर खाना खर्चा चलाते हैं. यहां हमारी पढ़ाई छात्रवृति पर निर्भर है. जिसकी वजह से हमें एग्जाम देने से वंचित किया जा रहा है. इस सम्बन्ध में हम लोग मंत्री असीम अरुण को भी सितम्बर में ज्ञापन दे चुके हैं. उन्होंने आश्वाशन दिया था कि दो दिन में छात्रवृति आ जाएगी, लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ. बता दें, 12 दिसंबर से सेमेस्टर एग्जाम चल रहे हैं.

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