लखनऊ: बेसिक शिक्षा मंत्री डॉक्टर सतीश चंद्र द्विवेदी ने कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में शिक्षक तैनाती फर्जीवाड़े की जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने इस मामले में आरोपित शिक्षकों को बर्खास्त करने और मामले की प्राथमिकी पुलिस में दर्ज कराने के भी आदेश दिए हैं. साथ ही डॉ. द्विवेदी ने सभी कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में शिक्षक तैनाती की जांच कराने का भी आदेश दिया है.
डॉ. सतीश चंद्र द्विवेदी ने बेसिक शिक्षा विभाग को लिखा पत्र
बेसिक शिक्षा मंत्री डॉक्टर सतीश चंद्र द्विवेदी ने शुक्रवार को ही अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा विभाग रेणुका कुमार को दो अलग-अलग पत्र भेजे हैं. इनमें कहा गया है कि सोशल मीडिया और मीडिया के माध्यम से मिली जानकारी के अनुसार, अनामिका शुक्ला कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय, विकासखंड बड़ोत, जिला बागपत के अलावा 25 अलग-अलग जिलों में भी विज्ञान शिक्षिका के पद पर कार्यरत हैं. इनके अभिलेखों का उपयोग करते हुए अन्य शिक्षिकाएं सेवारत हैं. इस मामले की तत्काल जांच कराई जाए. साथ ही प्रकरण में संलिप्त अधिकारियों, कर्मचारियों की भूमिका की जांच कराकर दोषी व्यक्तियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए. संबंधित शिक्षिका और उसके अभिलेखों का उपयोग करने वाली अन्य शिक्षिकाओं को बर्खास्त करने के साथ ही इसे आपराधिक कृत्य मानकर एफआईआर दर्ज कराई जाए.
एक अन्य पत्र में उन्होंने लिखा है कि प्रदेश में संचालित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में कार्यरत पूर्णकालिक, अंशकालिक शिक्षक-शिक्षिकाएं कई-कई विद्यालयों में नौकरी कर रहे हैं. ऐसे में प्रकरण की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए प्रदेश के सभी जिलों में संचालित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में कार्यरत समस्त अध्यापक और अध्यापिका के भर्ती और चयन के समय प्रस्तुत किए जाने वाले सभी प्रमाणपत्रों का सत्यापन एक निश्चित समय अवधि में तत्काल कराया जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि किसी एक शिक्षिका के प्रमाणपत्रों के आधार पर कोई दूसरा शिक्षक या शिक्षिका कार्यरत न हों.
बेसिक शिक्षा मंत्री ने ईटीवी भारत को इस मामले में अपने फैसलों की जानकारी दी कि पूरे प्रकरण की जांच कराई जा रही है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. इसी संबंध में यह आदेश भी जारी किया गया है.