लखनऊ: बैंक को करोड़ों का चूना लगाने वाली कंपनियों पर सीबीआई एंटी करप्शन विंग (cbi anti corruption wing) ने एफआईआर दर्ज की है. ये एफआईआर भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक- सिडबी बैंक (Small Industries Development Bank of India) अधिकारी श्यामानंद ने 3 कंपनियों और उनके मालिकों के खिलाफ अलग-अलग एफआरआई दर्ज करवाई है. आरोप है कि इन कंपनियों ने 15 करोड़ रुपये का घपला किया है.
सिडबी बैंक के असिस्टेंट जनरल मैनेजर श्यामानंद के मुताबिक भारतीय निर्माण, आर्थिक एवं सामाजिक विकास संगठन व मेसर्स विद्यांचल फिनलीज प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर व प्रमोटर्स ने साढ़े 6 करोड़ का घपला किया है. इस कंपनी के मालिकों ने 2007-8 के बीच लोन लेकर दूसरे खाते में ट्रांसफर कर दिया था. इन दोनों कंपनियों के डायरेक्टर प्रशांत राव मोसेस हैं, जिन्हें आरोपी बनाया गया है.
वहीं, बैंक अधिकारी श्यामानंद की दूसरी एफआईआर के मुताबिक एक अन्य कंपनी हाइड्रिक्स फॉर्म इनपुट लिमिटेड ने भी साल 2015 में 9.85 करोड़ रुपये का लोन लेकर दूसरे खाते में भेज दिया था. इस फर्म के डायरेक्टर पंकज रस्तोगी व अन्य को आरोपी बनाया गया है.
सीबीआई ने इन कंपनियों द्वारा किये गए 15 करोड़ के घपले के मामले में प्रशांत मोसेस, शानू, श्यामलाल, पंकज रस्तोगी, परेश और दीपक रस्तोगी समेत अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है.
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