लखनऊ: करीब 70 साल बाद वह घड़ी नजदीक आ गई, जब राम मंदिर को लेकर सुप्रीम कोर्ट का सुप्रीम फैसला आने वाला है. 40 दिनों तक सुप्रीम कोर्ट में प्रतिदिन चली सुनवाई बुधवार को पूरी हो गई. अब कहा जा रहा है कि 23 दिनों के अंदर सुप्रीम कोर्ट का सुप्रीम फैसला आएगा. पिछले काफी समय से शांत अयोध्या एक बार से मुख्य केंद्र बिंदु में आ जाएगी. राम की जन्मस्थली अयोध्या राम जन्मभूमि पर राम मंदिर निर्माण को लेकर आने वाले फैसले पर सबकी निगाहें हैं.
अयोध्या में राम मंदिर विवाद 1949 से चल रहा है. कई स्तरों पर मध्यस्थता अन्य विवादों के बावजूद यह मामला अभी तक हल नहीं हो पाया है. विवादित ढांचे का 90 के दशक में विध्वंस किया गया और फिर मामला हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक जा पहुंचा. 2010 में हाईकोर्ट ने अपने फैसले में दो तिहाई भाग रामजन्मभूमि न्यास को दी. एक हिस्सा मुस्लिम पक्ष को दिया, जिसके बाद यह मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया.
17 नवंबर से पहले आएगा सुप्रीम कोर्ट का फैसला
सुप्रीम कोर्ट में 40 दिनों से लगातार सुनवाई हुई और वह बुधवार को पूरी हो गई. अब 17 नवंबर से पहले इस बड़े और महत्वपूर्ण मामले में बड़ा फैसला आने वाला है, जिसको लेकर अब हर तरफ चर्चा तेज हो गई है. अयोध्या में सतर्कता बरतते हुए राज्य सरकार ने भारी संख्या में पैरामिलिट्री फोर्स भेज दी है. इससे किसी भी प्रकार की कोई दुर्घटना न हो सके और अयोध्या में 144 भी लागू कर दी गई थी.
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राम मंदिर को लेकर एक बार फिर चर्चा का विषय बनी हुई है अयोध्या
पिछले काफी समय से राजनीति के केंद्र बिंदु में रही अयोध्या फिर चर्चा में है. सुप्रीम फैसला आने से पहले सबकी निगाहें अयोध्या की तरफ लगी हुई हैं. करोड़ों लोगों की आस्था का प्रतीक राम के भव्य मंदिर के निर्माण को लोग अब यह कयास भी लगा रहे हैं कि फैसला हिंदुओं के पक्ष में आएगा. हाईकोर्ट ने भी दो हिस्से की भूमि हिंदू पक्षकारों को दी थी. अब सुप्रीम कोर्ट भी उस को आधार बनाकर फैसला दे सकती है. ऐसे में लोग आशान्वित हैं कि जल्द ही अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण होगा और यही कारण है कि हर तरफ चर्चा का केंद्र बिंदु अयोध्या है.
स्वाभाविक रूप से इस समय मुख्य केंद्र बिंदु अयोध्या ही है. सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई पूरी हो चुकी है. जल्द से जल्द फैसला आना है. ऐसे में हर कोई यही चर्चा कर रहा है कि अब क्या होगा और उसी को लेकर हर तरफ चर्चा हो रही है. केंद्र बिंदु में सिर्फ और सिर्फ अयोध्या है. राज्य सरकार भी सतर्क है और इसी के चलते अयोध्या में भारी मात्रा में पुलिस प्रशासन को अलर्ट किया गया है. पैरामिलिट्री फोर्स को भेजा गया है. मुख्य सचिव से लेकर डीजीपी और अन्य अधिकारी वहां पर बैठक भी कर चुके हैं. किसी भी प्रकार की कोई अप्रिय स्थिति न उत्पन्न होने पाए.
-डॉ. पी.एन. द्विवेदी, राजनीतिक विश्लेषक