लखनऊ: उत्तर प्रदेश की 13 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनावों को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई हैं. सभी पार्टियां अपने प्रत्याशियों के साथ मैदान में उतरने को बेताब हैं. वहीं जिन पार्टियों के बीच आपसी गठबंधन है, उनमें सीटों को लेकर बातचीत शुरू हो गई है. पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने भाजपा से प्रतापगढ़ सीट की मांग की है. पार्टी ने प्रतापगढ़ सीट को पारंपरिक सीट बताते हुए बीजेपी शीर्ष नेतृत्व से इसकी मांग की है. पार्टी ने इसके लिए भाजपा को गठबंधन धर्म की भी याद भी दिलाई है.
उत्तर प्रदेश के 2017 विधानसभा चुनाव में प्रतापगढ़ सीट अपना दल के खाते में गई थी. यहां से संगम लाल गुप्ता विधायक बने थे. बाद में 2019 लोकसभा चुनाव में संगम लाल भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़े और सांसद हो गए. तभी से प्रतापगढ़ विधानसभा सीट खाली हो गई. अब उपचुनाव से पहले अपना दल ने भारतीय जनता पार्टी को गठबंधन धर्म की याद दिलाई है. पार्टी ने साफ तौर पर कहा है कि हर हाल में प्रतापगढ़ की सीट हमारी थी और यह सीट हमें चाहिए. इसके लिए अपना दल की तरफ से बीजेपी के राष्ट्रीय नेतृत्व को भी अवगत करा दिया गया है.
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अपना दल के प्रवक्ता राजेश पटेल ने कहा कि हम गठबंधन धर्म का पालन ईमानदारी से करते चले आ रहे हैं. 2014, 2017 और 2019 के चुनाव में भी हमने ईमानदारी से गठबंधन धर्म निभाया. प्रतापगढ़ की सीट हमारी सीट है. यहां से हमारे विधायक संगम लाल गुप्ता ने जीत हासिल की थी. बाद में वह बीजेपी में शामिल हो गए और बीजेपी के टिकट से ही लोकसभा का चुनाव लड़े और जीत गए.
राजेश पटेल ने कहा कि प्रतापगढ़ सीट हमारी है. हमने भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व को इस बात से अवगत करा दिया है और डिमांड रख दी है कि यह सीट हमें चाहिए. आगे उन्होंने कहा कि यह उनके निर्णय के ऊपर है और हमें उनके निर्णय का इंतजार है. अगर सकारात्मक परिणाम नहीं आता है, तो अपना दल का क्या कदम होगा इसका अभी कोई जवाब नहीं है. राजनीति में तत्कालीन परिस्थितियों पर ही निर्णय लिया जाता है. उस समय क्या परिस्थिति बनेगी यह बताया जाएगा.
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अब देखने वाली बात यह है कि भाजपा प्रतापगढ़ सीट सहयोगी दल होने के नाते अपना दल के खाते में डालती है या फिर अपने ही खाते में रख लेती है. कहा जा रहा है कि हाल-फिलहाल भारतीय जनता पार्टी कहीं न कहीं अपना दल को दूर करते हुए नजर आ रही है. इस बार के केंद्रीय मंत्रिमंडल में मोदी सरकार ने अनुप्रिया पटेल को जगह नहीं दी. वहीं योगी सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार में भी एमएलसी और अनुप्रिया पटेल के पति आशीष पटेल को जगह नहीं मिली. फिलहाल अपना दल ने प्रतापगढ़ सीट की अपनी डिमांड बीजेपी के सामने रख दी है और उसे बीजेपी के निर्णय का बेसब्री से इंतजार है.