लखनऊः रमजान के आखिरी जुमे की नमाज आज (शुक्रवार) अदा की गई. इस दौरान कोविड प्रोटोकॉल के तहत मस्जिदों में सिर्फ पांच लोगों ने ही नमाज अदा की. मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन किया गया. लखनऊ ईदगाह की जामा मस्जिद में मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने लोगों को नमाज अदा कराई और कोरोना के खात्मे की विशेष दुआ की.
बेहद सादगी से मनाएं ईद
मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने इस दौरान लोगों से अपील करते हुए कहा कि कोरोना महामारी को देखते हुए ईद बेहद सादगी से मनाएं और खरीदारी न करें. मौलाना ने कहा कि ईद खुशियों का त्योहार है लेकिन देश में कोरोना ने बड़े पैमाने पर लोगों की खुशियां छिनी हैं, लिहाजा लोगों को आगे निकलकर इस मौके पर दूसरों की मदद करनी चाहिए.
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खुद के कपड़ों की बजाय दूसरों के कपड़ों का इंतजाम करें
मौलाना खालिद रशीद ने कहा कि इस ईद के दौरान घरों में सिंवई बनाई जाए. नये कपड़ों की जगह, दूसरे के कपड़ों का इंतजाम करें. ईद का चांद 12 मई को देखा जाएगा और चांद नजर आने पर 13 मई को ईद हो सकती है. ऐसे में मौलाना ने ईद पर भी लोगों से कोरोना के कहर को देखते हुए पूरे कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील की है.