लखनऊ: हाथरस में कथित सामूहिक दुष्कर्म और पिटाई के बाद युवती की मौत के मामले में सीबीआई जांच कर रही है. पीड़ित परिवार को न्याय मिले, इसके लिए सोमवार को पीड़ित परिवार के 5 सदस्य इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ के सामने पेश होंगे. पीड़ित परिवार की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कोर्ट परिसर व आसपास के इलाके में भारी संख्या में फोर्स तैनाती की गई है. मामले की गंभीरता को देखते हुए परिवार की सुरक्षा के लिए तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था का प्रबंध किया गया है.
एडीसीपी अमित कुमार के अनुसार, कोर्ट परिसर को ट्रिपल लेयर के तहत सुरक्षित किया गया है. पुलिस विभाग की एक टीम कोर्ट के अंदर पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था के लिए कोर्ट सिक्योरिटी फोर्स के साथ तैनात रहेगी. वहीं कोर्ट के सभी गेट और बाउंड्री पर पीएसी सहित सिविल पुलिस के जवान तैनात रहेंगे. कोर्ट की सुरक्षा के लिए सिविल पुलिस, पीएसी सहित सीआरपीएफ के जवान कोर्ट परिसर के आसपास तैनात रहेंगे. हाईकोर्ट के सामने भारी संख्या में फायर ब्रिगेड की गाड़ी और दंगा निरोधी वाहन मौजूद रहेंगे.
मां-बाप सहित भाई और भाभी रहेंगे मौजूद
पीड़ित परिवार के 5 सदस्य, पीड़िता के पिता, मां, दोनों भाई और भाभी कोर्ट के सामने पेश होंगे. पीड़ित परिवार से सवाल-जवाब करने के लिए कोर्ट ने एडवोकेट जैन माथुर को न्याय मित्र के तौर पर नियुक्त किया है. जैन माथुर पीड़ित परिवार से विभिन्न पहलुओं पर पूछताछ करेंगे.
इन सवालों के जवाब तलाशेगी कोर्ट
- घटना के दौरान मौके पर कौन-कौन मौजूद था.
- प्रत्यक्षदर्शी ने घटना के दौरान क्या देखा.
- पीड़िता को बचाने का प्रयास किया गया.
- घटना के दौरान आरोपी क्या कर रहे थे.
- 14 फरवरी को पुलिस ने दुष्कर्म की धाराओं के तहत एफआईआर क्यों नहीं दर्ज की.
- हाथरस जिला प्रशासन ने रात में 2 बजे पीड़िता के शव का अंतिम संस्कार क्यों किया.
- मीडिया पर परिवार से मिलने का प्रतिबंध क्यों लगाया गया.
अधिकारी भी रहेंगे मौजूद
हाईकोर्ट के सामने पीड़िता के परिवार के पांच सदस्यों सहित प्रमुख सचिव गृह अवनीश अवस्थी, डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी, एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार, एसपी हाथरस विनीत जायसवाल, डीएम हाथरस प्रवीण भी मौजूद रहेंगे. सूत्रों से जानकारी मिली है कि कोर्ट में एसआईटी से जुड़े हुए अधिकारी भी मौजूद रहेंगे.
मीडिया के कवरेज के लिए होंगे खास इंतजाम
पुलिस विभाग के अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को हाईकोर्ट परिसर के सामने मीडिया की सुविधा को ध्यान में रखते हुए मीडिया सेंटर बनाया गया है, जहां पर इकट्ठा होकर मीडियाकर्मी घटना के संदर्भ में कवरेज कर सकेंगे.
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