लखनऊः सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा को इस पर भी कोई लाज नहीं आती कि, उनकी सरकार ने 2017 का अपना संकल्प पत्र का एक भी पन्ना नहीं पढ़ा. भाजपा की वादाखिलाफी करने की प्रवृत्ति भी भ्रष्टाचार ही है. भाजपा द्वारा बिना कोई जनहित कार्य किए सरकारी संसाधनों का दुरूपयोग करना जनता के साथ धोखा है.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि गन्ने का बकाया, बिजली बिल बढ़ोतरी, बुनकरों की समस्या, बेरोजगारी की समस्या, महिला उत्पीड़न, अपराध के आंकड़ों में आज उत्तर प्रदेश अन्य राज्यों से आगे है. समाज का प्रत्येक वर्ग परेशान और दुखी है. सरकारी लूट से जनता त्राहि-त्राहि कर रही है. बीजेपी सिर्फ झूठ फैलाकर दूसरे के कार्यों को अपना बताने में लगी है. नोटबंदी और जीएसटी ने अर्थव्यवस्था को कमजोर कर दिया है. 5 ट्रिलियन का सपना दिखाने वाली सरकार सिर्फ भ्रामक विज्ञापनों से जनता को गुमराह करने का षड्यंत्र कर रही है.
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता अब प्रोग्रेसिव सरकार चाह रही है. सेकुलर और समाजवादी राजनीति ही समाज को बचायेगा. कई समाज के हिस्से जिन्हें सम्मान नहीं मिल पाया, उनका भरोसा सरकार ने तोड़ा है. जनता के लिए जो कार्य होने चाहिए थे नहीं हुए. भाजपा ने उत्तर प्रदेश के विकास को पीछे कर दिया है. 2022 में जनता समाजवादी सरकार बनाने के लिए तैयार है. जिसका लक्ष्य सामाजिक न्याय है.
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अखिलेश ने कहा कि समाजवादी पार्टी हमेशा गरीबों के पक्ष में खड़ी रही है. लैपटॉप, कन्या विद्या धन, समाजवादी पेंशन जैसी अनेक कल्याणकारी नीतियां बिना किसी भेदभाव के लागू हुई. बिजली के ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन के क्षेत्र में समाजवादी सरकार ने ऐतिहासिक कार्य किया. जिसके कारण बिजली की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित हो सकी. जनता समाजवादी सरकार के कार्यों को आज भी याद कर रही है. अधिकार और सम्मान की लड़ाई का समाधान समाजवादियों की प्राथमिकता में है. उत्तर प्रदेश को खुशहाल और समृद्ध बनाना ही समाजवादी पार्टी का लक्ष्य है.