लखनऊ :लख़नऊः समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के मुखिया शिवपाल सिंह यादव की आज लगभग 45 मिनट तक मुलाकात हुई. सिक्योरिटी को बिना बताए ही अखिलेश यादव चाचा शिवपाल सिंह यादव से मिलने उनके आवास पर पहुंच गए. चाचा से मिलने पहुंचे भतीजे ने पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया. चाचा और भतीजे की मुलाकात के बाद सियासी सरगर्मियां और तेज हो गई हैं.
-
प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जी से मुलाक़ात हुई और गठबंधन की बात तय हुई।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 16, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
क्षेत्रीय दलों को साथ लेने की नीति सपा को निरंतर मजबूत कर रही है और सपा और अन्य सहयोगियों को ऐतिहासिक जीत की ओर ले जा रही है। #बाइस_में_बाइसिकल pic.twitter.com/x3k5wWX09A
">प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जी से मुलाक़ात हुई और गठबंधन की बात तय हुई।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 16, 2021
क्षेत्रीय दलों को साथ लेने की नीति सपा को निरंतर मजबूत कर रही है और सपा और अन्य सहयोगियों को ऐतिहासिक जीत की ओर ले जा रही है। #बाइस_में_बाइसिकल pic.twitter.com/x3k5wWX09Aप्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जी से मुलाक़ात हुई और गठबंधन की बात तय हुई।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 16, 2021
क्षेत्रीय दलों को साथ लेने की नीति सपा को निरंतर मजबूत कर रही है और सपा और अन्य सहयोगियों को ऐतिहासिक जीत की ओर ले जा रही है। #बाइस_में_बाइसिकल pic.twitter.com/x3k5wWX09A
चाचा शिवपाल से मुलाकात के बाद अखिलेश यादव ने ट्वीट किया कि प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष से मुलाकात हुई और गठबंधन की बात तय हुई. क्षेत्रीय दलों के साथ लेने की नीति सपा को निरंतर मजबूत कर रही है और सपा अन्य सहयोगियों को ऐतिहासिक जीत की ओर ले जा रही है.
सूत्र बताते हैं कि पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरणमय नंदा अभी भी शिवपाल सिंह यादव से मुलाकात कर रहे हैं. जबकि अखिलेश यादव वापस रवाना हो चुके हैं. पिछले काफी दिनों से प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के मुखिया शिवपाल सिंह यादव भतीजे अखिलेश यादव से आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर बात करना चाह रहे. लेकिन अखिलेश यादव समय ही नहीं दे रहे थे. कई बार शिवपाल सिंह यादव ने अखिलेश यादव को तारीख बता कर अल्टीमेटम भी दिया, लेकिन अखिलेश पर इसका कोई असर नहीं हुआ.
चाचा शिवपाल सिंह यादव ने जब चुप्पी साध ली तो अचानक अखिलेश यादव गुरुवार को चाचा से मिलने उनके आवास पर पहुंच गए. चाचा और भतीजे में करीब 45 मिनट तक चुनाव को लेकर गुफ्तगू हुई. बताया जा रहा है कि गठबंधन को लेकर भी दोनों नेताओं के बीच बातचीत हुई. लेकिन अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि कितनी सीटों पर सहमति बनी है.
इसे भी पढ़ें-विधानसभा चुनाव 2022 से पहले जानिए 'समाजवादी कुनबे' में झगड़े की पूरी कहानी
चाचा और भतीजे की मुलाकात की जानकारी मिलते ही तो बड़ी संख्या में दोनों पार्टियों के कार्यकर्ता शिवपाल सिंह यादव के आवास पर पहुंच गए. यहां पर जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी. दोनों नेताओं के समर्थक अपने-अपने नेताओं के जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे. समर्थकों का कहना है कि अब उत्तर प्रदेश में हर हाल में समाजवादी पार्टी की ही सरकार बनेगी यह तय हो गया है. कोई भी पार्टी अब समाजवादी पार्टी से टक्कर नहीं ले पाएगी.
वहीं, चाचा-भतीजे के मुलाकात के बाद उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा कि सपा और प्रसपा के गठबंधन का कोई मतलब ही नहीं है.