लखनऊ : लॉकडाउन के दौरान हुए घाटे की भरपाई के लिए एयरलाइंस ने विमानों का किराया 30 फीसद तक बढ़ा दिया है. विमानन कम्पनियों के इस कदम से महंगाई के दौर में यात्रियों को हवाई सफर करना मुश्किल होगा. उनकी जेब का बजट बिगड़ना तय है. मुंबई और दिल्ली के टिकट काफी महंगे हो गए हैं. किराया बढ़ाने के पीछे कंपनियों का तर्क है कि मार्च माह में विमानों के ईंधन की दरें भी बढ़ गई हैं और लॉकडाउन में काफी दिन तक विमानों का संचालन भी प्रभावित रहा है, जिसके चलते काफी घाटा हुआ है, इसीलिए किराए में इजाफा किया गया है. विमानन कंपनियों के प्रतिनिधियों के मुताबिक डीजीसीए और एएआई से विचार-विमर्श के बाद ही बढ़ा किराया लागू किया गया है.
केंद्र सरकार ने तय की थी किराया बढ़ाने की योजना
एयर इंडिया के लखनऊ प्रभारी मो. शकील अहमद ने बताया कि फरवरी माह में केंद्र सरकार ने एयरलाइंस को लॉकडाउन में हुए नुकसान से उबरने के लिए किराया बढ़ाने की योजना तैयार की थी. प्राइस बैंड भी तय किया गया था. इसका ऐलान भी हुआ, लेकिन एयरलाइंस के पास कोई सर्कुलर अब तक नहीं पहुंचा. इसके बाद विमानन कंपनियों ने डीजीसीए और एएआई से किराए पर मंथन करने के बाद दरें बढ़ाकर लागू भी कर दी हैं. नई दरों के मुताबिक अब लखनऊ से दिल्ली का किराया 3000 रुपये और मुंबई का 6000 रुपये से कम नहीं होगा. एयरलाइंस कंपनियों ने किराए की दरों में बढ़ोतरी का जो फॉर्मेट तैयार किया है वह फ्लाइट ड्यूरेशन पर आधारित है. सात श्रेणियों में किराए की दरें तय की गई हैं. इनमें 40 मिनट, 40 मिनट से एक घंटा, एक से डेढ़ घंटा, डेढ़ से दो घंटे, दो से ढाई घंटे, ढाई से तीन घंटे और तीन से 3:30 घंटे तक फ्लाइट को अवधि में विभाजित किया गया है.
महंगा हुआ विमानों का ईंधन, बढ़ा पांच फीसद किराया
विमानन कंपनियों के अधिकारियों के मुताबिक मार्च माह में विमानों का ईंधन भी महंगा हो गया है. ईंधन महंगा होने से किराए में 5 फीसदी की बढ़ोतरी निचले प्राइस बैंड में करनी पड़ी है. किराए पर इसका असर भी नजर आ रहा है और फरवरी माह में लिए गए फैसले के मुताबिक लागू किए गए किराए से दरें और भी महंगी हुई हैं.
तय की गई किराए की सीमा
विमानन कंपनियों ने विमानों के किराए की सीमा भी अब तय कर दी है. इसके बाद एयरलाइंस यात्रियों को लुभाने के लिए कोई ऑफर भी दे नहीं सकेंगे. पहले दो से तीन माह पहले एयर टिकट बुक कराने पर काफी कम रेट पर टिकट मिल जाता था. दिल्ली का डेढ़ हजार तो मुंबई तक 3000 हजार तक में यात्री सफर कर लेते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं हो पाएगा. अब दिल्ली का ही किराया 3000 रुपये से नीचे नहीं होगा और मुंबई का 6000 रुपयेसे नीचे आना मुश्किल होगा.
विमानों के किराए में 30 फीसदी तक का इजाफा, जानिए अब कितने में मिलेगा टिकट
लॉकडाउन के दौरान हुए घाटे की भरपाई के लिए एयरलाइंस ने विमानों का किराया 30 फीसद तक बढ़ा दिया है. विमानन कंपनियों के इस कदम से महंगाई के दौर में यात्रियों को हवाई सफर करना मुश्किल होगा.
लखनऊ : लॉकडाउन के दौरान हुए घाटे की भरपाई के लिए एयरलाइंस ने विमानों का किराया 30 फीसद तक बढ़ा दिया है. विमानन कम्पनियों के इस कदम से महंगाई के दौर में यात्रियों को हवाई सफर करना मुश्किल होगा. उनकी जेब का बजट बिगड़ना तय है. मुंबई और दिल्ली के टिकट काफी महंगे हो गए हैं. किराया बढ़ाने के पीछे कंपनियों का तर्क है कि मार्च माह में विमानों के ईंधन की दरें भी बढ़ गई हैं और लॉकडाउन में काफी दिन तक विमानों का संचालन भी प्रभावित रहा है, जिसके चलते काफी घाटा हुआ है, इसीलिए किराए में इजाफा किया गया है. विमानन कंपनियों के प्रतिनिधियों के मुताबिक डीजीसीए और एएआई से विचार-विमर्श के बाद ही बढ़ा किराया लागू किया गया है.
केंद्र सरकार ने तय की थी किराया बढ़ाने की योजना
एयर इंडिया के लखनऊ प्रभारी मो. शकील अहमद ने बताया कि फरवरी माह में केंद्र सरकार ने एयरलाइंस को लॉकडाउन में हुए नुकसान से उबरने के लिए किराया बढ़ाने की योजना तैयार की थी. प्राइस बैंड भी तय किया गया था. इसका ऐलान भी हुआ, लेकिन एयरलाइंस के पास कोई सर्कुलर अब तक नहीं पहुंचा. इसके बाद विमानन कंपनियों ने डीजीसीए और एएआई से किराए पर मंथन करने के बाद दरें बढ़ाकर लागू भी कर दी हैं. नई दरों के मुताबिक अब लखनऊ से दिल्ली का किराया 3000 रुपये और मुंबई का 6000 रुपये से कम नहीं होगा. एयरलाइंस कंपनियों ने किराए की दरों में बढ़ोतरी का जो फॉर्मेट तैयार किया है वह फ्लाइट ड्यूरेशन पर आधारित है. सात श्रेणियों में किराए की दरें तय की गई हैं. इनमें 40 मिनट, 40 मिनट से एक घंटा, एक से डेढ़ घंटा, डेढ़ से दो घंटे, दो से ढाई घंटे, ढाई से तीन घंटे और तीन से 3:30 घंटे तक फ्लाइट को अवधि में विभाजित किया गया है.
महंगा हुआ विमानों का ईंधन, बढ़ा पांच फीसद किराया
विमानन कंपनियों के अधिकारियों के मुताबिक मार्च माह में विमानों का ईंधन भी महंगा हो गया है. ईंधन महंगा होने से किराए में 5 फीसदी की बढ़ोतरी निचले प्राइस बैंड में करनी पड़ी है. किराए पर इसका असर भी नजर आ रहा है और फरवरी माह में लिए गए फैसले के मुताबिक लागू किए गए किराए से दरें और भी महंगी हुई हैं.
तय की गई किराए की सीमा
विमानन कंपनियों ने विमानों के किराए की सीमा भी अब तय कर दी है. इसके बाद एयरलाइंस यात्रियों को लुभाने के लिए कोई ऑफर भी दे नहीं सकेंगे. पहले दो से तीन माह पहले एयर टिकट बुक कराने पर काफी कम रेट पर टिकट मिल जाता था. दिल्ली का डेढ़ हजार तो मुंबई तक 3000 हजार तक में यात्री सफर कर लेते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं हो पाएगा. अब दिल्ली का ही किराया 3000 रुपये से नीचे नहीं होगा और मुंबई का 6000 रुपयेसे नीचे आना मुश्किल होगा.