लखनऊ: जिले में बढ़ते सब्जियों के दाम अब चर्चा का विषय बनता जा रहा है. जहां पिछले दिनों से प्याज के दाम बढ़े हैं, तो अब दूसरी सब्जियां भी लोगों के पहुंच से दूर जाती दिखाई दे रही हैं. माना जाता रहा है कि सर्दियों में किसानों के खेत से सब्जी सीधे बाजार में आती है, जिससे इसके दाम कम होते हैं, लेकिन इस बार पुरानी सभी धारणाएं धराशायी होती नजर आ रही है. आलम यह है कि फल और सब्जियों के रेट समान होते दिखाई दे रहे हैं.
सब्जियों और फलों के रेट बराबर
- देश में बढ़ रहे प्याज के रेट का मामला तो संसद तक पहुंच गया.
- प्याज के बाद अब दूसरी ओर सब्जी के दाम इस समय आसमान छू रहे हैं.
- साथ ही फलों और सब्जियों के रेट समान होते दिखाई दे रहे हैं.
- आलू 20 रुपये प्रति किलो, टमाटर 40 रुपये ,हरी मिर्च 3 रुपये तो गाजर 30 से 40 रुपये प्रतिकिलो तक बिक रही है.
- दाम बढ़ने के चलते लोगों की जेब ढीली होती जा रही है और उपयोग में लेने वाली सब्जी की मात्रा कम करनी पड़ रही है.
- मंडी में जब दामों के बारे में जानकारी लीग गई तो अधिकतर लोगों ने सब्जियों के बढ़े दामों को लेकर बढ़ती ठंड बताया.
- वहीं किसानों से बात की तो किसानों ने आवारा पशुओं के चलते खेती में हानि की वजह से फसल की कमी बताई.
- खरीदारी करने आए मंडी में सब्जी क्रेतों से बात की तो उन्होंने कहा कि पहले की अपेक्षा में सब्जी खरीदनी कम कर दी है.
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